शादी से पहले जैसा आप अपनी बहन या सहेलियों के साथ समय गुजारा करती थीं, उसी तरह शादी के बाद आप अपनी ननद के साथ समय गुजार सकती हैं। एक-दूसरे के साथ समय गुजारने से आप किसी के भी जीवन में बहुत करीब आ सकती हैं। इस दौरान, आप उनकी पसंद-नापसंद के साथ-साथ अपने ससुराल वालों के बारे में भी बहुत-सी बातें जान सकती हैं, जिनकी मदद से आप ससुराल के दूसरे सदस्यों के भी बहुत करीब आ सकती हैं। ननद भाभी के रिश्ते में मिठास लाने के लिए साथ समय बिताना जरूरी है। अगर आप एक-दूसरे को पसंद करते हैं तो साथ समय बिताने से आप दोनों के बीच संबंध और मधुर होगा।
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2.दोस्त बनें
हर रिश्ते की तरह ननद-भाभी के रिश्ते में भी थोड़ी चीनी कम तो थोड़ा नमक ज्यादा हो सकता है लेकिन, अगर इस तरह के बहस को इग्नोर किया जाए, तो जितना प्यार दोनों के रिश्ते में हो सकता है, उतना प्यार किसी दूसरे रिश्ते में मुश्किल ही मिल सकता है। इसलिए, दोनों को चाहिए कि वो एक-दूसरे के दोस्त बनें। अगर दोनों घर में अकेली हैं, तो बोर होने या दुखी होने से बेहतर है कि एक-दूसरे की कंपनी में रहना पसंद करें। ननद भाभी के रिश्ते को किसी बोझ की तरह ना निभाएं बल्कि अपने रिश्ते को दोस्ती की तरह हैंडल करें।
3.चुगलीबाजी से दूर रहें
हो सकता है कि दोनों रिश्ते में चुगलीबाजी भी भरी हो, जिससे बचने का सबसे अच्छा रास्ता है, इसे पूरी तरह से इग्नोर करें। अगर ननद कभी आपके पति या परिवार के अन्य सदस्यों से आपकी कोई चुगली करती हैं, तो इस बारे में सबसे पहले अपनी ननद से बात करें। उनसे यह जानने की कोशिश करें कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? अगर उन्हें आपकी कोई बात बुरी लगी है, तो उसके बारे में उससे पूछें। उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि अगर उन्हें आपकी कोई बात बुरी लगती है, तो वो इसके बारे में सबसे पहले आपसे बात करें, ताकि आप अपनी गलती समझ सकें और उसे सुधार सकें। ननद भाभी के रिश्ते के बारे में जैसे टीवी में दिखाते हैं ऐसा ना करें बल्कि प्यार से अपने रिश्ते को हैंडल करे।
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