स्वस्थ आहार या संतुलित आहार वो होता है, जिसमें सभी तरह के पौष्टिक तत्व, विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। ये सभी अवयव हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं। जब शरीर को सभी तरह के न्यूट्रीएंट्स मिलते हैं तो बीमारियां शरीर से कोसों दूर रहती हैं। ऐसे में जब हम कुछ अनहेल्दी सा खाते हैं तो कुछ न्यूट्रीएंट्स छूट जाते हैं, जिसके बाद कई तरह की बीमारियां हमारे शरीर को घेर लेती हैं। इस स्थिति में हमें स्वस्थ आहार का महत्व समझना होगा।
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स्वस्थ आहार का महत्व क्या है?
हेल्दी डायट शरीर में कितना जरूरी है, इस पर दिल्ली की क्लीनिकल डायटिशिनयन शिखा जैन का कहना है, “हमारी डायट दो चीजों काे ध्यान में रखते हुए प्लान होनी चाहिए। एक हमारी बीएमआई और दूसरा यह कि हमारे शरीर को किन पोषक तत्तवों की कमी है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति को एक दिन में सभी जरूरी पोषक तत्तों के लिए हरी पत्तेदार सब्जियाें का सेवन, सभी रंग के सब्जियों का सेवन, हर रंग के फलों का सेवन करना चाहिए। इससे कभी उन्हें किसी सप्लिमेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी।” स्वस्थ आहार का महत्व हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों के स्वास्थ्य के लिए है। स्वस्थ आहार ही यह तय करता है कि हम आज क्या है और कल क्या होंगे। सही पोषण हीएक अच्छी लाइफस्टाइल का प्रतीक होता है। स्वस्थ आहार का महत्व हमारे सेहत के लिए बहुत अधिक है, जैसे- संतुलित आहार किसी भी स्वास्थ्य समस्या को रोकती है। खास कर के हेल्दी लाइफस्टाइल से हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी स्वास्थ्य होने का रिस्क कम हो जाता है।
सेहत के लिए पौष्टिक आहार का महत्व क्यों जरूरी है?
सेहत के लिए पौष्टिक आहार का महत्व 2 से 19 साल तक की उम्र ज्यादा माना जाता है। इस उम्र में व्यक्ति जो खाया पीया रहता है, वो जीवन का आधार बनता है। लेकिन इसका मतलब ऐसा बिल्कुल नहीं है कि बड़े होने के बाद हम कुछ भी खा सकते हैं। जैसा कि पहले ही बताया गया है कि अनहेल्दी खाने से कई तरह की बीमारियां होती हैं, जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज टाइप 2, ऑस्टियोपोरोसिसि, कैंसर आदि।