डिप्रेशन का क्या कारण है और किसको है सबसे ज्यादा खतरा ?
यदि आम भाषा में कहें तो डिप्रेशन, दिमाग के सर्किटों में डिसरेग्युलेशन का परिणाम है, जो भावनाओं को नियंत्रित करता है। आज की तारीख में परिवारों में डिप्रेशन आम बात हो गई है इसलिए, अवसाद से ग्रसित परिवार के लोगों (जैसे, माता-पिता, दोस्त या बच्चे) में डिप्रेशन के विकास की संभावना अधिक होती है। वहीं कुछ लोग तनाव (जैसे, संबंध टूटना, नौकरी छूटना) या किसी प्रिय व्यक्ति की मृत्यु या उपेक्षा का पूरा न हो पाना आदि के बाद डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
रिसर्च में पाया गया है कि तनावों का प्रभाव आपके आनुवंशिकी पर निर्भर हो सकता है, क्योंकि कुछ लोगों के आनुवांशिकी उन्हें दूसरों की तुलना में तनाव के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं। कुछ चिकित्सा स्थितियां और दवाएं भी हैं जो कभी-कभी डिप्रेशन का कारण बन सकती हैं।
डिप्रेशन और आत्महत्या का खतरा
व्यक्ति के जीवन में अत्यधिक निराशा होने की वजह से वह आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है। यदि कोई करीबी आपसे सुसाइड की बातें करे, गुमसुम रहे, हमेशा चिढ़कर जवाब दे तो ये कुछ डिप्रेशन के संकेत हो सकते हैं। नीचे बताई गई इन बातों को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द अवसाद का उपचार ढूंढें-