शरीर में विटामिन-डी की मात्रा कैसे बनाएं रखें संतुलित?
विटामिन-डी की मात्रा दो अलग-अलग रूपों में डी-2 और डी-3 दोनों ही ब्लड में विटामिन-डी को बढ़ाते हैं। खाद्य पदार्थों में विटामिन-डी मौजूद थोड़ी कम होती है। निम्नलिखित खाने-पीने की चीजों से विटामिन-डी आसानी से मिल सकता है, उनमें शामिल है:
- सूर्य प्रकाश- रोजाना सुबह की धूप में 15 से 20 मिनट बैठकर विटामिन-डी की कमी को पूरा किया जा सकता है।
- मछली– वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन, ट्यूना और मैकेरल मछली विटामिन-डी के सबसे अच्छे स्रोतों में शामिल है।
- अंडा- अंडे के पीले (योल्क) वाले हिस्से के सेवन से विटामिन-डी की कुछ मात्रा मिल सकती है। क्योंकि इसमें विटामिन-डी की मात्रा होती है लेकिन, कम।
- डेयरी उत्पाद- दूध, पनीर और दही से विटामिन-डी प्राप्त किया जा सकता है।
डायबिटीज के मरीज एक्सपर्ट्स की सलाह अनुसार अपने आहार में विटामिन-डी की पूर्ति कर सकते हैं। लेकिन, विटामिन-डी जरूरत से ज्यादा लेने पर हानिकारिक भी हो सकता है।
और पढ़ें : जानें कैसे स्वेट सेंसर (Sweat Sensor) करेगा डायबिटीज की पहचान
विटामिन-डी के लिए खाएं ये चीजें
गाय का दूध

गाय के दूध का सेवन बहुत सारे लोग करते हैं। विटामिन-डी का यह एक बहुत ही मुख्य स्रोत है। गाय के दूध में कैल्शियम, फॉस्फोरस और राइबोफ्लेविन (riboflavin) सहित कई पोषक तत्व मिलते हैं। आहार में इसका उपयोग डेफिशियेंसी से बचाता है।
सैल्मन मछली
सैल्मन एक वसायुक्त (फैट्स) मछली है और विटामिन-डी का एक बड़ा स्रोत भी है। 100-ग्राम सैल्मन मछली का सेवन करने में विटामिन-डी 361 से 685 IU (international unit) के बीच होता है।
और पढ़ें : शुगर लेवल को ऐसे कंट्रोल करता है नाशपाती
कॉड लिवर ऑयल

कॉड लिवर ऑयल विटामिन-डी का एक लोकप्रिय पूरक है। यदि आप मछली का सेवन नहीं करते तो कॉड लिवर ऑयल आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। कॉड लिवर ऑयल भी विटामिन-ए का एक भरपूर स्रोत है। परंतु उच्च मात्रा में विटामिन-ए टॉक्सिक हो सकता है । इसलिए, कॉड लिवर ऑयल का सावधानीपूर्वक सेवन करें और इसे बहुत अधिक मात्र में न लें।
अंडा
जो लोग मछली नहीं खाते उनके लिए अंडा विटामिन-डी का एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। एक अंडे में अधिकांश प्रोटीन उसके सफेद रंग के हिस्से में पाया जाता है। जब कि अंडे के पीले हिस्से में फैट्स, अन्य विटामिन, प्रोटीन और मिनरल पाए जाते हैं।
और पढ़ें: क्या मधुमेह रोगी चीनी की जगह खा सकते हैं शहद?
मशरूम

मशरूम केवल एकमात्र ऐसा पौधा है जो विटामिन-डी का अच्छा स्त्रोत है। बाहर उगने वाले मशरूम जो प्रकाश के संपर्क में आते हैं उनमें विटामिन-डी की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए घर के अंदर उगने वाले मशरूम में विटामिन-डी बहुत कम मात्रा में पायी जाती है। इसीलिए यदि आप अपने विटामिन-डी की कमी को मशरूम के सेवन से पूरा करने की सोच रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि वे धूप के पर्याप्त स्तर के संपर्क में हैं।
ऑरेंज जूस
कई फोर्टिफोइड संतरे के रस में अतिरिक्त विटामिन-डी होता है। अक्सर कई विभिन्न ब्रैंड के ऑरेंज जूस में अलग से भी कैल्शियम डाला जाता है जो कि कई मायने में फायदेमंद है। क्योंकि यह हमारे शरीर में बोन-बूस्टिंग मिनरल को समाने में मदद करता है।
और पढ़ें : डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए 5 योगासन
झींगा मछली
झींगा मछली विटामिन-डी का एक बहुत ही लोकप्रिय विकल्प है। बाक़ी मछलियों की तुलना में झींगा मछली में विटामिन-डी अच्छी मात्रा में होता है और इसमें फैट्स बहुत ही कम मात्रा में होती है। इन में फायदेमंद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो कि कई विटामिन-डी की खाद्य पदार्थों की तुलना में कम प्रमाण में होता है।
शरीर को स्वस्थ रखना बेहद जरूरी है। इसलिए किसी भी बीमारी के दस्तक देने से पहले ही अपने आपको हेल्दी रखने की कोशिश करें। पौष्टिक आहार लें और रोजाना एक्सरसाइज करें।अगर एक्सरसाइज नहीं कर पा रहें हैं तो पैदल चलें (वॉक करें) और इन सबके साथ डॉक्टर से मिलें।
उम्मीद करते हैं कि आपको डायबिटीज में विटामिन डी के उपयोग से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।