समय रहते यदि एनाफिलेक्सिस का इलाज न किया जाए तो पीड़ित की जान भी जा सकती है। यदि कोई भी दवा लेने के बाद आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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दवा की एलर्जी और साइड इफेक्ट में क्या अंतर है?
ड्रग एलर्जी सिर्फ कुछ लोगों को ही प्रभावित करती है। इसमें हमेशा इम्यून सिस्टम शामिल होता है और इसका प्रभाव नकारात्मक होता है। जबकि दवा लेने के बाद उससे साइड इफेक्ट किसी को भी हो सकता है। साथ ही इसमें इम्यून सिस्टम शामिल नहीं होता है। साइड इफेक्ट का मतलब है दवा का अपना काम करने के अलावा शरीर को किसी भी तरह से प्रभावित करना यह हानिकारक या मददगार भी हो सकता है। जैसे की दर्द के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा एस्प्रिन पेट में गड़बड़ी पैद कर देती है यह इसका निगेटिव साइड इफेक्ट है। हालांकि, इसके साथ ही यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक को खतरे को कम करती है यह हेल्पफुल साइड इफेक्ट है।
उपचार
कब करें डॉक्टर से संपर्क
यदि किसी दवा को खाने के बाद आपको ऐसा लग रहा है कि मेडिकेशन रिएक्शन हो गया है तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है, गंभीर अस्थमा या एनाफिलेक्सिस के लक्षण दिखे तो इमरजेंसी नंबर पर फोन करके मेडिकल हेल्प मांगे।
बचाव
ड्रग एलर्जी से बचने का कोई तरीका नहीं है। यदि आपको पता है कि किसी खास तरह की दवा से एलर्जी हो जाती है तो उसे खाने से बचें। पहले यदि किसी बीमारी के इलाज के दौरान आपको किसी दवा से एलर्जी हो चुकी है तो अपने वर्तमान डॉक्टर को भी इस बारे में जरूर बताएं ताकि वह आपको वही दवा न दें।