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बेबी ब्लूज से ऐसे करें बचाव
बेबी ब्लूज या पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कई तरीके के ट्रीटमेंट्स का संयोजन। यानी काउंसलिंग, दवाइयां और देखभाल के साथ-साथ मां बनी महिला को भावनात्मक सपोर्ट देना। काउंसलिंग में महिला को उसकी बीमारी के बारे में बताया जाता है, कि ये होना आम है और इससे कैसे निपटा जाए। लेकिन अगर डिलिवरी के बाद डिप्रेशन बहुत ज्याद है, तो इसके लिए डॉक्टर कुछ एंटी डिप्रेसेंट लिख सकता है। आपको इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
परिवार की लें मदद
बच्चे के जन्म के बाद यकीनन घर में खुशियां आ जाती है लेकिन एक बात का ध्यान हमेशा रखें कि नई मां बच्चे के जन्म के बाद कई विचारों से घिर जाती है। नई मां के मन में ये सवाल होता है कि वो कैसे बच्चे को पालेगी और साथ ही अपने स्वास्थ्य को कैसे जल्द वो ठीक कर पाएगी। बच्चे के जन्म के बाद मां शारीरिक रूप से कमजोर होती है, इसलिए वो अधिक परेशान रहती है। साथ ही उसे बच्चे की भी चिंता रहती है। इन सब बातों के बीच मूड का अचानक से परिवर्तन होना, चिंता होना, डिप्रेशन में चले जाना परिणाम के रूप में सामने आता है। ऐसे में परिवार के सदस्यों के साथ ही विशेष तौर पर बच्चे के पिता को पूरा सहयोग देना चाहिए। होने वाले पिता को समय-समय पर न्यू मॉम को ये एहसास दिलाना चाहिए कि वो हर कदम में उनके साथ हैं। साथ ही हर एक छोटी बात को भी ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से होने वाली मां की चिंता कम हो जाएगी और साथ ही पोस्टपार्टम डिप्रेशन की संभावना भी कम हो जाएगी। आपको इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।