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वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान जानते हैं आप? जानें पानी साफ करने के प्राकृतिक तरीके

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 29/12/2021

    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान जानते हैं आप? जानें पानी साफ करने के प्राकृतिक तरीके

    वॉटर यानी पानी इस धरती का अस्तित्व है। अगर पानी नहीं है तो इस धरती की कल्पना करना भी संभव नहीं है। पानी न सिर्फ इंसानों के लिए बल्कि पेड़-पौधे, जानवरों के लिए भी जरूरी है। पानी का प्रयोग इंसान और जानवर तब ही कर सकते हैं, जब वो स्वच्छ हो। साफ पानी का उपयोग ही शरीर को स्वस्थ्य बनाता है। हालांकि इन दिनों साफ पानी के लिए वॉटर प्यूरिफायर का इस्तेमाल खूब किया जा रहा है, लेकिन क्या आप वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier) से जुड़ी जानकारी रखते हैं। अगर नहीं, तो आज इस आर्टिकल में वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier) के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां आपके साथ साझा करेंगे।

    अगर गंदे पानी का इस्तेमाल किया जाए तो इंसान हो या फिर जानवर, कई तरह की बीमारियां पनपने का खतरा रहता है। पहले के जमाने में तो कुएं, तलाब या फिर स्वच्छ नदियों से ही जल की आपूर्ति की जाती थी। लेकिन समय के साथ ही इन संसाधनों की कमी होने लगी। अधिक पेड़ों के कारण जल भी एक जगह टिक कर भूमि में समा जाता था और जल का स्तर बढ़ जाता था। आधुनिकरण के कारण पेड़ों का कटना शुरू हो गया और पानी का इकट्ठा हो पाना भी मुश्किल हो गया। रविवार 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर हम आपको बता रहे हैं घर पर मौजूद वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier) और कैसे प्राकृतिक तरीकों से पानी साफ किया जा सकता है।

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    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier) से पहले समझ लें इसकी जरूरत

    आज के समय में साफ पानी लोगों को खरीद कर पीना पड़ता है। पानी अगर गंदा आ रहा है तो लोग वॉटर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करते हैं। पानी की क्वालिटी के हिसाब से ही वॉटर प्यूरिफायर का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान के बारे में जानते हैं ? कुछ वॉटर प्यूरिफायर पानी को साफ तो कर देते हैं, लेकिन पानी के आवश्यक तत्व भी खत्म कर देते हैं। वॉटर प्यूरिफायर का उपयोग आजकल लगभग सभी घरों में किया जा रहा है। लोग आरओ का इस्तेमाल भी अधिक कर रहे हैं। भले ही इन सब विधियों से पानी तो साफ हो जाता है, लेकिन क्या पानी के अच्छे तत्व हमारे शरीर में पहुंच पाते हैं? अगर आपको वॉटर प्यूरिफायर के नुकसानों के बारे में जानकारी नहीं है तो ये आर्टिकल आपको इस बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध कराएगा।

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    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier)

    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier)

    वॉटर प्यूरिफायर पानी को साफ तो करता है लेकिन साथ ही वाटर प्यूरीफायर के नुकसान भी होते हैं। पानी में अधिक मात्रा में घुले हुए खनिजों यानी टीडीएस की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए ही वॉटर प्यूरीफायर का यूज किया जाता है। लेकिन सिर्फ टीडीएस के आधार पर ही वॉटर प्यूरीफायर का यूज सही नहीं है। पानी को साफ करने के लिए वायरस और बैक्टीरिया का मरना भी जरूरी होता है। अगर ये पानी में हैं, तो पानी प्योर नहीं कहलाता है। पानी में क्लोराइड, फ्लोराइड, आर्सेनिक, जिंक, शीशा, कैल्शियम, मैग्नीज, सल्फेट, नाइट्रेट जैसे खनिज भी मौजूद होते हैं। वॉटर को प्यूरिफाई करने के लिए यूज किया जाने वाला आरओ उसके अच्छे तत्वों को भी खत्म कर सकता है। ये बात समझनी जरूरी है कि जिन स्थानों में पानी ज्यादा खारा नहीं होता है, वहां आरओ की जरूरत नहीं होती है। यानी पानी के खारा न होने पर अगर आप आरओ का यूज कर रहे हैं तो वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान आपको उठाने पड़ सकते हैं।

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    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान : मिनिरल्स कर देता है खत्म

    वॉटर प्यूरिफायर का इस्तेमाल कई केसेज में सही रहता है लेकिन आरओ वॉटर पानी को साफ करने के साथ ही पानी में मौजूद मिनिरल्स का खात्मा भी कर देता है। मिनिरल्स हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते हैं। कुछ मिनरल्स जैसे कि सोडियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन आदि शरीर के लिए लाभदायक हैं। यानी पानी पीने से आपकी प्यास तो बुझ जाएगी लेकिन पानी पीने से मिलने वाला फायदा आप नहीं उठा पाएंगे। मिनिरल्स का सफाया हो जाने के बाद पानी हल्की मात्रा में एसिडिक भी हो सकता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्द हो सकता है। यानी रिवर्स ओस्मोसिस (आरओ) प्रोसेस से मिलने वाला पानी 100 प्रतिशत तक हेल्दी नहीं होता है, लेकिन पानी साफ होता है और इसे पिया जा सकता है। जिन इलाको में गंदा पानी आता है, वहां आरओ का इस्तेमाल यकीनन फायदेमंद ही साबित होगा। वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान तो होते ही हैं, साथ ही इसका फायदा ये भी होता है कि आप को गंदा पानी नहीं पीना पड़ता है।

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    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान : पानी की बर्बादी

    ये बात सच है कि वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान के रूप में पानी की बर्बादी वाली बात भी लोगों को खटक सकती है। आरओ का इस्तेमाल करने पर अधिक मात्रा में पानी का वेस्ट निकलता है। उदाहरण के तौर पर एक बाल्टी पानी में आपको प्यूरीफाई होकर आधा बाल्टी से कम पानी पीने के इस्तेमाल के रूप में मिलेगा। बाकी पानी वेस्ट के रूप में बह जाता है। जिन इलाकों में पीने के पानी की कमी रहती है, वहां पर आरओ का यूज यकीनन लोगों को परेशान कर सकता है।

    वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान (Side effects of water purifier) से बचने के लिए करें ये

    वॉटर प्यूरिफायर का इस्तेमाल यकीनन आपको साफ पानी देता है। साथ ही किसी भी प्रकार की गंदगी न होने पर शरीर को बीमारी भी नहीं लगती है। आरओ वॉटर को बेस्ट ड्रिंकिंग वॉटर नहीं कहा जा सकता है। अगर आप वॉटर प्यूरिफायर के नुकसान से बचना चाहती हैं तो नैचुरल वॉटर प्यूरिफायर ट्रीटमेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं। पहले के जमाने में पानी को साफ करने के लिए उबाला जाता था। पानी को उबालने से उसकी गंदगी भी समाप्त हो जाती है। अगर आपके घर में टैप वॉटर आता है तो इसे उबाल कर और स्टोर करके पिया जा सकता है। पानी को उबालने के लिए मशीन भी आती हैं, आप पानी को साफ करने के लिए उसका इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

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    सोलर रेडिएशन के साथ में थर्मल ट्रीटमेंट (Thermal treatment with solar radiation)

    पानी को 55°C के तापमान में रखने से भी साफ किया जा सकता है। अगर पानी को छह से सात घंटे तक धूप में रखा जाता है तो भी पानी साफ हो जाता है। पानी में उपस्थित माइक्रोब्स यूवी रेडिएशन और थर्मल इफेक्ट के कारण मर जाते हैं। लेकिन सीजन के हिसाब से इस मैथड को अपनाया जा सकता है। याद रखें कि तेज धूप में ही पानी के माइक्रोब्स खत्म होते हैं।

    चारकोल और एक्टिवेटेड कार्बन एब्जॉर्शन (Charcoal and activated carbon absorption)

    चारकोल और एक्टिवेटेड कार्बन पानी के टॉक्सिक कम्पाउंड को अवशोषित कर लेता है और पानी साफ हो जाता है। फ्रेश चारकोल (Charcoal) का इस्तेमाल करने से पानी में मिले हुए माइक्रोब्स, पैथोजन खत्म हो जाते हैं।

    पानी को साफ करने के लिए किस मैथड का यूज करना सही रहेगा, ये बात पानी की क्वालिटी पर डिपेंड करती है। बेहतर होगा कि इस बारे में एक्सपर्ट से बात करें। । हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है।

    डिस्क्लेमर

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