कामसूत्र का मार्गदर्शन 3: महिलाओं को बराबर समझने को कहता है (Women Equality)
सदियों पहले लिखे गए कामसूत्र ने पुरुष और महिला को साथ-साथ चलने की बात कही है। कामसूत्र का मार्गदर्शन ही है कि 64 कलाओं के माध्यम से महिलाओं को सदैव पुरुष के नीचे नहीं, उसके समान रहने को कहा गया है। इसमें महिलाओं को बताया गया कि पुरुष की इच्छाओं की पूर्ति के लिए नहीं अपनी इच्छाओं की पूर्ति की ओर भी उन्हें ध्यान देना चाहिए।
कामसूत्र का मार्गदर्शन 4: अच्छा पति बनना सीखाता है (Good Relationship)
कामसूत्र का मार्गदशर्न अच्छा पति बनने के लिए भी है। महिलाओं को एहमियत नहीं दी गई है ऐसा नहीं है उस समय में होने के बावजूद पुरुषों को अपनी पत्नी की खुशी का ध्यान रखने की सलाह दी गई है। इसमें विस्तार से बताया गया है कि पत्नी के साथ फिजिकल इंटिमेसी बढ़ाने से पहले इमोशनल इंटिमेसी बढ़ाना जरूरी है।
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कामसूत्र का मार्गदर्शन 5: सामाजिक व्यवहार की जानकारी (Improve Social Behavior)
इसमें बताया गया है कि वैवाहिक जीवन के बाद आपको किन-किन जिम्मेदारियों को निभाना है और समाज में किस तरह का व्यवहार करना है। रोज सुबह नहाने से लेकर दोस्तों व परिवार वालों के साथ उठने-बैठने और बातचीत करने की चर्चा भी इसमें की गई है।
कामसूत्र का मार्गदर्शन 6: मानसिकता पहचानने की सीख (For Good Mental Heath)
कामसूत्र में सिखाया गया है कि पार्टनर को उसकी मानसिकता के अनुसार कैसे रिझाना है। इसमें यह भी समझाया गया है की आप सामने वाले व्यक्ति की मानसिकता को कैसे समझ सकते हैं।
कामसूत्र का मार्गदर्शन 7: धैर्य ही है कुंजी (Improve your patience level)
महिला और पुरुष में धैर्य के लिए कामसूत्र का मार्गदशन। महर्षि वात्स्यायन ने सुहाग रात से संभोग तक महिला और पुरुषों में धैर्य के महत्व को बताया है। इसमें तैयारी, फोरप्ले, सेक्स और आफ्टरप्ले के चार चरण बताए गए हैं। यही नहीं कामसूत्र यह बड़े ही साफ-साफ शब्दों में समझाया गया है की शादी के बाद कब अपने लाइफ पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहिए।