बैक्टीरियल वजायनोसिस में कई बार कोई लक्षण सामने नहीं आते हैं, सिवाए व्हाइट डिस्चार्ज के।
बैक्टीरियल वजायनोसिस का इलाज एंटीबायोटिक्स के द्वारा किया जाता है। कुछ मामलों में ये खुद बखुद ठीक हो जाता है। लेकिन फिर भी डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए, क्योंकि आगे चल कर यह सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का द्योतक बनता है।
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सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के कारण
सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन सेक्स के बाद व्हाइट डिस्चार्ज का कारण बन सकता है। सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन अक्सर असुरक्षित यौन संबंध बनाने से होता है।
सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन में निम्न कारण और लक्षण सामने आ सकते हैं :
- ट्राइकोमोनिआसिस में सफेद, ग्रीन या पीले रंग का वजायनल डिस्चार्ज होता है। इस दौरान वजायना में लालपन, खुजली, जलन और पेशाब करने में समस्या भी होती है।
- क्लेमाइडिया में पीले और सफेद रंग का डिस्चार्ज होता है। पेशाब करने में ब्लीडिंग और बिना पीरियड्स के भी ब्लीडिंग हो सकती है।
- गोनोरिया बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है। इसमें व्हाइट डिस्चार्ज होता है और पेशाब करने में दर्द होता है।
सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का इलाज एंटीबायोटिक से किया जाता है। अगर आपको सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन है तो अपने पार्टनर की भी जांच और इलाज जरूर कराएं, वरना आपका इंफेक्शन ठीक हो जाएगा, लेकिन आपके पार्टनर से आपको फिर से इंफेक्शन हो सकता है।
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