“काल करे सो आज कर, आज करे सो अब। पल में प्रलय होएगी,बहुरि करेगा कब’ … इस दोहे से तो हमसभी परिचित हैं। कबीर दास जी ने इस दोहे के माध्यम से यह समझाने की कोशिश की है की वक्त की महत्ता को समझना बेहद जरूरी है। क्योंकि अगर समय पर किसी भी कार्य को पूरा न करना किसी त्रुटि से कम नहीं। हमसभी के बीच कई लोग ऐसे भी होते हैं जो आज का काम कल पर टाल देते हैं और उनका कल जल्दी आता ही नहीं है। इसे सामान्य भाषा में टालमटोल (Procrastination) कहते है। टालमटोल एक ऐसी चीज है जो लगभग हम सभी करते हैं। हालांकि यह किसी व्यक्ति में कम और किसी अन्य व्यक्ति में ज्यादा हो सकता है। काम टालने की आदत देखा जाएं तो सुस्ती है जो हमें बुरी आदतों को तोड़ने और अच्छी आदतों को अपनाने से रोकती है। जिंदगी में कुछ अच्छा करने के के लिए सक्रिय होना बेहद जरूरी है और काम टालने की आदत एक तरह से रुकावट का काम करती है। काम टालने की आदत कई तरह की होती है, और हर तरह की प्रतिक्रिया आलस को दूर करने के लिए अलग-अलग होती है। अगर आप भी काम टालने की आदत के शिकार हैं और कुछ नया करने से डरते हैं, तो आज हम आपके लिए इसके पांच कारण और जरूरी उपायों की जानकारी लेकर आए है। तो आइये जानते टालमटोल (Procrastination) से कैसे बचा जा सकता है।