गर्भावस्था में ब्लीडिंग या गर्भावस्था में ब्लीडिंग (Bleeding in pregnancy) होने पर डॉक्टर कुछ टेस्ट (जांच) करवाने की सलाह देते हैं। डॉक्टर द्वारा बताए गए टेस्ट तुरंत करवाएं। गर्भावस्था के दौरान और खासकर 28 वें सप्ताह में अगर ब्लीडिंग की समस्या शुरू हो तो यह खतरनाक हो सकता है।
कभी-कभी ब्लीडिंग कुछ दवाइयों के सेवन की वजह से भी होती है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। अपने विशेषज्ञ से यह जरूर जानने की कोशिश करें कि आपको ब्लीडिंग की समस्या क्यों हुई कारण पता चलने से आप सतर्क हो जाएंगी और खतरे को टाल सकती हैं।
प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग : घबराएं नहीं, जांच कराएं
प्रेग्नेंसी की शुरुआत में या फिर प्रेग्नेंसी के आखिरी में अगर आपको ब्लीडिंग की समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराना बहुत जरूरी है। कई बार ब्लीडिंग गंभीर नहीं होती है, लेकिन कई बार ये घातक भी हो सकती है। अगर कोई गंभीर समस्या नहीं है तो डॉक्टर आपको ब्लीडिंग को रोकने की दवा देगा। दवा खाने के बाद ब्लीडिंग बंद हो जाती है। साथ ही आगे होने वाली किसी गंभीर समस्या से भी आप बच सकते हैं।
प्रेग्नेंसी के समय शरीर में होने वाले सभी परिवर्तन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अगर आप किसी लक्षण को इग्नोर करते हैं तो ये आपके लिए घातक भी साबित हो सकता है। बेहतर होगा कि आप लापवाही न बरतें। तुरंत डॉक्टर से बात करें और जरूरी ट्रीटमेंट कराएं।
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उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग से संबंधित कोई भी सवाल हो तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आई होगी और आपको गर्भावस्था में ब्लीडिंग या गर्भावस्था में ब्लीडिंग (Bleeding in pregnancy) से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।