परिचय
अरबी (Arbi) क्या है? (What is Colocasia?)
अरबी एख सब्जी है, जिसका इस्तेमाल ज्यादातर घरों में किया जाता है। इसका इस्तेमाल सब्जी के अलावा दवाओं के रूप में भी किया जाता है। आयुर्वेद में इसे बेहद गुणकारी आहार बताया गया है। इसका वानस्पातिक नाम कोलोकेसिया एस्कुलेन्टा (Colocasia esculenta) है। यह एरेसिए (Aracea) परिवार से ताल्लुक रखता है। इसे अरवी, घुइयां, टैरो रूट (Taro Root), इजिप्टियन ऐरम (Egyptian arum),एलिफैन्टस् इयर (Elephant’s ear) और टैरो (Taro) के नाम से भी जाना जाता है।
हजारों सालों से इसका सेवन सब्जी के तौर पर किया जा रहा है। इसे मानव इतिहास में पहले खेती वाले पौधों में से एक माना जाता है। इसका कच्चा सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि इसमें ओक्सेलेट्स उच्च मात्रा में होते हैं।
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अरबी (Arbi) का उपयोग किस लिए किया जाता है? (Use of Colocasia)
वजन को कम करने में मदद करता है: अरबी डायटरी फाइबर का अच्छा स्त्रोत है, जिसका सेवन करने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है। 100 ग्राम अरवी में 5.1 ग्राम फाइबर होता है। इसमें कम कैलोरी (Low calorie) होती है, जिस वजह से ये वेट मेनेटमेंट (Balanced weight) करने में मददगार है।
हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार: इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को कम करता है। अरबी एक जीरो फैट और जीरो कोलेस्ट्रॉल फूड है। इसमें विटामिन ई की भी अच्छी मात्रा होती है, जो हृदय संबंधी परेशानियों को काफी हद तक दूर रखती है।
थकान को दूर करता है: तारा रूट लंबे समय तक एक्टिव बनाए रखने में मदद करता है। एथलीट्स इसलिए इसका सेवन करते हैं। क्योंकि इसमें गलाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो एथलीट्स को फायदा करता है।
डायजेस्टिव हेल्थ के लिए वरदान: फाइबर से भरपूर होने के कारण यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (Gastrointestinal) हेल्थ के लिए वरदान समान मानी जाती है। फाइबर (Fiber) डायजेशन (Diagestion) में मदद करने के साथ अतिरिक्त गैस (Acidity), ब्लोटिंग (Bloating), पेट में दर्द (Stomach pain) और कब्ज (Constipation) को कोसों दूर रखता है।
एंटीकैंसर प्रॉपर्टीज: बात करें कैंसर की तो टैरो रूट इसमें भी फायदा करती है। टैरो रूट में मौजूद विटामिन-ए (Vitamin-A), विटामिन-सी (Vitamin-C) और कई फेनॉलिक एंटीऑक्सिडेंट इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं और शरीर से खतरनाक फ्री रेडिकल्स को बाहर करते हैं।
त्वचा के लिए उपयोगी: इसमें विटामिन-ई और विटामिन-ए होते हैं, जो हम ओवरऑल सेलूलर हेल्थ को बूस्ट करने के साथ त्वचा संबंधित परेशानियों को दूर करते हैं। इससे घाव और धब्बे तेजी से ठीक होते हैं। इसके अलावा त्वचा की चमक वापस आ जाती है।
डायबिटीज को मैनेज करता है: यदि आप आहार में पर्याप्त मात्रा में फाइबर लेते हैं, तो इससे ग्लाइसेमिक लेवल को प्रबंधित कर सकते हैं और डायबिटीज की संभावना को कम कर सकते हैं।
दृष्टि दोषों को दूर करने में लाभदायक: टैरो रूट में बीटा-कैरोटीन, क्रिप्टो-जैंथिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो दृष्टि को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही ये फ्री रेडिकल्स को ऑक्यूलर सेल्स पर हमला करने से रोकते हैं, जिससे मैक्युलर डीजेनेरेशन (Macular degeneration) और कैटरैक्ट (मोतियाबिंद) की परेशानी होती है।
इन परेशानियों में भी मददगार है अरवी का सेवन:
- हायपरटेंशन (Hypertension) की परेशानी को दूर करता है
- इम्यूनिटी को बूस्ट करता है
- मसल्स हेल्थ को रखें मेंटेन
- सर्क्युलेशन को बढ़ाता है
- डायरिया (Diarrhea) में फायदेमंद
- दांतों के दर्द में राहत पहुंचाता है
- हाय ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) को नियंत्रित करता है
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कैसे काम करती है अरबी (Arbi)?
100 ग्राम अरबी में 135 कैलोरी होती हैं। इसमें फाइबर, मैंगनीज, विटामिन बी-6 (Vitamin B-6), विटामिन-ई (Vitamin-E), पोटैशियम , कॉपर, विटामिन-सी, फासफॉरस, मैगनीशियम आदि उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा विटामिन-सी, थियामिन और रिबोफ्लेविन का भी ये अच्छा स्त्रोत है। टैरो पत्तियां प्रोटीन से भरपूर होती हैं।
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सावधानियां और चेतावनी
कितना सुरक्षित है अरबी (Arbi) का इस्तेमाल?
अरबी का सेवन ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित होता है। निम्नलिखित स्थितियों में अरबी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए:
- जिन लोगों को जोड़ों में दर्द (Joints pain) की शिकायत होती है उन्हें इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
- कफ से जो परेशान रहते हैं उन्हें भी इसका सेवन करने से मना किया जाता है।
- जिन्हें एसिडिटी (Acidity) की शिकायत रहती है वो इससो कोसों दूर रहें। ये आपकी परेशानी पहले से बढ़ा सकती है।
- टैरो रूट को कभी भी रॉ सेवन न करें। इसका सेवन हमेशा पकाकर ही करना चाहिए। इसका सेवन करने से गुर्दे की पथरी (Kidney stone) या गाउट की परेशानी हो सकती है। इसमें उच्च मात्रा में कैल्शियम ओक्सलेट होता है। इसलिए हमेशा इसका सेवन उबालकर ही करें।
- जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो (Low Blood Pressure) रहता है वो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करें। इसका सेवन करने से उनका ब्लड प्रेशर अध्यधिक कम हो सकता है।
- जिन लोगों का डायजेशन (Diagestion) कमजोर होता हैं उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे पचाना मुश्किल होता है।
- इसकी पत्तियों को भी कच्चा खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
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साइड इफेक्ट्स
अरबी से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? (Side effects of Arbi)
अरबी का सेवन वैसे तो फायदेमंद माना जाता है। लेकिन कुछ लोगों में इसका सेवन करने से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
- इसका अत्यधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से स्किन इरिटेशन हो सकती है।
- इसकी पत्तियों का सेवन करने से मुंह और गले में चुभन हो सकती है।
- अरबी को पचाना भारी होता है। इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से बदहजमी या गैस की परेशानी हो सकती है।
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डोसेज
अरबी (Arbi) को लेने की सही खुराक क्या है
अरबी को लेने की सही खुराक क्या है इसकी पर्याप्त जानकारी नहीं है। इसके बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें। हर्ब्स का सेवन हमेशा सुरक्षित नहीं होता है। इसकी खुराक कभी भी खुद से निर्धारित न करें। बेहतर होगा कि इसके लिए आप अपने डॉक्टर से ही कंसल्ट करें।
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उपलब्धता
किन रूपों में उपलब्ध है अरबी (Arbi)?
अरवी निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
- रॉ टैरो रूट (raw taro root)
- टैरो पाउडर (taro powde)
- टैरो टी (taro tea)
- अरबी का काढ़ा (Arbi decoction)
अगर आपका इससे जुड़ा किसी तरह का कोई सवाल है, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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