के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
वॉन विलेब्रांड रोग (वीडब्ल्यूडी) ब्लीडिंग डिसऑर्डर से जुड़ी एक समस्या होती है जिसमें खून के थक्के (Blood clotting) जमने की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है। यह वॉन विलेब्रांड फैक्टर (VWF) नामक क्लॉटिंग प्रोटीन की कमी के कारण होता है।
अधिकांश लोगों में इसकी समस्या जन्म से होती है, जिसके लक्षण कई सालों तक दिखाई नहीं देते हैं।
इस बीमारी का नाम फिनिश चिकित्सक एरिक वॉन विलेब्रांड के नाम पर पड़ा है, जिन्होंने पहली बार सन् 1920 के दशक में इसका खोज किया था।
वॉन विलेब्रांड रोग (VWD) ब्लीडिंग डिसऑर्डर से जुड़ी बहुत ही सामान्य समस्या है। अमेरिका की आबादी का लगभग 1% लोग इस समस्या से प्रभावित हैं। भारतीय जनसंख्या को अनुसार यह पुरुषों और महिलाओं में समान रूप से होता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने चिकित्सक से चर्चा करें।
और पढ़ें : दांत दर्द की दवा खाने के बाद महिला का खून हुआ नीला, जानिए क्या है कारण
वॉन विलेब्रांड डिजीज से पीड़ित अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। क्योंकि, इसके लक्षण न के बराबर ही दिखाई देते हैं। आमतौर पर इसकी समस्या बढ़ती उम्र के साथ ही बढ़ सकती है। इस स्थिति के सबसे आम संकेत असामान्य रक्तस्राव (Bleeding) है। रक्तस्राव की गंभीरता हर व्यक्ति में भिन्न हो सकती है।
अगर आपको वॉन विलेब्रांड डिजीज (Von Willebrand Disease) है, तो इस तरह के लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं:
महिलाओं में वॉन विलेब्रांड डिजीज के संकेत और लक्षण
इसके सभी लक्षण ऊपर नहीं बताएं गए हैं। अगर इससे जुड़े किसी भी संभावित लक्षणों के बारे में आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
अगर आपको लंबे समय से या बहुत ज्यादा रक्तस्राव हो रहा है, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर ऊपर बताए गए किसी भी तरह के लक्षण आपमें या आपके किसी करीबी में दिखाई देते हैं या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हर किसी का शरीर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया करता है।
और पढ़ें : पीरियड्स से जुड़ी गलत धारणाएं और उनकी सच्चाई
वॉन विलेब्रांड डिजीज की समस्या वंशानुगत होती है। यह एक असामान्य जीन होता है जो वॉन विलेब्रांड एक प्रोटीन (Protein) की तरह होता है जो रक्त के थक्के बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आपके पास इस प्रोटीन का स्तर कम होता है या यह सही तरीके के काम नहीं करता है, तो ऐसी स्थिति में प्लेटलेट्स (Platelets) नामक छोटी रक्त कोशिकाएं ठीक से एक साथ नहीं चिपक पाती हैं और न ही चोट लगने पर वे खुद को रक्त वाहिका की दीवारों से सामान्य रूप से जोड़ पाती हैं। जिसके कारण थक्के की प्रक्रिया प्रभावित होती है और बहुत ज्यादा खून होता है।
वॉन विलेब्रांड में कारक VIII होता है, जो खून के थक्के को बढ़ाने में मदद करता है। अगर शरीर में कारक VIII का स्तर कम हो जाए, तो इसका जोखिम भी बढ़ सकता है।
इसके अलावा कुछ चिकित्सा स्थितियों के कारण भी इसकी समस्या हो सकती है। इसके कई प्रकार भी होते हैंः
वॉन विलेब्रांड डिजीज का मुख्य जोखिम कारक पारिवारिक इतिहास होता है। माता-पिता से ही बच्चों की इसकी बीमारी विरासत में मिलती है।
अधिकांश मामले “ऑटोसोमल प्रमुख विरासत में मिला’ विकार है, जिसका मतलब है कि अगर माता या पिता दोनों में से किसी एक में भी वॉन विलेब्रांड रोग है, तो आपके बच्चे में इसकी समस्या 50 फिसदी तक होती है।
स्थिति का सबसे गंभीर रूप (टाइप 3) “ऑटोसोमल रिसेसिव’ है, जिसका अर्थ है कि माता-पिता दोनों के ही पास असामान्य जीन है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
और पढ़ें : एमनियॉटिक फ्लूइड क्या है? गर्भ में पल रहे शिशु के लिए के लिए ये कितना जरूरी है?
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
वॉन विलेब्रांड डिजीज के अधिक लक्षणों का पता नहीं चलता है। जिस वजह से इसके उपचार में देरी या मुश्किल हो सकती है।अगर आपके पास रक्तस्राव विकार या इससे जुड़ा कोई संकेत है, तो आपका डॉक्टर आपको रक्त विकार विशेषज्ञ (हेमटोलॉजिस्ट) से परामर्श करने की सलाह दे सकते हैं।
वॉन विलेब्रांड रोग की जांच करने के लिए आपका डॉक्टर मेडिकल इतिहास की जानकारी लेंगे और रक्तस्राव के अन्य लक्षणों की जांच करेंगे।
आपका डॉक्टर भी निम्नलिखित ब्लड टेस्ट भी करेंगे:
इन परीक्षणों के परिणाम तनाव (Tension), व्यायाम (Workout), संक्रमण (Infection), गर्भावस्था (Pregnancy) या दवाओं के प्रभाव के कारण प्रभावित भी हो सकते हैं। जिसकी वजह से दोबारा इनका टेस्ट किया जा सकता है।
अगर आपको वॉन विलेब्रांड रोग है, तो आपका डॉक्टर आपके परिवार के सदस्यों के साथ भी ये टेस्ट कर सकता है।
कई मामालों में वॉन विलेब्रांड रोग बिना किसी इलाज के आजीवन स्थिति रह सकता है, हालांकि उपचार से रक्तस्राव की समस्या को कम की जा सकती है। आपके उपचार इन स्थितियों पर निर्भर कर सकती हैः
आपका डॉक्टर आपके वॉन विलेब्रांड कारक को बढ़ाने के लिए निम्न में से एक या अधिक उपचार कर सकते हैं। जो खून के थक्कों को मजबूत कर सकते हैं या महिलाओं में होने वाली भारी मासिक धर्म के रक्तस्राव को नियंत्रित कर सकते हैं:
और पढ़ें : गर्भावस्था में हो सकती है भूलने की बीमारी, जानिए क्या है इसके कारण?
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको वॉन विलेब्रांड डिजीज से बचने में मदद कर सकते हैं:
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो उसकी बेहतर समझ के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।