के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
वैस्क्युलाइटिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें खून को पूरे शरीर में ले जाने वाली रक्तवाहिकाएं (ब्लड वेसल्स ) खराब हो जाती हैं। खराबी बहुत से प्रकार की हो सकती हैं जैसे कि ब्लड वेसल्स का सकरा होना, कमजोर होना या फिर बहुत ज्यादा मोटा हो जाना। इन विकारों की वजह से खून के सामान्य प्रवाह में भी रुकावट आ सकती है, जिसके चलते टिशूज और शरीर के बाकी सभी अंगों में खराबी आती है। लगभग 20 ऐसी बीमारियां हैं जिनमें वैस्क्युलाइटिस हो सकता है। वैस्क्युलाइटिस किसी संक्रमण या बीमारी की वजह से भी हो सकता है।
ये परेशानी किसी भी लिंग और उम्र को समान रूप से प्रभावित करती है। इसके विषय में और अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कौनसा अंग प्रभावित है और संक्रमण कितना गंभीर है इसके आधार पर लक्षणों को देखा जाता है। आमतौर पर निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं :
लक्षणों के दिखने पर अपने डॉक्टर से मिलें। हर मरीज में वैस्क्युलाइटिस का कारण (Vasculitis Causes) अलग हो सकता है इसलिए सही इलाज के लिए अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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वैस्क्युलाइटिस का कारण बता पाना मुश्किल है। आमतौर पर ब्लड वेसल्स में सूजन या विकार किसी फंगल संक्रमण या फिर किसी दवा की एलर्जी की वजह से होने वाला ये संक्रमण बहुत दर्दनाक हो सकता है इसलिए सही समय पर इसका इलाज बहुत जरूरी है।
सिस्टमिक वैस्क्युलाइटिस (Systemic Vasculitis) एक खास तरह की बीमारी है जिसमें इम्यून सिस्टम ही ब्लड वेसल को नष्ट करने लगता है।
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बहुत अधिक धूम्रपान करने से, बहुत ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होने पर या फिर हाई ब्लड प्रेशर होने पर वैस्क्युलाइटिस का खतरा (Risk of vasculitis) बढ़ सकता है।
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। सही सलाह के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर मिलें।
जांच के दौरान बहुत सी प्रक्रियाएं करवाई जा सकती हैं जैसे कि :
रक्तवाहिकाओं में सूजन या जलन को पता करने के लिए बहुत से मार्कर का उपयोग किया जा सकता है जैसे कि :
इसके अलावा सी रिएक्टिव प्रोटीन (C Reactive Protein) जांच को भी किया जाता है। सी रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) टेस्ट एक ब्लड टेस्ट है, जो शरीर में सी रिएक्टिव प्रोटीन प्रोटीन की मात्रा को मापने के लिए किया जाता है। सीआरपी एक प्रोटीन है जिसे लिवर बनाता है। सीआरपी के जरिए शरीर में सूजन का भी पता लगाया जाता है। आमतौर पर हमारे खून में सी रिएक्टिव प्रोटीन की मात्रा कम होती है। सीआरपी का हाई लेवल कई गंभीर बीमारियों की तरफ इशारा करता है, लेकिन इससे शरीर में कहां और किस कारण सूजन है, इसका पता नहीं लगाया जा सकता है।
साथ ही रयूमटोलॉजिकल जांच भी करवाई जा सकती है। वैस्क्युलर इमेजिंग के लिए इन तरीकों का इस्तमाल किया जा सकता है :
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वैस्क्युलाइटिस (Vasculitis) का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
बहुत गंभीर मामलों में दवाओं की मदद से इलाज किया जा सकता है। सर्जरी की सलाह बहुत कम डॉक्टर देंगे क्योंकि इसके बाद भी पूरी तरह से ठीक होने की संभावना कम रहती है। असाइटमेनोफेन, आइब्रुफेन और एस्प्रिन की मदद से इलाज संभव है। इसके साथ ही कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स और इम्म्यूनोसप्प्रेसेंट्स भी दिए जा सकते हैं।
ब्यूरजेर्स की बीमारी (Buerger’s disease) में इलाज दवाओं से संभव नहीं होता इसलिए डॉक्टर मरीज को तम्बाकू जैसी नुकसानदेह चीजों से परहेज रखने को कह सकते हैं।
ध्यान रखें कि हर मरीज दूसरे मरीज से अलग है इसलिए जरुरी नहीं है कि जो इलाज एक के लिए कारगर है वही दूसरे में भी काम करे। सही सलाह के लिए डॉक्टर से मिलें।
जीवनशैली में किन बदलावों से आप वैस्क्युलाइटिस की समस्या से बच सकते हैं या फिर इसपर नियंत्रण पा सकते हैं :
इसके अलावा आपको वैस्क्युलाइटिस में अपने खानपान का विशेष ध्यान देना होगा, जो निम्न है :
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