के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
फोरमीनोटोमी (Foraminotomy) सिकुड़न कम करने वाली सर्जरी है। जहां से रीढ़ की हड्डी की तंत्रिका रीढ़ की हड्डी से बाहर निकलती है, उस रास्ते को बड़ा करने के लिए यह सर्जरी की जाती है। फोरमीनोटोमी के दौरान, स्पाइन सर्जन रास्ता ब्लॉक करने वाले और रीढ़ की हड्डी की जड़ को सिकोड़ने वाले हड्डियों या ऊतकों को बाहर निकालते हैं। इनके कारण रीढ़ की हड्डी में दर्द और सूजन की समस्या भी हो सकती है। फोरमीनोटोमी सर्जरी की मदद से इन सिकुड़ी हुई नसों पर बन रहे दबाव को दूर किया जाता है।
ब्लॉकेज के कारण जिस रीढ़ की हड्डी के स्तंभ सिकुड़न आती है या इंटरवर्टेब्रल फोरामेन (intervertebral foramen) ब्लॉक होता है, उसे स्पाइनल स्टेनोसिस कहा जाता है। विभिन्न प्रक्रियाएं इंटरवर्टेब्रल फोरामेन को ब्लॉक कर सकती हैं और रीढ़ की हड्डी को छोड़कर तंत्रिका में सिकुड़न ला सकती हैं। निम्न स्थितियों के कारण स्पाइनल स्टेनोसिस की समस्या हो सकती है:
नर्व कंप्रेशन की यह स्थिति स्पाइनल कॉलम के किसी भी भाग में हो सकती है। जिसके कारण प्रभावित अंगों में दर्द, झुनझुनी और कमजोरी हो सकती है। अगर आपको पहले भी कभी इस समस्या से राहत पाने के लिए अन्य उपचार आजमाए जा चुके हैं, लेकिन उनसे राहत नहीं मिली है, तो आपको फोरमीनोटोमी सर्जरी की जरूरत हो सकती है। इसकी प्रक्रिया में फिजिकल थेरेपी, दर्द की दवाएं और एपीड्यूरल इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।
आमतौर पर, सर्जन इसके लक्षणों को दूर करने के लिए इस सर्जरी की प्रक्रिया को एक वैकल्पिक तौर पर निर्धारित कर सकते हैं। अगर आपके लक्षण ज्यादा गंभीर हो जाते हैं या अगर आपके तंत्रिका के कारण आपको यूरिन से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं, तो आपको आपातकालीन फोरमीनोटोमी की आवश्यकता हो सकती है।
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हर किसी के लिए फोरमीनोटोमी सर्जरी एक सुरक्षित विकल्प नहीं हो सकती है। इसका उपचार व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थितियों, अन्य बीमारियों और मेडिकल इतिहास के आधार पर तय किया जा सकता है।
सर्जरी किए गए स्थान में दर्द की समस्या काफी आम होती है। हालांकि, समय के साथ दर्द अपने आप कम हो जाएगा और इसके अलावा आप दर्द निवारक दवाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सर्जरी के पहले आपको एनेस्थीशिया की खुराक दी जाएगी, जिसके कुछ जोखिम हो सकते हैंः
फोरमीनोटोमी सर्जरी के कारण होने वाले संभावित जोखिम हैंः
फोरमीनोटोमी सर्जरी कराने से पहले, इससे जुड़े लाभ, संभावित जोखिमों और साइड इफेक्ट्स को समझने के लिए जरूरी है कि अपने डॉक्टर या सर्जन से इस बारे में बात करें।
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कुछ मामलों में, सर्जन इस प्रक्रिया के लिए लैमिनेक्टोमी सर्जरी भी कर सकते हैं। यह कशेरुक के हिस्से को हटाने का काम करता है।
अगर आपकी सर्जरी गर्दन पर हुई होगी, तो आपको सर्जरी के बाद नेक कॉलर पहनना पड़ सकता है। ज्यादातर लोग सर्जरी के बाद 2 घंटे बाद उठने और बैठने में सक्षम होते हैं। हालांकि, सर्जरी के कुछ दिनों बाद तक आपको अपनी गर्दन सावधानी से मूव करनी होगी।
रीढ़ की सर्जरी के बाद भविष्य में रीढ़ से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। अगर आपको फोरमीनोटोमी और स्पाइनल फ्यूजन था, तो भविष्य में फ्यूजन के ऊपर और नीचे स्पाइनल कॉलम में समस्या हो सकती है।
अगर आपको फोरमीनोटोमी के अलावा लैमिनोटोमी, लैमिनेक्टोमी या स्पाइनल फ्यूजन की प्रक्रिया की भी आवश्यकता होती है, तो आपको भविष्य में होने वाली समस्याओं की अधिक संभावना हो सकती है।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉाक्टर से परामर्श करें।
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