इन ऊपर बताये गए कारणों के अलावा अन्य कारण भी हो सकते हैं। इसलिए सेहत का ध्यान रखें। कोई भी शारीरिक परेशानी महसूस होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर को संपर्क करें।
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हृदय रोग से जुड़े तथ्य क्या हैं?
हृदय रोग से जुड़े तथ्य निम्नलिखित हैं। जैसे:
हृदय रोग से जुड़े तथ्य 1: दिल से जुड़ी बीमारी सिर्फ एक नहीं
दिल की बीमारी अलग-अलग तरह की होती है। जैसे हाइपरटेंशन, हार्ट अटैक, कोरोनरी हार्ट डिजीज (CHD), एंजाइना, कार्डियोमायोपैथी, रूमैटिक हार्ट डिजीज, कॉनजेनाइटल हार्ट डिजीज, हार्ट वाल्व डिजीज, अनियमित दिल की धड़कन, हार्ट फेलियोर (Heart Failure) एवं कार्डियो वैस्कुलर डिजीज (स्ट्रोक)।
हृदय रोग से जुड़े तथ्य 2: दिल का दौरा और कार्डियक अरेस्ट दोनों है अलग
प्रायः लोग दिल का दौरा पड़ना और कार्डियक अरेस्ट को एक ही बीमारी मानते हैं। जबकि यह दोनों बीमारी अलग-अलग है। दरअसल हार्ट अटैक होने की स्थिति में हार्ट के मांसपेशियों में ब्लड ठीक तरह से पहुंच नहीं पाता है या ब्लड सप्लाई ही रुक जाता है। वहीं जब हृदय इलेक्ट्रिकल कारणों की वजह से पंप करना बंद कर देता है, तो ऐसी स्थिति को कार्डियक अरेस्ट कहते हैं।
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हृदय रोग से जुड़े तथ्य 3: दिल से जुड़ी बीमारियों का कारण है तनाव
तनाव (Tension) दिल की बीमारी का भी एक अहम कारण माना जाता है। बदलती जीवनशैली, बढ़ता काम का प्रेशर या पारिवारिक दवाब की वजह से तनाव होना स्वाभाविक है, लेकिन इन परेशानियों को अपने अंदर घर करने न दें। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार एशियन इंडियन पॉपुलेशन में कार्डियो वैस्कुलर डिजीज का खतरा काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। पहले कार्डियो वैस्कुलर डिजीज से ज्यादातर शहरी लोग पीड़ित होते थें वहीं अब ग्रामीण इलाकों में भी कार्डियो वैस्कुलर डिजीज से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। हृदय रोग फैक्ट्स में तनाव के साथ-साथ कम नींद लेना भी दिल की परेशानियों या हृदय संबंधित रोगों को दस्तक देने में मददगार हो सकता है। इसलिए रोजाना आठ घंटे की नींद अवश्य लें।