जब हम कोई सामान या कपड़े लेकर सीढ़ी पर चढ़ते हैं, तो हमारे शरीर से प्रति मिनट 6 कैलोरी ऊर्जा बर्न होती है। जब आप सीढ़ियां चढ़ना शुरू करते हैं, तो आपके अपर बॉडी और कंधे को स्ट्रेंथ मिलती है। इसके अलावा थाइ के पीछे की मसल्स का भी वर्कआउट होता है, जिससे हिप्स टोन होते हैं। इसलिए सीढ़ी चढ़ना और उतरना किसी व्यायाम से कम नहीं है।
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बिस्तर लगाने में भी बर्न होती है कैलोरी
जब आप चादर को झाड़कर गद्दे पर बिछाते हैं, तो ये भी एक तरह का वर्कआउट होता है। जिसमें प्रति मिनट आपकी 2 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है। क्योंकि जब आप बिस्तर लगाते हैं, तो आपकी अपर बॉडी काम करती है और लोअर बॉडी शरीर का बैलेंस बनाने में मदद करती है। जिससे आपके पैर, बैक और पेट की मसल्स स्ट्रेंथ होती है।
कपड़ा धोना
हर काम में मेहनत लगती है, तो जाहिर सी बात है कपड़ा धोने में भी मेहनत तो लगती ही है। पहले कपड़ों को पानी में अच्छी तरह से गीला करें और फिर सर्फ या साबुन की मदद से कपड़ों को धोते हैं। हाथों से कपड़ा धोने से हाथों की मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाया जा सकता और शरीर की कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है।
खाना बनाना
खाना बनाना किसी वर्कआउट से कम नहीं है। क्योंकि खाना बनाने के दौरान आटा गूंधना और फिर रोटी बेलना भी व्यायाम की तरह है। आटा गूंधने से आपके हाथों की पकड़ बेहतर होती है, सभी उंगलियों पर प्रेशर पड़ता है और कलाई को मजबूती मिलती है।