मोरिंगा ओलीफेरा (Moringa Oleifera), ड्रमस्टिक या सहजन एक ऐसा पौधा है जिसका उपयोग स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने के लिए हजारों वर्षो से किया जा रहा है। सहजन की फलियां युगों से भारतीय व्यंजनों का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। सहजन भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में ये मुख्य रूप से पाया जाता है। मोरिंगा का पौधा इतना लाभकारी है कि इन्हें सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाता है। सहजन की फलियों के साथ-साथ सहजन की पत्तियों के फायदे भी कई है। शोध के दौरान सहजन की पत्तियों के फायदें के बारे में पता चला है।
सहजन की पत्तियों के फायदे से आप न सिर्फ मोटापा घटा सकते हैं, बल्कि प्रेग्नेंसी और एनीमिया जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए भी सहजन की पत्तियों के फायदे पा सकते हैंः
न्यूट्रिशनल वैल्यु
ड्रमस्टिक की पत्तियों में विटामिन्स और मिनिरल्स पाया जाता है। साथ ही, इसका पौधा एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव कम्पाउंड होता है। इसमें अधिक मात्रा में फाइटेट्स होते हैं, जो कि एंटीन्यूट्रिएंट होते हैं।
एक कप या 21 ग्राम ड्रमस्टिक लीव में
प्रोटीन – 2 ग्राम
विटामिन B6 -RDA का 20 %
विटामिन C-RDA का 11 %
आयरन- RDA का 10 %
रिबोफ्लाविन- RDA का 11 %
विटामिन A(बीटा कैरोटीन)- RDA का 9 %
मैग्नीशियम- RDA का 8 %
वेट लॉस के लिए सहजन की पत्तियों के फायदे
मोरिंगा या ड्रमस्टिक लीव उन लोगों के लिए लाभकारी है जो वजन कम करना चाहते हैं। एनिमल में स्टडी करने के बाद ये सामने आया कि ड्रमस्टिक की पत्तियां वेट को कम करती हैं और साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लामेंट्री गुण भी होता है। ये तब लाभकारी सिद्ध होता है, जब आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हो। शोध में ये भी बात सामने आई है कि आइसोथियोसाइनेट्स यौगिक मोरिंगा की पत्तियों, फली और बीज में पाया जाता है। अभी तक इसका प्रयोग केवल टेस्ट ट्यूब और एनीमल में किया गया है। अभी मनुष्यों के बारे में इसके उपयोग को स्पष्ट नहीं किया जा सकता है।
सहजन में पाए जाने वाले एंटी-डायबिटिक गुण आपके डायबिटीज के लेवल को कम कर सकते हैं। डायबिटीज में सहजन की पत्तियों के फायदे आप कैसे पा सकते हैं, इसके बार में आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
पेट की समस्याओं में सहजन की पत्तियां काफी लाभदायक होती हैं। गैस, पेट में सूजन, आंतों में सूजन, कब्ज आदि की परेशानियां इसकी मदद से ठीक की जा सकती हैं। वहीं, सहजन के एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल गुण कई हानिकारक सूक्ष्मजीवों को पैदा होने से रोकता है और यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में भी मदद करता है।
मूड को करता है बूस्ट
सहजन की पत्तियां आपके मूड को बूस्ट करने में मदद करती हैं, जो आपकी चिंता और थकान को कम करके तनाव व अवसाद जैसी समस्याओं को कम करती हैं।
सेक्स पवार बढ़ाने के लिए
सहजन की पत्तियां महिलाओं और पुरुषों दोनों में ही सेक्स पावर बढ़ाने का काम करती हैं। पुरुषों के लिए सहजन की पत्तियों के फायदे कई हैं। इनके सेवन से पुरुषों में शुक्राओं की संख्या बढ़ती है और स्पर्म भी गाढ़ा बनता है।
सहजन में पाए जाने वाले औषधीय गुण कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के जोखिम को भी कम करने में मददगार हो सकते हैं। सहजन की फलियों और सहजन की पत्तियों में एंटी-कैंसर और एंटी-ट्यूमर गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, सहजन की पत्तियों में पॉलीफेनोल्स (Polyphenols) और पॉलीफ्लोनोइड्स (Polyflavonoids) की भी उच्च मात्रा पाई जाती है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर यौगिक होते हैं। इस तरह कैंसर में भी आप सहजन की पत्तियों के फायदे उठा सकते हैं।
हड्डियों के लिए सहजन के फायदे
बढ़ती उम्र के साथ ही हड्डियां भी कमजोर होने लगती है, जिनकी देखरेख करने के लिए सहजन की पत्तियों के फायदे उठाएं जा सकते हैं। मोरिंगा में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत पाय जाता है, जो हड्डियों के विकास और हड्डियों के देखभाल के लिए जरूरी पोषक तत्व होता है। हालांकि, हड्डियों की देखभाल के लिए सहजन की पत्तियों के फायदे किस तरह उठाए जा सकते हैं, अभी इस पर और शोध की जरूरत है। इसके अलावा, सहजन में एंटी-ऑस्टियोपोरोटिक (Anti-Osteoporotic) गुण भी होते हैं, जो ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारी के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकते हैं।
शरीर में खून की कमी यानी एनीमिया की स्थितियों में सुधार लाने के लिए भी सहजन की पत्तियों के फायदे मिल सकते हैं। सहजन की फलियों और इसकी पत्तियों में एथनोलिक एक्सट्रैक्ट (Ethanolic Extract) में एंटी-एनीमिया गुण मौजूद होते हैं। तो अगर नियमित तौर पर इसका सेवन किया जाए, तो हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार लाया जा सकता है, जो शरीर में कम हुई लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
एंटी-एजिंग के लिए सहजन की पत्तियों के फायदे
बढ़ती उम्र का असर न सिर्फ स्वास्थ्य बल्कि, चेहरे पर भी दिखाई देता है। चेहरे की चमक बढ़ती उम्र के साथ खोने लगती है और साथ ही, झुर्रियां भी बढ़ने लगती हैं। ऐसे में आप सहजन की पत्तियों के फायदे उठा सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी डायट में सिर्फ सहजन की फलियां या इसकी पत्तियां ही शामिल करना होगा। अगर नियमित तौर पर इसका सेवन करेंगे, तो भविष्य में आपको कभी भी एंटी-एजिंग क्रीम की जरूरत नहीं होगी।
सहजन की पत्तियों के फायदे पाने के लिए आप इसकी गोली या इसके पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैंः
1.सहजन की पत्तियां और दूध
सहजन की पत्तियों के फायदे पाने के लिए इस सूखा करके उनका चूर्ण बना कर रख लें। जिनका इस्तेमाल आप रोजाना दूध के साथ कर सकते हैं। सहजन की पत्तियों में दूध के मुकाबले 17 गुना अधिक कैल्शियम, पालक के मुकाबले 25 गुना अधिक आयरन, गाजर के मुकाबले 10 गुना अधिक बीटा-कैरोटीन, केले के मुकाबले 3 गुना अधिक पोटैशियम और संतरे के मुाकबले 7 गुना अधिक विटामिन सी होता है, जो आंखों, स्किन और रोगप्रतिरोधक तंत्र के लिए बहुत लाभदायक होता है।
2.सप्लीमेंट, पाउडर या कैप्सूल
आप या तो मोरिंगा सप्लीमेंट, पाउडर या कैप्सूल ले सकते हैं। आप सहजन की पत्तियों के फायदे पाने के लिए इसकी चाय भी बना सकते हैं। लेकिन खुराक के बारे में सावधान रहें और इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर करें।
ऊपर दी गई सहजन की पत्तियों के फायदे की सलाह किसी भी चिकित्सा को प्रदान नहीं करती हैं। सहजन की पत्तियों के फायदे क्या-क्या हैं, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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Moringa Oleifera (Drumstick Leaves) for Improving Haemoglobin, Vitamin A Status and Underweight Among Adolescent Girls in Rural Bangladesh: A Quasi-experimental Study (Moringa) – https://clinicaltrials.gov/ct2/show/NCT04156321 – Accessed on 20 December, 2019.