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बॉडी के लिए कितना कैल्शियम है जरूरी
महिलाओं में
- यंगर और 50 साल तक की महिलाओं के लिए – 1,000 एमजी (रोजाना)
- 51 साल और अधिक उम्र के लिए – 1,200 एमजी (रोजाना)
मुझे कितना कैल्शियम मिल रहा है?
खाने के दौरान आप कितना कैल्शियम ले रहे हैं या फिर कितना कैल्शियम आपके शरीर में जा रहा है , ये जानना बहुत जरूरी है। किसी भी फूड को लेते वक्त उसकी डेली वेल्यू (DV) जरूर जांच लें। फूड लेवल में कैल्शियम परसेंटेज DV के रूप में दिया रहता है। यह प्रति दिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम पर आधारित होता है।
- कैल्शियम का 30% DV 300 मिलीग्राम कैल्शियम के बराबर होता है।
- कैल्शियम का 20% DV 200 मिलीग्राम कैल्शियम के बराबर होता है।
- कैल्शियम का 15% DV 150 मिलीग्राम कैल्शियम के बराबर होता है।
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प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर करें ऐसे
प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए डायट में कुछ फूड्स को शामिल करना जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान डायट में दूध को जरूर शामिल करें। दूध में कैल्शिमम की उचित मात्रा पाई जाती है। प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए कुछ फूड जैसे फोर्टिफाइड सोया, बादाम, हेजलनट, नारियल से बने हुए फूड और दूध से बनी डिश को शामिल किया जा सकता है। अगर आपको दूध पीना पसंद नहीं है तो दूध से बने आइटम्स को डायट में जरूर शामिल करें। खाने के बाद बटरमिल्क भी ले सकती हैं। अगर दूध से एलर्जी है तो इस बारे में एक बार डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
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प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं दूध से बने आइटम्स
दूध से बनी हुई पनीर को भी खाने में शामिल किया जा सकता है। जिन लोगों को दूध नहीं पसंद है, हो सकता है कि उन्हें पनीर का स्वाद पसंद आता हो। पनीर में भी कैल्शियम की उचित मात्रा होती है। पनीर को सूखा या फिर अन्य डिश के साछ भी खाया जा सकता है। पनीर को अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर बहुत से व्यंजन बनाए जा सकते हैं, जैसे कि पालक पनीर या कढ़ाई पनीर। ब्रेकफास्ट में मिंट की चटनी के साथ पनीर का पराठा भी खाया जा सकता है। स्टफ पराठा अक्सर लोगों को पसंद आता है।
प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर कर सकता है दही
प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए कैल्शियम रिच फूड के रूप में दही को शामिल किया जा सकता है। एक कप सादा, कम वसा वाला दही डेली जरूरत के लगभग एक तिहाई कैल्शियम की आपूर्ति करता है। साथ ही कैल्शियम रिच फूड में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि मेथी और बथुआ, पालक, चौलाई, आदि कैल्शियम, आयरन और फोलेट का अच्छा सोर्स है। इनको भी अपने आहार में शामिल करें। बादाम भी कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन से भरपूर होता हैं। एक गिलास बादाम दूध आप ले सकती हैं या फिर कुछ बादाम को इवनिंग स्नैक के तौर पर खाया जा सकता हैं। आप चाहे तो बादाम शेक भी बना सकती हैं। कुछ तैलीय मछलियां जैसे कि सैल्मन और सार्डिन कैल्शियम के बेहतरीन सोर्स होती हैं। ये प्रोटीन और एसेंशियल ओमेगा 3 फैट्टी एसिड से भी भरपूर होती हैं। इन्हें पसंद के मुताबिक खाने में शामिल किया जा सकता है।
प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी न हो, इसके लिए डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है। डॉक्टर आपको कैल्शियम रिच फूड के बारे में जानकारी देंगे। प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी न होने दें। बिना डॉक्टर की इजाजत के कैल्शियम सप्लिमेंट्स न लें। प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह बहुत मायने रखती है। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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