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आंटी कहकर बुलाया, वेट लॉस करके लड़की ने दिया करारा जवाब

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/03/2021

    आंटी कहकर बुलाया, वेट लॉस करके लड़की ने दिया करारा जवाब

    जिम जाने वाले लोगों के फिटनेस गोल्स अलग-अलग होते हैं। ज्यादातर लोग अच्छी बॉडी की चाह लेकर जिम ज्वॉइन करते हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो वेट लॉस या शारीरिक परेशानियों को ठीक करने के लिए जिम जाना शुरू करते हैं। ज्यादा वजन वाले लोग मोटापे से तो परेशान होते ही हैं साथ ही बढ़ता वजन कई बार उन्हें कुछ ऐसी परेशानियों में डाल देता है, जिसके चलते उन्हें शारीरिक तौर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

    कुछ ऐसी ही कहानी दिल्ली की दीक्षा यादव की है। अगस्त 2018 में जिम ज्वॉइन करने वाली दीक्षा की पुरानी और अब की तस्वीर की तुलना की जाए तो शायद ही आप उन्हें पहचान पाएंगे। बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर दीक्षा यादव से हैलो स्वास्थ्य ने खास बातचीत की आइए जानते हैं उनकी वेट लॉस जर्नी।

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    वेट लॉस जर्नी

    इस तरह हुई शुरुआत

    दीक्षा का कहना है कि उनकी रीढ़ की हड्डी में कुछ तकलीफ थी, जिसके चलते उन्हें चलने-फिरने में परेशानी होती थी। कमर में दर्द की समस्या सबसे ज्यादा परेशान करती थी। वो बतातीं हैं कि लगातार बढ़ते वजन की वजह से उन्हें उठने और बैठने में भी दिक्कतें आने लगीं थी।

    भारी वजन का सीधा दबाव कमर पर आता था और कमर की हड्डी में पहले ही दिक्कत थी। इस स्थिति में उन्हें दिनचर्या में छोटे-छोटो कार्यों को पूरा करने में परेशानी होती थी।

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    शर्मिंदगी में डालता था मोटपा

    दीक्षा ने कहा, ‘कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जानबूझकर मोटापे की वजह से आपको चिढ़ाते हैं, लेकिन इस भीड़ में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो आपको शर्मिंदा नहीं भी करते।

    ‘मैं एक शादी समारोह में गई थी। वहां पर किसी ने अप्रत्यक्ष रूप से मुझे ‘आंटी’ कह कर संबोधित किया। इस घटना ने मुझे काफी हर्ट किया या कहना चाहिए कि मेरी आंखें खोल दीं। उसी वक्त मैंने वेट लॉस करने की ठानी।’

    जिम ज्वॉइन करने से पहले थी गलतफहमी

    दीक्षा बताती हैं कि, ‘मैंने जब जिम ज्वॉइन करने का निर्णय लिया तो उस वक्त दिमाग में ढेरों गलतफहमियां थीं। मैंने इंटरनेट पर अनेकों वेबसाइट्स पर जिम के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। जिम ज्वॉइन करने के बाद लड़कियां लड़कों जैसी दिखने लगती हैं। उनके मसल्स बन जाते हैं। उस वक्त की यह सबसे बड़ी गलतफहमियां थी, लेकिन जिम ज्वॉइन करने के बाद मेरी यह गलतफहमियां दूर हुई। लड़कियों के शरीर में ईस्ट्रोजन हॉर्मोन होता है जो उनकी बॉडी में कभी भी लड़कों जैसी मसल्स नहीं बनने देता।’

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    ‘वेट ट्रेनिंग’ है सबसे अहम

    अपने अनुभव को साझा करते हुए दीक्षा बताती हैं कि, ‘लड़कियां जिम ज्वॉइन तो कर लेती हैं लेकिन, वजन उठाने से कतराती हैं। ज्यादातर लड़कियां सिर्फ कार्डियो एक्सरसाइज करती हैं। निर्देशित सीमा से ज्यादा करने से इससे मसल्स लॉस होता है और लड़कियां सोचती हैं कि कार्डियो करने से न सिर्फ मोटापा कम होगा बल्कि, बॉडी की टोनिंग होती है। यह एक गलतफहमी है। ‘अपने व्यक्तिगत अनुभव के तौर पर मेरा मानना है कि मोटापा या वजन कम करने में वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज सबसे ज्यादा प्रभावी होती है।’

    ट्रेनर की रही अहम भूमिका

    बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन में मेरी ट्रेनर सुमन शेखावत की अहम भूमिका रही है। शुरुआती दिनों में आत्मविश्वास की कमी के चलते मैं जिम में सहमी हुई रहती थी। कठिन एक्सरसाइज करने से कतराती थी। ऐसी स्थिति में मेरी ट्रेनर ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया। उन्होंने न सिर्फ एक ट्रेनर की भूमिका अदा की बल्कि, एक अच्छे दोस्त का किरदार भी निभाया। मेरे लिए ऐसा वर्कआउट प्लान तैयार किया, जिससे मैं एक्सरसाइज करने से न घबराऊं।

    बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन से आया आत्मविश्वास

    जब से मैंने वेट और फैट लॉस किया है तब से मेरे अंदर एक गजब का आत्मविश्वास आ गया है। मैं पहले से ज्यादा आत्मविश्वासी महसूस करती हूं। लोग मेरी बातों को और मुझे तवज्जो देते हैं। पहले ऐसा नहीं था।

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    80 किलो से 64 किलो हुआ वजन

    दीक्षा ने बताया कि जिम ज्वॉइन करते वक्त उनकी बॉडी में फैट का स्तर करीब 40% था। वजन 80 किलोग्राम था, जो वर्तमान में 64 किलोग्राम है। यह स्थिति सीधे-सीधे बीमारियों को न्यौता देने वाली थीं। ‘मैंने वेट ट्रेनिंग और कार्डियो का संतुलित प्लान बनाकर एक्सरसाइज करना शुरू किया, जिसका नतीजा आज मेरे सामने है। मैं सभी से कहती हूं कि अगर ठान लिया जाए तो हम वेट लॉस की जर्नी सफलता पूर्वक पूरी कर सकते हैं।’

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    दीक्षा यादव की तरह आप भी वेट लॉस कर सकते हैं। बस एक्सरसाइज के साथ अपने डायट में निम्न चीजें शामिल करें :

    अंडे का फंडा करेगा वेट लॉस

    कोलेस्ट्रॉल और फैट न बढ़ जाए इसलिए लोग अंडे नहीं खाते लेकिन इस धारणा के उलट अंडा वजन नियंत्रित करने में सहायक होता है। अंडा प्रोटीन और फैट से भरपूर होता है। अंडे में सभी न्यूट्रियंट मौजूद होते हैं। कई स्टडी में पाया गया है कि ब्रेकफास्ट में एक अंडा खाने से वजन कंट्रोल में रहता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक ब्रेकफास्ट में जिन लोगों ने 5 दिनों तक अंडे खाए उनका वजन दूसरे लोगों के मुकाबले 65 फीसदी ज्यादा कम रहा।

    सब्जियां हैं पोषण से भरपूर

    सब्जियां पोषण से भरपूर होती हैं और साथ ही साथ इनमें फाइबर भी होता है। इससे आपका मेटाबॉलिज्म अच्छे से काम करता है। अपने आहार में आप इन हाई फाइबर सब्जियों जैसे ब्रोकली, फूल गोभी, बंद गोभी आदि को शामिल कर सकते हैं। यह केवल वजन घटाने के ही नहीं सेहत को और बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकती है।

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    फल को दें तवज्जो

    जब भी वजन घटाने या कम करने की बात आती है तो, लोग फलों को तवज्जो नहीं देते हैं। जबकि फल आपकी सेहत और वजन कम करने में बहुत सहायक हो सकते हैं। फलों में भरपूर पानी होता है। फलों में मौजूद नेचुरल शुगर जहां आपका स्वाद बढ़ातो हैं। वहीं यह नेचुरल शुगर आपके सेहत के लिए भी अच्छी होती है। फल फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और कई न्यूट्रियंट्स से भरपूर होते हैं। इसलिए वेट लॉस फूड्स में फलों को जरूर शामिल करें।

    हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

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