फोबिया कितने तरह का होता है?
सोशल फोबिया (Social Phobia)- सोशल फोबिया को सोशल फोबिया डिसऑर्डर भी कहा जाता है। सोशल फोबिया से पीड़ित व्यक्ति लोगों से मिलना-जुलना, बात करना, अपनी बात या अपना प्रस्ताव किसी के सामने रखने से घबराते हैं और ज्यादा से ज्यादा वक्त अकेले गुजारते हैं। इस फोबिया से पीड़ित व्यक्ति कई बार तो अपने आपको घर के कमरे में बंद भी कर लेते हैं।
एक्रोफोबिया (Agoraphobia)- एक्रोफोबिया से पीड़ित व्यक्ति उचाई से नीचे देखने में डरते हैं, पहाड़ और पुल पर चढ़ने से डरते हैं। ऐसी ही परेशानियों की तरह अन्य परेशानी भी हो सकती है।
निक्टोफोबिया (Nyctophobia)- इस फोबिया से पीड़ित लोगों को अंधेरे से डर लगता है। अंधरे में डर लगने की समस्या प्रायः बचपन से ही शुरू हो जाती है लेकिन, अगर बड़े होने पर भी अंधेरे से डर लगे तो इस स्थिति को निक्टोफोबिया फोबिया कहते हैं।
फोबिया से जुड़े फैक्ट्स क्या हैं?
फोबिया से जुड़े फैक्ट्स निम्नलिखित हैं। जैसे-
- किसी भी चीज या किसी भी व्यक्ति से डरना सामान्य है लेकिन, अगर फोबिया की समस्या है तो यह किसी भी वयक्ति के लिए शारीरिक और मानसिक परेशानी दोनों हो सकती है।
- अगर किसी व्यक्ति को फोबिया की समस्या है और उनके करीबी को इसकी जानकारी है, तो भी ऐसी स्थिति में उन्हें संभालना बेहद मुश्किल होता है।
- फोबिया से पीड़ित व्यक्ति अत्यधिक पसीना आना, चेस्ट पेन या एंग्जाइटी जैसी समस्या हो सकती है।
- फोबिया से पीड़ित व्यक्ति का इलाज दवा और बिहेवियरल थेरिपी से की जाती है।
- रिसर्च के अनुसार यूनाइटेड स्टेट्स में 19 मिलियन लोग फोबिया की समस्या से पीड़ित हैं।