स्वच्छता हो कुछ ऐसी
- गुप्तांगों को जरुरत से ज्यादा न धोएं। प्राइवेट पार्ट्स की त्वचा के साथ कोमलता से व्यवहार करें।
- स्प्रे का उपयोग न करें।
- वजाइना में शैम्पू या साबुन को जाने से रोकें।
- ब्लैडर भरने से पहले यूरिन पास करें। टॉयलेट का उपयोग करने के बाद, योनि को पीछे की ओर पोंछें। इससे मलाशय में आम तौर पर रहने वाले बैक्टीरिया को योनि तक जाने से रोकने में मदद मिलेगी। पेशाब करने के बाद योनि को पानी से साफ करें।
- हमेशा मुलायम और सुगंधरहित टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करें।
- पीरियड के दौरान कॉटन पैड और टैम्पोन का उपयोग करें।
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वजाइना में खुजली को दूर करने के लिए सेब का सिरका
सेब के सिरके में मौजूद प्राकृतिक एंजाइम योनि के पीएच लेवल को संतुलित रखता है जिससे वजाइना में यीस्ट की वृद्धि को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा, सेब के सिरके में एसिड युक्त एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। इसके लिए दो कप गर्म पानी में तीन बड़े चम्मच सेब के सिरके को मिलाएं। इस घोल से वजाइना को धोएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
वजाइना में इंफेक्शन होने पर क्या पार्टनर को भी इलाज की जरूर हो सकती है?
वजाइना इंफेक्शन योनि सेक्स, ओरल सेक्स, गुदा सेक्स या मैथुन के कारण भी एक साथी से दूसरे साथी में पहुंच सकते हैं। अगर आपके लक्षणों के दौरान आपके साथी में इसी तरह के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो आप दोनों को ही उपचार की आवश्यकता हो सकती है।
ध्यान दें
वैसे वजाइना में खुजली झिझक और परेशान भरी हो सकती है, लेकिन इसके अधिकांश मामलों का इलाज डॉक्टर से परामर्श करके किया जा सकता है। इसलिए, डॉक्टर को बिना किसी शर्म के अपनी परेशानी बताएं और वजाइना इचिंग की परेशानी से दूर रहें। आशा करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताएं। इसके साथ ही अगर इस विषय से जुड़ा हुआ कोई सुझाव या सवाल है तो वो भी आप हमारे साथ शेयर कर सकते हैं।