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छाले या फफोले को छेड़ें नहीं (Do not touch boils or blisters)
अगर जलने पर आपको छाले या फफोले आ गए हैं तो उन्हें फोड़ें नहीं इससे इंफेक्शन बढ़ सकता है। जलने पर होने वाला दर्द और जलन कष्टप्रद होती है। फिर चाहे तेल का छींटा गिरा हो या गर्म चाय या कॉफी। फर्स्ट और सेकेंड डिग्री बर्न में आप इन घरेलू नुस्खों से आराम पा सकते हैं। यदि इंफेक्शन बढ़ रहा है और आराम नहीं मिल रहा तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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ओवर-द-काउंटर पेन रिलीवर ( Take an OTC pain reliever)
यदि आपको स्किन के जलने पर बेहद दर्द हो रहा है तो आप ओवर-द-काउंटर पेन रिलिवर जैसे आईबूप्रोफेन या नेप्रोक्सेन ले सकते हैं। इसे लेने से पहले डॉक्टर से सही डोसेज जान लें।
जली हुई स्किन के लिए इन घरेलू इलाजों को अवॉइड करना चाहिए
जली हुई स्किन के लिए कई लोग निम्न घरेलू इलाजों के बारे में बताते हैं, लेकिन इन्हें आजमाने की गलती न करें। ये आपके फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं:
- कुछ लोग जली हुई त्वचा पर मक्खन लगाने की सलाह देते हैं। इसे लेकर किसी तरह की कोई वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। यह जली हुई त्वचा को पहले से ज्यादा गंभीर बना सकता है। इसे जली हुई त्वचा पर इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है।
- अंडे के सफेद हिस्से को लगाने के लिए भी कहा जाता है। ऐसी गलनी न करें। इससे जली हुई त्वचा पर बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा होता है।
- कई लोग जले पर ऑयल लगाने की सलाह देते हैं। नारियल तेल हर परेशानी को हील नहीं करता है। कोकोनट ऑयल, ऑलिव ऑयल और कुकिंग ऑयल हीट को पकड़ते हैं। कई बार यह जख्म को ओर गहरा कर देते हैं। हां कई स्टडी में लैवेंडर ऑयल को जली हुई त्वचा पर लगाने की सलाह दी गई है।
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जली हुई स्किन का इलाज (Burned skin treatment) और स्किन बर्न
जलने पर बहुत ज्यादा तकलीफ होती है, पर क्या आप जानते हैं कि असल में स्किन जलना होता क्या है? अगर नहीं, तो यहां जानें। जब हमारी स्किन अत्यधिक तापमान के किसी स्त्रोत के करीब आ जाती है, अत्यधिक गर्म चीज से छू जाती है, खतरनाक कैमिकल को छू जाती है या किसी तीव्र बिजली के झटके का सामना करती है, तो अत्यधिक तापमान की वजह से स्किन डैमेज हो जाती है। इसे जलना कहते हैं। किसी चीज से जलने पर स्किन को क्षति बहुत जल्दी पहुंचती है। ऐसे में दिमाग हमें इसके दर्द का एहसास ज्यादा कराता है। ऐसा इसलिए जिससे नीचे मौजूद त्वचा, सेल्स और मसल्स को नुकसान न पहुंचे।
बर्न यानी जलने के चार प्रकार के होते हैं (Four types of skin burn)
बर्न यानी जलना तीन का प्रकार का होता है, फर्स्ट डिग्री, सेकेंड डिग्री या थर्ड डिग्री।
फर्स्ट डिग्री (First degree)