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हाथ को देखकर पता करें बीमारी, दिखें ये बदलाव तो तुरंत जाएं डॉक्टर के पास

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Satish singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 04/03/2021

    हाथ को देखकर पता करें बीमारी, दिखें ये बदलाव तो तुरंत जाएं डॉक्टर के पास

    जरूरी नहीं कि सेहत की जानकारी डॉक्टर से ही मिले, बल्कि आपके हाथ भी सेहत की जुड़ी कई जानकारी दे सकते हैं। हाथ कंपकंपाने से लेकर हाथ में पसीना, उंगलियों की लंबाई से लेकर नाखून का रंग आपकी सेहत से जुड़ी कई खास बताते बताते हैं। सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर है, लेकिन यह सच है। इस आर्टिकल में जानते हैं कि कैसे हमारे हाथ हमारी हेल्थ कंडिशन के बारे में देते हैं पूरी जानकारी।

    हाथ कंपकंपाए तो समझें यह है बीमारी

    हाथ का कंपकंपाना कई बार दवा के साइड इफेक्ट के कारण हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि ऐसे लक्षण दिखाई देने पर डाॅक्टरी सलाह ली जाए। जब व्यक्ति पार्किंसन डिजीज (parkinson’s disease) से ग्रसित होता है तो उसमें इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं।

    अर्थराइटिस की समस्या को बताती है उंगलियों की लंबाई

    बता दें कि ऐसी महिलाओं को सचेत हो जाना चाहिए जिनकी रिंग फिंगर इंडेक्स फिंगर की तुलना में बड़ी होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन महिलाओं के घुटनों में आस्टियोअर्थराइटिस (osteoarthritis) की समस्या होने की ज्यादा संभावना रहती है।

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    किडनी संबंधी समस्या को बताते हैं नाखून

    ऐसे लोग जिनके हाथ के नाखून का रंग नॉर्मल से अलग है उनको सचेत होने की आवश्यकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसे लोग जिनके नाखून का रंग आधा सफेद और आधा ब्राउन होता है ऐसे लोगों में किडनी संबंधी बीमारी होने की संभावनाएं काफी ज्यादा रहती हैं। ऐसे में जरूरी है कि ऐसे लोगों को जल्द से जल्द डाक्टरी सलाह लेनी चाहिए।

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    हथेली की ग्रिप दिल के स्वास्थ्य की देती है जानकारी

    17 देशों में करीब एक लाख 40 हजार लोगों पर किए गए लेसेंट हेल्थ एक शोध के अनुसार हाथ की ग्रिप जितनी अच्छी होगी उतना इंसान का दिल स्वस्थ्य होगा। वहीं शोध के जरिए पता चला कि ऐसे लोग जिनके हाथ का ग्रिप कमजोर होता है उनमें दिल संबंधी बीमारी होने की संभावना काफी ज्यादा रहती है। जिनके हाथ की ग्रिप कमजोर है उनको हार्ट स्ट्रोक भी आ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि यदि इस प्रकार के लक्षण दिखे तो डाक्टरी सलाह लेनी चाहिए।

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    हाथ में पसीना आना हाइपरथायरॉइडिज्म का है लक्षण

    बिना किसी कारण के असामान्य रूप से यदि हाथ में पसीना आए तो यह थायराॅइड या फिर हाइपरहाइड्रोसिस के कारण हो सकता है। क्योंकि सामान्य लोगों की तुलना में जब व्यक्ति इन बीमारियों से पीड़ित हो तो उस स्थिति में हाइपरपरएक्टिव स्विट ग्लैंड (hyperactive sweat gland) की वजह से हथेलियों से पसीना आ सकता है। किसी भी व्यक्ति में यदि इस प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो उसे डाक्टरी सलाह लेना चाहिए।

    पीला हाथ व नाखून का पीला होना

    बता दें कि किसी भी व्यक्ति को एनीमिया उस स्थिति में होता है जब उसके शरीर में रेड ब्लड सेल्स की पर्याप्त मात्रा नहीं होती, ताकि पूरे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सके। शरीर में आयन की कमी के कारण भी ऐसा हो सकता है। वहीं ऐसा ल्यूकेमिया (leukemia) के विभिन्न प्रकार के लक्षणों में भी देखने को मिलता है। एनीमिया के कई लक्षणों में एक लक्षण हाथ से भी जुड़ा हुआ है। जब हाथ पीला दिखाई दे या फिर नाखून की ऊपरी सतह पीली दिखे तो उस स्थिति में व्यक्ति को एनीमिया हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि डाॅक्टरी सलाह ली जाए।

    हाथ पर पीला उभार हो तो हाई कोलेस्ट्रॉल की हो सकती है बीमारी

    पीले रंग का उभार अनुवांशिक कोलेस्ट्रोल के कारण भी हो सकता है, जिसे मेडिकल टर्म में फैमिलियल हायपरकोलेस्ट्रोलिमिया (familial hypercholesterolemia) कहा जाता है। इन पीले रंग के उभार को जेनथॉमस (xanthomas) कहा जाता है। इस प्रकार की समस्या होने पर व्यक्ति के हाथों, कोहनी और घुटनों में पीले रंग के उभार आ जाते हैं। शरीर में इस प्रकार के लक्षण दिखने पर जरूरी है कि डाॅक्टरी सलाह ली जाए।

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    हथेली में सूजन रुमेटाइड अर्थराइटिस की संभावना

    अगर आपको लगता है कि आपका हाथ सूजा हुआ है। खासतौर से तब जब आपको पंजे में भी सूजन महसूस होती है तो यह ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण भी हो सकता है। कोलराडो स्प्रिंग्स एरिया इजी ऑर्थोपेडिक्स के सीईओ ऑर्थोपेडिक सर्जन व एमडी डेनियल पाल बताते हैं कि, ऐसा रुमेटाइड अर्थराइटिस (rheumatoid arthritis) के कारण भी हो सकता है। सामान्य अर्थराइटिस की तुलना में रुमेटाइड अर्थेराइटिस होने की स्थिति में सबसे पहले हथेली में सूजन की समस्या होती है, यह शुरुआती लक्षणों में से एक है। डाॅक्टर पाल बताते हैं कि मौजूदा समय में कई ऐसी दवाएं हैं जिनको देकर इस स्थिति से निजात पाई जा सकती है, लेकिन सबसे जरूरी है कि ऐसे लक्षण दिखने पर डाॅक्टरी सलाह लेनी चाहिए।

    हाथ की मीडिल फिंगर के झुकने की स्थिति को बुटेनायर डिफॉरमिटी (boutunniere deformity) के नाम से जाना जाता है, वहीं यह रुमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों में से एक है। अमेरिकन सोसाइटी फाॅर सर्जरी ऑफ हेंड (एएसएसएच) के अनुसार मीडिल फिंगर के झुकने के दो तरीके हैं। पहला यह बीच के ज्वाइंट से झुकती है और दूसरा सबसे आखिरी वाले ज्वाइंट से झुकती है। यदि किसी को हाथ में यदि ऐसे लक्षण दिखाई दे तो डाक्टरी सलाह लेना चाहिए।

    हथेली में ब्राउन स्पाॅट, सिफ्लिस का है लक्षण

    यदि आप अपने शरीर में अपनी हथेली या पांव के नीचे ब्राउन स्पॉट देखते हैं तो यह सिफ्लिस का लक्षण हो सकता है। असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण भी ऐसा हो सकता है।

    स्किन में सफेद दाग विटिलिगो का है लक्षण

    विटिलिगो (vitiligo) उस स्थिति को कहते हैं जब शरीर का इम्यून सिस्टम उन सेल्स को नष्ट करने लगता है जो स्किन में पिग्मेंट बनाती हैं। विटिलिगो स्किन के सफेद भाग में मौजूद होता है। यदि यह हाथ में है तो उंगलियों के उपरी छोर पर यह नजर आता है। वहीं यह शरीर के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है। सामान्य तौर पर विटिलिगो के लक्षण हाथ पर ही दिखते हैं। इसका संबंध असामान्य थायराॅइड से भी है। यदि डिस्कलरेशन की समस्या है तो जरूरी है कि समय समय पर थायराॅइड की जांच की जाए।

    ब्लू, पर्पल और ब्लैक फिंगर्स हो तो रेनाड्स डिजीज की संभावनाएं

    यदि आपकी उंगलियों का रंग बदलता है और वो ठंड या प्रेशर की वजह से ब्लू, पर्पल या ब्लैक हो जाती हैं तो ऐसा रेनाॅड्स डिजीज (raynaud’s disease) के कारण भी हो सकता है। कुछ परिस्थितियों में इस बीमारी के कारण ब्लड वेसल्स पतली हो जाती हैं। खासतौर से ऐसा तब होता है जब आपके शरीर का तापमान कम होता है या फिर आप किसी तनाव से जूझ रहे होते हैं। इस बीमारी के कारण आपकी उंगलियों में ठंडक-सूनापन महसूस होता है। वहीं कई इनमें दर्द भी महसूस होता है। यदि ऐसे लक्षण दिखाई दें तो डाॅक्टरी सलाह लेना चाहिए।

    हाथ की कठोर स्किन यानि डिहाइड्रेशन का है लक्षण

    शरीर में पानी की कमी होने पर स्किन काफी कठोर हो जाती है। यदि कोई आपके हाथ की स्किन में चिकोटी काटेगा तो उसे वास्तविक रूप में आने में सामान्य से थोड़ा ज्यादा समय लगता है। ऐसे लक्षण दिखें तो ऐसा कह सकते हैं कि आपके शरीर को पानी की जरूरत है।

    सायनोसिस 

    जब रक्त में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है तो हाथ की स्किन नीली पड़ने लगती है। यह बीमारी किसी को भी प्रभावित कर सकती है। अगर आपको अपने हाथ में ऐसे कोई लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।

    हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख उपयोगी लगा होगा। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए डाॅक्टरी सलाह लें।

    डिस्क्लेमर

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