चुप्पी साधना
जब आपके साथी के जीवन में संघर्ष हो तो ऐसे में किसी बात पर झगड़कर उसने अलग होने का चयन कभी न करें। किसी विषय पर असहमति के दौरान दोनों लोगों को इस पर बात करने की जरूरत होती है, न कि चुप रहकर खुद को दूर करने की। इससे पति पत्नी का रिश्ता और ज्यादा नाजुक होता जाता है।
अवगुण ढूंढना बिगाड़ता है पति पत्नी का रिश्ता
जब कोई एक इंसान लगातार अपने साथी में बुराई ढूंढने लगता है या जबरदस्ती बुराइयां निकालता है, तो कपल आपस में एक-दूसरे से बात करने से कतराने लगते हैं। नतीजन, पति पत्नी का रिश्ता कमजोर पड़ने लगता है।
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मौखिक या शारीरिक दुर्व्यवहार
किसी भी स्थिति में पार्टनर के साथ किया गया मौखिक या शारीरिक दुर्व्यवहार बेहद अपमानजनक होता है। इससे पति पत्नी का रिश्ता एक कगार पर आ सकता है।
बेड पर जाने से पहले तनाव को दूर करें
यदि कोई समस्या है तो उसे बेड पर जाने से पहले ही हल करें। हो सकता है किसी बहस के बाद संवाद करना कठिन हो जाए लेकिन, अपने पार्टनर से बात करने की कोशिश करें। क्योंकि पति पत्नी का रिश्ता बेड पर सबसे सुखद माना जाता है।
प्रभावी ढंग से संवाद करना ही पति-पत्नी के स्वस्थ रिश्ते की कुंजी है इसलिए, समस्या चाहें जैसी भी हो, बात करें। आखिर बात करने से ही बात बनती है। ये तो बात हो गई समस्या की आइए अब बात करते हैं इस समस्या के समाधान की।