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जानिए किस तरह हम अपनी गलत आदत से छुटकारा पा सकते हैं?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/03/2021

    जानिए किस तरह हम अपनी गलत आदत से छुटकारा पा सकते हैं?

    ये तो सबको पता है कि दिन की शुरुआत हमेशा हेल्दीकरनी चाहिए, लेकिन हमारी कुछ गलत आदतें हमें हर दिन बीमार बना रही हैं। ये गलत आदतें वही आदतें हैं, जिन्हें हम सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक फॉलो करते हैं। शायद इनके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि ये हमारे लिए इतनी हानिकारक हो सकती हैं। हम अपनी गलत आदत से छुटकारा कैसे पा सकते हैं, इसके लिए जरूरी है कि हम पहले अपनी गलत आदतों को पहचानें।

    गलत आदत से छुटकारा पाना इतना मुश्किल क्यों हैं?

    स्मोकिंग करने वाले लगभग 70 फीसदी ऐसे लोग हैं जो अपनी गलत आदत से छुटकारा पाना चाहते हैं। वो इस बात से पूरी तरह से वाकिफ हैं कि, उनकी धूम्रपान की लत किस तरह उनके शरीर को बीमार बना रही है, लेकिन फिर भी वे पूरी कोशिश करने के बावजूद भी अपनी गलत आदत से छुटकारा नहीं पा रहे हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण हो सकता है हमारे शरीर के हाॅर्मोन्स। न्यूज इन हेल्थ के वैज्ञानिकों ने गलत आदत से छुटकारा पाने पर अपना एक शोध भी किया है, जिसमें वे इस बात का पता लगा रहे हैं कि आखिर गलत आदत से छुटकारा पाना इतना मुश्किल क्यों होता है।

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    क्या कहते हैं शोध?

    न्यूज इन हेल्थ के वैज्ञानिकों का कहना है कि, ‘गलत आदत से छुटकारा पाना मुश्किल बना जाता है क्योंकि हमारे शरीर से ज्यादा ये गलत आदतें हमारे दिमाग को प्रभावित करती हैं।’

    एनआईएच के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज के निर्देशक डॉ. नोरा वोल्को कहते हैं, “हमें अपनी गलत आदत से छुटकारा पाने के लिए इस तरह की आदतों को समझना होगा और उसी के अनुरूप अपनी दिनचर्या को भी बदलना होगा। जिस तरह सुबह उठने, ब्रश करने, नहाने और खाने की आदत अपने आप हमारा एक हिस्सा बन जाती हैं, ठीक उसी तरह ये गलत आदतें भी हमारे जीवन एक हिस्सा बन जाती हैं। इन गलत आदतों के लिए हमारा दिमाग ऑटो-पायलट की तरह हमारे शरीर को चलाने लगता है।’

    वहीं, गलत आदत से छुटकारा पाने के विषय पर टेक्सस विश्वविद्यालय के एक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. रसेल पोल्ड्रेक कहते हैं कि, ‘अच्छी और बुरी दोनों ही प्रकार की आदतें एक ही प्रकार के मस्तिष्क तंत्र पर आधारित होती हैं, लेकिन वे आदतें जो अधिक आनंदमय होती हैं, वे ब्रेन को डोपामाइन नामक रसायन छोड़ने के लिए प्रेरित कर सकती हैं। डोपामाइन इन्हीं आदतों को हमारी लत बनाने के लिए जिम्मेदार हाॅर्मोन्स में से एक होता है। मान लीजिए, अगर कोई दिन में चार बार स्मोकिंग करता है और वह अपनी स्मोकिंग की आदत को कम करना चाहता है या उसे बंद करना चाहता है, तो उसके स्मोकिंग करने के तय समय पर डोपामाइन हाॅर्मोन उसके ब्रेन में एक हलचल पैदा कर सकता है, जिससे उस व्यक्ति को फिर से स्मोकिंग करने की लालसा बढ़ सकती है और वह चाह कर भी अपनी गलत आदत से छुटकारा नहीं पा सकता।’

    गलत आदत से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है?

    आप अपनी गलत आदत से छुटकारा कितने समय में पा सकते हैं, यह आपके मनोबल और आपकी आत्मशक्ति पर निर्भर कर सकता है। इस विषय में एक्सपर्ट कहते हैं कि, जब भी किसी बुरी आदत को फिर से अपनाने की लालसा बढ़ने लगे, तो अपने मन को अन्य कार्यों में व्यस्त रखने का प्रयास करें। ताकि, आप अपना ध्यान उस लालसा से हटा सकें। एक बात का ध्यान रखें पुरानी किसी आदत को नई से रिप्लेस करना मुश्किल होता है क्योंकि दिमाग पुरानी आदत को पूरी तरह मिटाता नहीं है, लेकिन अब पुरानी को दबाकर नई आदत को नई को मुखर बना सकते हैं।

    हालांकि, यह तभी संभव हो सकता है, जब आप अपनी इन गलत आदतों को समझें।

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    गलत आदत से छुटकारा पाने के लिए समझें वो गलत आदतें जो हमें बना रही है बीमार

    1.जरूरत से कम सोना

    जरूरत से कम सोना न सिर्फ शरीर को बीमार कर सकती है, बल्कि यह मानसिक तौर पर भी हमें बीमार कर सकती है। रिसर्च में भी दावा हो चुका है कि अगर शरीर की जरूरत से कम सोते हैं, तो मौत सामान्य से जल्दी होने की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए, हर दिन कम से कम छह से आठ घंटे की नींद लेनी बहुत जरूरी है। कम सोने से हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे की समस्या सबसे अधिक देखी जाती है। साथ ही, कम सोने के कारण शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव भी हो सकते हैं, जो हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बन सकते हैं। इसलिए इस लिस्ट में सोने वाली गलत आदतें शामिल हैं। आपको इससे बचना चाहिए। 

    2.बहुत ज्यादा टीवी देखना

    यू्ट्यूब, नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम जैसी सुविधाएं टाइम पास करने और टीवी देखने का सबसे बेहतर विकल्प बन गए हैं, लेकिन इंसान गलत आदतें पैदा करने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। अब वो जमाना गया, जहां पूरा परिवार एक साथ बैठकर एक ही चैनल देखा करता था। अब हर किसी के पास उनका पर्सनल स्मार्ट फोन होता है, जिस पर जब उनकी मर्जी हो, तब वो टीवी देख सकते हैं, वो भी अपने पसंद के मुताबिक, लेकिन जरा सावधान हो जाएं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के हृदय रोग विशेषज्ञ निसा गोल्डबर्ग का कहना है कि, “टीवी देखने की लत सबसे बुरी होती है। लोग बिना ब्रेक लिए कई घंटो तक टीवी देखा करते हैं। वो खाना-पीना तक भूल जाते हैं, लेकिन वो यह नहीं जानते हैं कि एक व्यक्ति दिन में तीन घंटे से अधिक टीवी देख रहा है, तो उसकी मृत्यु का जोखिम दोगुना बढ़ सकता है।”

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    3.एक ही जगह पर कई घंटों तक बैठे रहना

    ऐसे लोग जो डेस्क जॉब करते हैं, उनकी नौकरी उनको बीमार बना सकती है। क्योंकि, लगातार कई घंटे तक बैठे रहने जैसी गलत आदतें सेहत के लिए खतरनाक हो सकती हैं। लंबे समय तक बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी में परेशानी देखी जा सकती है। इसके अलावा, हार्ट अटैक, डायबिटीज, मोटापा और डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए, अगर लंबे समय तक जीना है, तो थोड़ी-थोड़ी देर में अपने काम से ब्रेक लेते रहे हैं और स्ट्रेचिंग करें।

    4.बिना भूख के खाना खाना

    ये अक्सर तब होता है, जब हमारे सामने फास्ट फूड हो। बहुत ज्यादा फास्ट फूड खाना गलत आदतें मानी जाती है, लेकिन बिना भूख के कुछ भी खाना भी गलत आदत ही है।

    5.कोल्ड ड्रिंक्स पीना

    गलत आदतें वही हैं, जो हमें अपना आदी बना लें। कोल्ड ड्रिंक्स भी इसी का एक उदाहरण है। बहुत ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स या सोडा ड्रिंक्स पीना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। इसमें घुली हुई हाई शुगर –  हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, लिवर की बीमारियों और हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण बन सकती है।

    6.बार-बार गर्दन मोड़ना

    बहुत से लोगों की आदत होती हैं, वे अपने शरीर के किसी अंग को बार-बार मोड़ते या घुमाते रहते हैं। इसी तरह, कुछ लोग बार-बार अपनी गर्दन भी मोड़ते रहते हैं, जिसके कारण स्ट्रोक या गंभीर चोट लग सकती है।

    7.बहुत ज्यादा नॉनवेज खाना

    नॉनवेजिटेरियन होना काफी हेल्दी माना जाता है। क्योंकि, उन्हें वेजिटेरियन खानों के फायदे के साथ-साथ नॉनवेजिटेरियन खानों के भी फायदे मिलते रहते हैं, लेकिन अगर बहुत ज्यादा मात्रा में नॉनवेजिटेरियन खाना खाएं, तो यह हमें मौत की तरफ धकेल सकती है। ज्यादा नॉन वेज खाने से शरीर में एनिमल प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है, जो कैंसर, ट्यूमर जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

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    8.अकेले रहना

    बहुत ज्यादा काम के कारण लोग अकेले रहने लगे हैं, लेकिन यह जान लें कि सामाजिक अलगाव मृत्यु दर के खतरा को बढ़ा सकता है। इसका दावा जर्नल पर्सपेक्टिव्स ऑन साइकोलॉजिकल साइंस के एक अध्ययन में भी किया गया है।

    9.गलत तेल में खाना पकाना

    आमतौर पर घरों में सरसों के तेल से खाना पकाया जाता है, लेकिन अधिकतर रेस्टोरेंट्स में खाना पकाने के लिए सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया जाता है, जो अब धीरे-धीरे घरों में भी इस्तेमाल किया जाने लगा है, लेकिन, ध्यान रखें कि वनस्पति तेल, घी और सोयाबीन तेल अगर बहुत तेज आंच में पकाए जाएं, तो इनसे विशेष प्रकार के पदार्थ बनने लगते हैं, जिन्हें एल्डिहाइड और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बंस कहते हैं। ये वही तत्व हैं, जो सिगरेट में भी पाए जाते हैं तो अपने लिए हमेशा सही तेल का चुनाव करें।

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    10. चाय या कॉफी का बहुत ज्यादा शौकीन होना ठीक नहीं

    गलत आदतें अक्सर खाने को लेकर भी होती हैं। चाय या कॉफी पीने की भी आदत सेहत को खराब कर सकती है। इस तरह के पेय पदार्थों में कैफीन होता है, यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। आप चाय या कॉफी के बजाए फलों के जूस या दूध को पीने की आदत डालें। जब आप स्नैक्स लें, तो फ्रूट जूस लें, इससे आपमें एक हेल्दी आदत विकसित होगी। गलत आदतें विकसित न हो इसकी जिम्मेदारी आपकी खुद की है। क्योंकि आप ही खुद से खुद के अंदर की गंदी आदतें खत्म कर सकते हैं।

    तो अगर लंबे समय तक हेल्दी रहना है, तो अपनी गलत आदतें सुधारनी होंगी। ये गलत आदतें न सिर्फ बीमार बनाती है, बल्कि जीवन रेखा भी छोटी कर सकती है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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