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जेनोफोबिया का ट्रीटमेंट
जो लोग जेनोफोबिया यानी सेक्स के डर से पीड़ित हैं उनके लिए हमेशा ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। वे इससे बचने के लिए डर के कारण को अवॉइड कर सकते हैं। यह उन्हें प्रॉब्लम पर कंट्रोल की भावना का एहसास कराता है, लेकिन हमेशा सेक्स को अवॉइड करना संभव और सही नहीं है। इसलिए प्रोफेशनल हेल्प की मदद लेनी चाहिए। इससे मरीज सेक्स के डर से बाहर आ सकता है।
वैसे तो सभी फोबिया का इलाज संभव है, लेकिन कोई एक ट्रीटमेंट उपलब्ध नहीं है जिसकी गैरेंटी हो कि यह काम करेगा ही। यह मरीज की स्थिति और फोबिया की कंडिशन पर निर्भर करता है। ऐसे कई मामले हैं जिनमें ट्रीटमेंट कॉम्बिनेशन प्रभावी साबित हुए हैं। हमेशा ध्यान रखें किसी प्रकार का ट्रीटमेंट बिना डॉक्टर की सलाह के ना लें। जेनोफोबिया के लिए निम्न ट्रीटमेंट का सहारा लिया जा सकता है।
जेनोफोबिया के लिए टॉकिंग ट्रीटमेंट
टॉकिंग ट्रीटमेंट और टॉकिंग थेरेपी जिसमें काउंसलिंग की जाती है जेनोफोबिया के लिए बेहद प्रभावी है। इस थेरेपी में प्रोफेशनल्स, मरीज के विचार, भावनाओं और व्यवहार के बारे में बात करते हैं। वे परेशानी को समझने और उसका हल निकालने में मदद करते हैं।
सीबीटी ट्रीटमेंट
सीबीटी यानी कॉग्निटिव विहेवियरल थेरिपी, ये ट्रीटमेंट इस अवधारणा पर काम करता है कि हम लगातार क्या अनुभव कर रहे हैं और क्या हमारे व्यवहार को लगातार प्रभावित कर रहा है। जैसे कि अगर कोई जेनोफोबिया का अनुभव कर रहा है तो इस सीबीटी की मदद से वह यह पहचान सकता है कि सेक्स के अनुभव से होने वाला डर और चिंता वास्तविकता का सटीक चित्रण है या नहीं।
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