स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) को स्कारलेटिना भी कहते हैं। यह एक ऐसा इंफेक्शन होता है जो एक से दूसरे में फैल जाता है। इस बीमारी के होने से पूरे शरीर पर लाल और उभरे हुए चकत्ते पड़ जाते हैं। शुरू में ये सनबर्न की तरह दिखते हैं। ये चकत्ते पहले चेहरे पर फिर गले और फिर पूरे शरीर में फैल जाते हैं। अगर किसी बच्चे का गला खराब है तो उसे स्कारलेट फीवर हो सकता है। क्योंकि जो बैक्टीरिया स्कारलेट फीवर (Scarlet fever) फैलाते हैं वही गला खराब होने का कारण भी बनते हैं। इस बीमारी में बहुत तेज बुखार होता है। यह बुखार ज्यादातर 5 से 15 साल तक के बच्चों को होता है। यह बच्चों में होने वाली एक गंभीर बीमारी मानी जाती है। अगर इसका समय पर इलाज नहीं करवाया गया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। स्ट्रेप्टोकोकस पायोजेन्स नाम के एक बैक्टीरिया (Bacteria) से स्कारलेट फीवर होता है। एंटीबायोटिक (Antibiotic) दवाओं के साथ इस बीमारी का इलाज किया जात सकता है।