वॉशरूम में बहुत से बैक्टीरिया (Bacteria) होते हैं जो दिखाई नहीं पड़ते हैं। बच्चा जब भी वॉशरूम जाएं, उसे हैंड वॉश जरूर कराएं। ये न सोचें कि बच्चे ने तो बाथरूम में कुछ छुआ नहीं है तो हाथ गंदा नहीं होगा। वॉशरूम से आने पर खुद और बच्चे के हाथ की सफाई अच्छे से करें।
खाने के पहले और खान के बाद बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) है जरूरी
खाना हमारे शरीर को पोषण देता है, लेकिन गंदा खाना शरीर को बहुत बीमार बना देता है। बच्चे अक्सर खाते समय हाथ नहीं धोते हैं। उन्हें इस बारे में जानकारी दें कि गंदे हाथ डायरिया (Diarrhea) जैसी बीमारी का खतरा बढ़ा सकते हैं। अगर बच्चा सात से आठ साल का है तो उसे हाथ धोने की बात आसानी से समझ आ जाएगी।
दूसरों से हाथ मिलाने के बाद बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) है जरूरी

घर में अक्सर दोस्त या रिश्तेदार आते हैं और बच्चों को प्यार-दुलार में हाथ पकड़ना या किस करने जैसा काम करते हैं। हो सकता है कि बाहर से आने के बाद बाहरी लोगों ने हाथों की सफाई न की हो। बेहतर होगा कि आप अपने बच्चे की हाथ ही सफाई जरूर करें। ये छोटी बात भले ही हो, लेकिन आपको बड़े खतरे से बचाने में काम आएगी।
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रुपए छूने के बाद बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) है जरूरी
एक रिपोर्ट के मुताबिक कागज के नोट में टॉयलेट (Toilet) सीट से भी ज्यादा बैक्टीरिया होने की संभावना होती है। नोट एक हाथ से दूसरे हाथ में जाते हैं। इनका रोजाना एक हाथ से दूसरे हाथ में जाना माइक्रोऑर्गेनिज्म को बढ़ाने जैसा होता है। अगर बच्चे ने नोट छुएं हैं या फिर किसी रिश्तेदार ने बच्चों को रुपए दिए हैं तो बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) जरूरी हो जाता है। ऐसा करने से कई तरह की बीमारियों से खुद को और परिवार (Relatives) को बचाया जा सकता है।
जूते-चप्पल छूने के बाद बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) है जरूरी
जूते-चप्पल से खेलना बच्चों को बहुत पसंद होता है। बच्चे अक्सर परिवार के सदस्यों के जूते और चप्पल के साथ खेलते हैं और उन्हें हाथ से भी छूते हैं। हो सकता है कि कुछ समय बाद वो अपना हाथ मुंह में भी लगाएं या फिर उसी हाथ से कुछ खा लें। ऐसे में बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) जरूरी हो जाता है। बच्चा कब क्या कर रहा है, ये पेरेंट्स (Parents) के लिए जानना बहुत जरूरी है। अच्छा रहेगा कि आप बच्चे पर निगरानी रखें और जैसे ही बच्चा हाथ गंदे करे, उसे साफ करवाएं।
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रंग छूने के बाद बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) है जरूरी
होली का त्यौहार ज्यादातर सभी बच्चों को पसंद होता है। हाथ में रंग लग जाने के बाद बच्चे उन्हें अक्सर नहीं छुड़ाते हैं और उन्हीं रंगे हुए हाथों से खाना भी खा लेते हैं। रंगों में केमिकल्स होते हैं, जो खाने के माध्यम से बच्चे के पेट (Babies stomach) में भी जा सकते हैं। बेहतर होगा कि आप त्यौहार में बच्चों पर खासतौर पर निगरानी रखें और बच्चों का हाथ जरूर धुलवाएं।
किसी घाव या चोट को छूने पर बच्चों का हाथ धोना (Child hand washing) है जरूरी
बच्चों का हाथ धोना तब और भी जरूरी हो जाता है जब उन्हें चोट लगी हुई हो। बच्चों को बार-बार चोट छूने की आदत होती है। ऐसे में गंदे हाथ चोट में लगाने से इंफेक्शन का अधिक खतरा बढ़ सकता है। बेहतर रहेगा कि हाथों की सफाई की जाए।
जहां गंदगी की आशंका हो
वैसे तो आपको आवश्यक जानकारी दे दी गई है कि बच्चों का हाथ धोना कब जरूरी होता है, लेकिन फिर भी इस बात का ध्यान रखें कि अगर बच्चा किसी भी प्रकार की गंदगी को छू रहा है तो साफ-सफाई का ध्यान अवश्य रखें।
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हाथ साफ करते समय रखें ध्यान