ऑसगूड स्क्लटर रोग
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
ऑसगूड स्क्लटर रोग
ऑसगूड स्क्लटर रोग घुटने में होने वाले दर्द का एक आम कारण है। ऑसगूड स्क्लटर में घुटने के ठीक नीचे वाले हिस्से में सूजन होती है। यह हिस्सा घुटने के नीचे से पिंडली से जुड़ जाता है। यह रोग ज्यादातर बढ़ती उम्र में होता है, यानी जब हड्डियों, मांसपेशियों, टेंडन की संरचनाएं तेजी से बदल रही हो। कोई भी शारीरिक गतिविधि करने से हड्डियों और मांसपेशियों पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है और जो बच्चे एथलेटिक्स में भाग लेते हैं, खासकर दौड़ने और कूदने वाले खेल में उन्हें इस रोग के होने का जोखिम ज्यादा होता है। इस रोग के ज्यादातर केस में आराम, ओवर-द-काउंटर दवा, स्ट्रेचिंग और व्यायाम के जरिये दर्द से राहत मिल जाती है, जिससे रोजमर्रा के काम दोबारा शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं होती। बढ़ती उम्र के बच्चों की हड्डियों के पास एक विशेष हिस्सा होता है, जहां से हड्डी का विकास हो रहा होता है, इस हिस्से का नाम ग्रोथ प्लेट है। शरीर के विकास के समय जब इसमें परेशानी होने लगती है तब ऑसगूड स्क्लटर रोग होता है।
यह रोग किसी शारीरिक गतिविधि के कारण होता है, इसमें दर्दनाक लक्षणों का सामना करना पड़ता है। ऑसगूड स्क्लटर रोग होने पर कुछ केस में एक घुटने में लक्षण दिखाई देते हैं, कुछ में दोनों घुटनों में लक्षण दिखाई देते हैं। इस रोग में निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
हर दूसरे व्यक्ति में लक्षणों की गंभीरता अलग हो सकती हैं। कुछ को कम दर्द और कुछ को ज्यादा हो सकता है। किसी-किसी को दर्द के बजाय शारीरिक गतिविधि करने में दिक्कत होती है। सामान्यतः जब किशोरावस्था खत्म हो जाती है, तब लक्षण दिखाई देना बंद हो जाते हैं।
ऑसगूड स्क्लटर शारीरिक गतिविधि करने के दौरान होता है, जिसमें दौड़ना, कूदना और झुकने जैसी चीजें शामिल हैं। गतिविधि के दौरान बच्चे की जांघ की मांसपेशियां टेंडन पर खिंच जाती हैं जो कि पिंडली के शीर्ष भाग में घुटने को ग्रोथ प्लेट से जोड़ती हैं। जब हड्डी पर यह तनाव बार-बार पड़ता है तब टेंडन पिंडली के अंदर चला जाता है, जिससे ऑसगूड स्क्लटर रोग से जुड़ा दर्द और सूजन होती है। कुछ बच्चों के शरीर पर नई हड्डी के विकास के समय भी खाली जगह को बंद करने की कोशिश में गांठ बन जाती हैं।
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ऑसगूड स्क्लटर आमतौर पर उन बच्चों में होता है जो दौड़ने, कूदने वाले खेलों में भाग लेते हैं। इसमें बास्केटबॉल, फुटबॉल, लंबी दूरी की दौड़, स्केटिंग जैसे खेल शामिल हैं। ऑसगूड स्क्लटर रोग लड़कियों को ज्यादा प्रभावित करता है। लड़कियां लड़कों के मुकाबले पहले यौन-अवस्था का अनुभव करती हैं, इसलिए उन्हें यह रोग प्रभावित करें इसका जोखिम अधिक रहता है। सामान्यतः 11 से 12 साल की लड़कियों में और 13 और 14 साल की उम्र के लड़कों में विकसित होते समय ऑसगूड स्क्लटर रोग के जोखिम ज्यादा होते हैं।
यदि किसी व्यक्ति में ऑसगूड स्क्लटर होने लक्षण दिखाई देते है, तो डॉक्टर उचित शारीरिक परिक्षण करने की सलाह दे सकते हैं। शारीरिक परीक्षण के तौर पर आपके डॉक्टर घुटनों में सूजन, दर्द और लालिमा की जांच करेंगे। अगर इस तरह के शारीरिक परीक्षण में किसी तरह का संदेह रहता है, तो आपको डॉक्टर घुटने के दर्द के अन्य संभावित कारणों का पता लगाने के लिए हड्डी का एक्स-रे करवाने की भी सलाह दे सकते हैं।
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ऑसगूड स्क्लटर रोग आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन जिन मामलों में समस्या बढ़ जाती है, उनके लिए इलाज में निम्न प्रक्रिया इस्तेमाल की जाती है।
इलाज के दौरान कुछ मामलों में डॉक्टर तैराकी या बाइक चलाने जैसे गतिविधि करने की अनुमति दे देते हैं। कुछ मामलों में डॉक्टर महीनों तक आराम करने की सलाह देते हैं, ताकि रोग को ठीक किया जा सकें। फिजियोथेरिपी में भौतिक चिकित्सक रोगी को जांघ के क्वाड्रिसेप्स (quadriceps) को फैलाने के लिए एक्सरसाइज करवा सकता है, जो कि तनाव को कम करने में मदद कर सकता है, जहां घुटने का टेंडन पिंडली से जुड़ जाता है। सामान्य रूप डॉक्टर की देख-रेख में एक्सरसाइज करवाई जाती है जो घुटने के जोड़ को स्थिर करने में मदद कर सकती है। जब रोग की गंभीरता बढ़ जाती है, तब डॉक्टर सर्जरी करने की सलाह देते है, इसमें हड्डी की अतिवृद्धि को सर्जरी के माध्यम से हटा दिया जाता है।
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ऑसगूड स्क्लटर आमतौर पर इलाज के बाद किसी तरह की मुश्किल खड़ी नहीं करता लेकिन दुर्लभ मामलों में रोगी को पुराने दर्द या सूजन का अनुभव हो सकता है। कुछ रोगियों को सर्जरी की जरूर पड़ जाती है, रोग की गंभीरता अधिक होने पर लगातार दवाई और फिजियोथेरेपी दी जाती है।
आमतौर पर ऑसगूड स्क्लटर रोग को सामान्य स्थिति माना जाता है। अगर उचित समय पर इसका उपचार कराया जाए, तो इस समस्या से बचाव किया जा सकता है। अगर आप में या आपके बच्चे में निम्न लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपके निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए, जैसेः
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