लगातार छोटी बड़ी परेशानियों से अमिताभ बच्चन बीमार रहने लगे। 2005 में बच्चन के स्वास्थ्य ने उन्हें फिर से विफल कर दिया। जिस बीमारी के बारे में उन्होंने सोचा था कि एक गैस्ट्रो समस्या है वह छोटी स्मॉल इंटेस्टाइन की डायवर्टिक्यूलाइटिस है। अमिताभ बच्चन बीमार होकर जब अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने कहा कि यह बीमारी एक दुर्लभ घटना थी और अगर समय पर इसका इलाज ना होता तो यह जानलेवा साबित हो सकता था। इस बीमारी के कारण रोगियों में बड़ी या छोटी आंत की वॉल में सूजन होता है। हाई-फाइबर डायट इसे रोक सकता है और इसे ठीक करने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत होती है। गंभीर मामलों में जैसे अमिताभ बच्चन की बीमारी के मामले में एक ऑपरेशन की जरूरत थी। नवंबर 2005 में जब अमिताभ बच्चन बीमार थे तो उन्हें दो महीने तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा।
लिवर सिरोसिस से अमिताभ बच्चन बीमार
बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने कुछ साल पहले यह भी खुलासा किया था कि वह बिना शराब पीए भी लिवर सिरोसिस से पीड़ित हुए थे। अभिनेता ने कहा कि 1982 में कुली की शूटिंग के दौरान हुए घातक हादसे के बाद उन्होंने इस बीमारी का सामना करना पड़ा।
“दोस्तों, रिश्तेदारों, शुभचिंतकों और अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी सभी खून देने के लिए लाइन में खड़े थे और मैं जीवित बच गया।’ अमिताभ फिल्म कुली में एक एक्शन सीन के दौरान घायल हुए थे। अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेशन ने इस बात के लिए फुर्ती दिखाई उनकी सर्जरी के लिए बहुत अधिक खून की जरुरत थी। प्रशासन की फुर्ती ने कई स्वयंसेवकों को आगे आने के लिए प्रेरित किया। लगभग दो सौ लोगों ने अमिताभ बच्चन के लिए ब्लड डोनेट किया और ऐसे 60 बोतल खून इकट्ठा किया और जिसे बाद में बिग बी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया गया, लेकिन यही उनके आगे की समस्या का कारण बना। एक अननोन डोनर के खून में से कुछ ऑस्ट्रेलियाई एंटीजन हेपेटाइटिस से संक्रमित था। ज्यादातर ब्लड डोनर में यह संक्रमण कुछ महीनों तक बॉडी में डॉरमेंट रहने के बाद सिस्टम के अंदर एक्टिव होता है।