आपको अपने पार्टनर को सेक्स थेरेपी सेशन में लाने की जरूरत नहीं है। कुछ व्यक्तियों के लिए, सोलो सेक्स थेरिपी ही यौन संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए पर्याप्त होती है। वहीं, कुछ कपल्स में थेरेपी सेशन के दौरान उनके पार्टनर की मौजूदगी से एक मजबूत रिलेशनशिप बनाने में मदद मिल सकती है। यदि आप साथी को शामिल करना चाहते हैं, तो उनसे पहले से ही पूछें।
और पढ़ें : ओरल सेक्स क्या है? युवाओं को क्यों है पसंद?
लॉजिस्टिक्स
सेक्स थेरेपिस्ट का चुनाव करते समय यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि थेरेपिस्ट का ऑफिस कहां लोकेट है और वहां पहुंचना आपके लिए कितना आसान है। क्योंकि आप लंच के समय, काम के बाद, या किसी भी दिन जब आप फ्री हों तो वहां आसनी से जा सकें। कुछ सेक्स थेरेपिस्ट टेलीहेल्थ सेशन भी देते हैं, इसलिए आप अपने घर में आराम से उनसे ऑनलाइन मदद ले सकते हैं। यह सुनिश्चित करें कि थेरेपिस्ट तक पहुंचना सुविधाजनक हो।
और पढ़ें : ये 7 बातें बताती हैं सेक्स की लत के शिकार हैं आप
ट्रीटमेंट प्लान
आपकी पहली अपॉइंटमेंट के दौरान, थेरेपिस्ट संभवतः आपको प्रारंभिक उपचार योजना के बारे में बताएं। अधिकांश लोगों और कपल्स के लिए, शुरुआत में कई सेशंस की आवश्यकता होती है। हालांकि, एक बार जब ट्रीटमेंट से स्थिति में अंतर आ जाता है और थेरेपिस्ट को लगता है कि आप भविष्य की चुनौतियों से निपट सकते हैं, तो वे सेशन को आगे ले जाते हैं।
और पढ़ें : जिंदगी भर बना रहेगा रोमांस, कपल्स अपनाएं बस ये 7 रोमांटिक बेडरूम टिप्स
इंसोरेंस और फीस
हर प्रकार का हेल्थ इंसोरेंस मनोचिकित्सा को कवर नहीं करता है। इसलिए, अपने अपॉइंटमेंट से पहले अपनी बीमा कंपनी के साथ इंसोरेंस डिटेल्स के बारे में पूछें। साथ ही आप थेरेपिस्ट से पूछें कि वे हर सेशन के लिए कितना चार्ज लेते हैं? आपको फीस पूरी एक साथ जमा करनी होगी या इंस्टॉलमेंट में। इस बारे में भी जानकारी लें।
अपॉइंटमेंट के दौरान बताएं ये बातें