परिचय
हार्टबर्न (Heartburn) क्या है?
हर्टबर्न में छाती में जलन व दर्द होता है, जो अक्सर शाम को खाना खाने के बाद या सोते समय बदतर हो जाता है। कभी-कभी हार्टबर्न की शिकायत होना आम है व किसी खतरे की घंटी नहीं है। जीवनशैली में कुछ बदलाव और ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाओं का सेवन कर इससे राहत पाई जा सकती है। अगर यह स्थिति लगातार लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का इशारा हो सकता है।
प्रेग्नेंसी के समय में हार्टबर्न की शिकायत होना बहुत आम है। बहुत सारे लोगों में खाना खाने के बाद इसकी शिकायत होती है, लेकिन यह सोते समय भी हो सकती है। कुछ लोगों में किसी खाद्य पदार्थ को खाने या कुछ पेय पदार्थ को पीने के बाद यह परेशानी हो सकती है।
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लक्षण
हार्टबर्न के लक्षण क्या हैं? (Heartburn Symptoms)
हार्टबर्न के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- खाना खाने के बाद या रात के समय सीने में जलन या दर्द होना (Burning and pain in chest)
- गंभीर दर्द जो लेटने और झुकने पर बिगड़ जाए (Pain that worsens when lying down or bending over)
- पुरानी खांसी (Chronic cough)
- पेट में दर्द और ऊपरी एब्डोमेन में जलन होना (Stomach pain or burning in the upper abdomen)
- खाना निगलने में दिक्कत होना
- मुंह में कड़वा या अम्लीय स्वाद होना (Bitter or acidic taste in the mouth)
- लगातार गले में खराश रहना
सीने में जलन (Heartburn) होने पर ऐसे लक्षण महसूस किये जा सकते हैं। इन लक्षणों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
- यदि आपको सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो आपको बिना देर किये तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।
- यदि आप सप्ताह में दो बार से अधिक बार सीने की जलन (Heartburn) के लिए दवा ले रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर से जरूर मिलें।
- यदि आपको खाने को निगलने में परेशानी हो रही है।
- भूख कम लगना या खाने में कठिनाई के कारण आपका वजन कम हो रहा है।
- आपको लगातार जी मिचलाना और उल्टी की शिकायत हो रही है, तो ऐसे में भी आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
- डॉक्टर को दिखाने के बाद भी अगर आपको दवाओं से राहत न मिले, तो इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। अगर आपको दवा से एलर्जी को गई है तो इस बारे में भी डॉक्टर को बताएं।
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कारण
हार्टबर्न के क्या कारण हैं? (Heartburn Causes)
हार्टबर्न की शिकायत तब होती है जब पेट में मौजूद एसिड वापस भोजन नली (Esophagus) में आ जाता है। आमतौर पर जब आप कुछ निगलते हैं आपके अन्नप्रणाली (इसोफेगस) के नीचे के चारों तरफ की मांसपेशियां भोजन और तरल पदार्थ को आपको पेट के नीचे ले जाती हैं। इसके बाद ये मांसपेशियां वापस से कस जाती हैं।
यदि आपका लोअर इसोफेगल स्पिंकटर (Lower esophageal sphincter) कमजोर होता है या ठीक तरह से काम नहीं करता है तो पेट का एसिड वापस इसोफेगस में चला जाता है जिस वजह से हार्टबर्न की शिकायत होती है। लेटते और झुकते समय एसिड का वापस आना गंभीर हो सकता है।
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खाने पीने की इन चीजों के कारण भी हार्टबर्न की शिकायत हो सकती है:
- एल्कोहॉल: एल्कोहॉल लोअर इसोफेगल स्पिंकटर (lower esophageal sphincter) के कार्य को प्रभावित कर सकता है।
- फैटी फूड, स्पाइसी फूड, फ्राइड फूड और कुछ एसिडिक फूड जैसे ओरेंज, ग्रेपफ्रूट, टमाटर आदि से हार्टबर्न की परेशानी हो सकती है।
- कॉफी, ओरेंज और दूसरे एसिडिक जूस: ये कुछ ऐसी ड्रिंक्स हैं, जो हार्टबर्न को बदतर या ट्रिगर कर सकता है।
- कुछ लोगों में लहसुन, प्याज, चॉकलेट और पुदीना से भी हार्टबर्न की समस्या हो सकती है।
हर किसी में अलग-अलग खाने पीने की चीजे अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है। किन चीजों को खाने के बाद आपकी हालत बिगड़ती है उसको ट्रेक करें और एक लिस्ट बनाएं। इस लिस्ट में आप जिन-जिन चीजों का सेवन करते हैं वो लिखें। आप जब कुछ खाते हैं और उसके बाद आपकी हालत खराब होती हैं तो उसे सर्कल कर लें। ऐसा करने से कुछ समय के बाद आप खुद समझने लगेंगे कि किन चीजों का सेवन करने से आपको यह परेशानी होती है।
यदि आपको हार्टबर्न की शिकायत अक्सर रहती है तो इसे गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD) कहा जाता है। इसके लिए आपको डॉक्टर को दिखाने की जरूरत होती है। हार्टबर्न के इलाज के लिए डॉक्टर आपको दवा रिकमेंड कर सकते हैं। कुछ मामलों में सर्जरी भी करनी पड़ सकती है। यह रोग इसोफेगस को डैमेज भी कर सकता है। इसमें इसोफेगस में कुछ परिवर्तन होते हैं जिससे बैरेट इसोफेगस (Barrett’s esophagus) होने की संभावना रहती है।
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निदान और उपचार
दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
हार्टबर्न का निदान कैसे किया जाता है? (Heartburn Diagnosis)
आपका डॉक्टर लक्षणों को देखने के बाद आपको निम्नलिखित टेस्ट कराने की सलाह दे सकता है:
- अपर डायजेस्टिव सिस्टम का एक्स-रे (X-Ray of Upper Digestive System)
- एंडोस्कोपी (Endoscopy)
- एंब्यूलेट्री एसिड टेस्ट (Ambulatory acid test)
- इसोफेगल इमपीडेंस टेस्ट (Esophageal impedance test)
- हार्टबर्न की जांच करने के लिए ही बर्नस्टेन टेस्ट किया जाता है।
हार्टबर्न का इलाज कैसे किया जाता है? (Heartburn Treatment)
हार्टबर्न के लक्षण से राहत के लिए आपका डॉक्टर आपके खानपान की आदतों में कुछ बदलाव कर सकते हैं। हार्टबर्न से छुटकारे के लिए कुछ दवाओं के सेवन के साथ ही आपको कुछ निम्नलिखित ओवर द काउंटर दवाएं भी रिकमेंड कर सकता है:
- एंटासिड्स (Antacids)
- एच2 रेसेप्टर ब्लॉकर्स (H2 receptor blockers)
- प्रोटोन पंप इन्हीबेटर्स (Proton Pump Inhibitors [PPI])
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घरेलू उपचार
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार की मदद से हार्टबर्न (Heartburn home remedies) से कैसे निपटा जा सकता है?
आप अपने लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में थोड़े से बदलाव करके हार्टबर्न की शिकायत से राहत पा सकते हैं। निम्नलिखित बातों से हार्टबर्न की समस्या से निजात पाया जा सकता है:
- हेल्दी डायट को फॉलो करें
- वजन को कम करें
- स्मोकिंग को बंद करें (Avoid Smoking)
- ज्यादा मात्रा में खाना न खाएं (Avoid large meal)
- सीमित मात्रा में डायट में फैट को शामिल करें
- सोने से पहले खाना न खाएं
- एक्सरसाइज कर खुद को फिट रखें
यदि आपको अक्सर सोते वक्त रात के समय में हार्टबर्न की शिकायत रहती है, तो आप अपने शरीर को कमर से ऊपर उठाने के लिए अपने गद्दे और बेड बॉक्स के बीच में अतिरिक्त तकियों के साथ जगह तैयार करें। ऐसा करने से आपको राहत महसूस होगी।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर करें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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