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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)
यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में बैक्टीरियल संक्रमण होने को यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) कहा जाता है। इन बीमारियों में ब्लैडर या यूरेथ्रा में संक्रमण होना आम है। इन बीमारियों का इलाज आसानी से किया जा सकता है और इनके फैलने की आशंका बहुत कम ही होती है, लेकिन अगर इनका इलाज नहीं किया गया, तो यह इंफेक्शन (Infection) फैलकर किडनी फैलियर भी कर सकते हैं।
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किडनी की बीमारी का इलाज क्या है? (Treatment for Kidney disease)
किडनी की बीमारी का इलाज उसके प्रकार पर निर्भर करता है। आइए, जानते हैं कि गुर्दे की बीमारी के इलाज के क्या-क्या विकल्प हैं।
दवाइयां
अगर आपको क्रोनिक किडनी डिजीज हैं, तो इसके होने का सबसे संभावित कारण हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) होता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए कुछ दवाइयों का सुझाव दे सकता है। इसके साथ ही डॉक्टर यूरिन में प्रोटीन की मात्रा कम करने के लिए दवाई दे सकता है, जो कि किडनी को स्वस्थ करने में मदद करती है।
दवाइओं से दूरी
कुछ ओवर द काउंटर दवाई या कुछ दवाइयां आपकी किडनी पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। ऐसी स्थिति में अगर आपके द्वारा ली जा रही कोई दवाई आपकी किडनी पर प्रभाव डाल रही है, तो डॉक्टर उन दवाइयों को बंद कर सकता है।
डायट
आप किडनी की बीमारी को सही करने के लिए अपनी डायट (Diet) को भी सुधार सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी डायट में सोडियम, प्रोटीन (Protein), पोटैशियम (Potassium) और फोस्फेट (Phosphate) की मात्रा कम करनी होगी। ऐसा करने से आपकी किडनी को इन मिनरल को नियंत्रित करने या शरीर से बाहर निकालने में अतिरिक्त मेहनत नहीं करनी पड़ती है। जिससे किडनी पर प्रेशर कम होता है और वह थोड़े समय में स्वस्थ होने लगती है। इसके अलावा, आपको अपने आहार में पानी की मात्रा को भी संयमित करना होता है। किडनी के लिए स्वस्थ डायट बनाने में आप किसी डायटीशियन की मदद भी ले सकते हैं।
डायलिसिस
जब किडनी सही से कार्य नहीं कर पाती, तो आपको डायलिसिस (Dialysis) की जरूरत हो सकती है। डायलिसिस में आपके शरीर में मौजूद अतिरिक्त फ्लूड और वेस्ट मैटीरियल निकाला जाता है, जिसे किडनी नहीं निकाल पाती। लेकिन, डायलिसिस की मदद से आप किडनी पर दबाव कम कर सकते हैं, लेकिन उसका इलाज नहीं कर सकते।
किडनी ट्रांसप्लांट
जब किडनी की बीमारी गंभीर हो जाती है और किडनी फेलियर (Kidney failure) हो जाता है, तो आपका डॉक्टर किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney transplant) के लिए सुझाव दे सकता है। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आप किसी फैमिली मेंबर या अन्य किसी अनजान व्यक्ति या फिर किसी मृत ऑर्गन डॉनर से किडनी ले सकते हैं, लेकिन यह सिर्फ किडनी दान करने की स्थिति में ही किया जा सकता है।
ध्यान रहे कि भारत में किडनी की खरीद फरोख्त करना कानूनी अपराध है और इसके लिए भारतीय दंड संहिता में सजा का प्रावधान है।
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किडनी की बीमारी को दूर करने के टिप्स (Tips for Kidney disease)
किडनी या गुर्दे की बीमारी का खतरा दूर करने के लिए आप इन टिप्स की मदद भी ले सकते हैं। जैसे-
- नियमित एक्सरसाइज (Workout) करें। जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा कम होता है।
- शरीर में मौजूद ब्लड शुगर का स्तर संयमित रखें और नियमित जांच करते रहें।
- पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन करें।
- स्मोकिंग (Smoking) न करें।
- ओवर द काउंटर (OTC) दवाओं का सेवन न करें।
- अगर आपको किडनी की बीमारी का खतरा है, तो इसकी नियमित जांच करवाते रहें।
किडनी से जुड़ी बीमारियों में क्या करें और क्या ना करें? जानने के लिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।