दया भाव चिंता को कम करता है
चिंता के दौरान हल्की घबराहट या गंभीर घबराहट एक अत्यंत सामान्य मानवीय अनुभव है। जबकि चिंता को कम करने के कई तरीके हैं, जैसे कि ध्यान, व्यायाम, दवाओं का सेवन और प्राकृतिक उपचार। कई अध्ययनों से यह पता चलता है कि दूसरों के लिए कुछ अच्छा करना चिंता को कम करने के सबसे सस्ते तरीकों में से एक हो सकता है। जैसा कि ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी (यूबीसी) में हुए एक अध्ययन में कहा गया है कि चिंता लो पॉजिटिव अफेक्ट(PA) से जुड़ी है। यह मनोवैज्ञानिक सेहत (psychological well-being) और स्थिति के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता (adaptive functioning) को प्रभावित कर सकता है। पॉजिटिव अफेक्ट एक व्यक्ति की खुशी, रुचि और सतर्कता जैसे सकारात्मक मूड के अनुभवों को दर्शाता है। यूबीसी में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो प्रतिभागी इस तरह के कामों में लगे हुए हैं, उनके पीए में महत्वपूर्ण वृद्धि दिखती हैं। इसलिए अगली बार जब आप थोड़ा चिंतित महसूस करेंगे, तो दूसरों की मदद करने के अवसरों की तलाश करें। ये अवसर किसी को मुस्कुराने की वजह देने से लेकर किसी संगठन में अपना समय देने या उधार देने तक हो सकता है।
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दया भाव आपके दिल के लिए भी अच्छा है
दूसरों को अच्छा महसूस कराना आपके दिल को निश्चित रूप से अच्छा महसूस करा सकता है। लेकिन, दूसरों के लिए अच्छा होना आपके दिल के केमिकल बैलेंस को भी प्रभावित कर सकता है। काइंडनेस हॉर्मोन ऑक्सीटोसिन को रिलीज करता है। डॉ.डेविड हैमिल्टन के अनुसार, “ऑक्सीटोसिन ब्लड वैसेल में नाइट्रिक ऑक्साइड नामक एक कैमिकल रिलीज करता है, जो ब्लड वैसेल को डाइलेट (फैलता) करता है। यह ब्लड प्रेशर को कम करता है और इसलिए ऑक्सीटोसिन को कार्डियोप्रोटेक्टिव ’हार्मोन के रूप में जाना जाता है क्योंकि ब्लड प्रेशर को कम करके यह हृदय की रक्षा करता है।” दया भाव आपके दिल को शारीरिक और भावनात्मक रूप से मजबूत करता है। शायद इसलिए कहते हैं कि लोगों की देखभाल करने वाले का दिल वास्तव में बड़ा होता है?
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