बच्चों के कपड़े खरीरते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि बच्चे की हाइट बढ़ती जाती है। आपको बच्चे के कपड़े एक साथ बहुत सारे नहीं खरीदने चाहिए। आगर आप एक साथ कपड़े खरीद लेंगी और उन्हें आप पैक करके रख देंगी तो एक साल बाद ही वो बच्चे को छोटे हो सकते हैं। अगर आप किसी अनुभवी मां से इस बात की जानकारी लेंगे तो आपको यही जवाब मिलेगा कि बेबी क्लोथ कभी भी एक साथ बहुत ज्यादा न लें। आप तीन से चार महीने के अंतराल में भी बच्चे के कपड़े खरीद सकती हैं। आप अगर बच्चों के एक साथ कपड़े खरीदना ही चाहती हैं तो कपड़े के साइज थोड़ा बढ़ा कर भी कपड़े खरीदें ताकि वो रखने के बाद भी यूज किए जा सके।
बच्चों के कपड़े धोते समय रखें इन बातों का ख्याल
बच्चों के कपड़ों को गुनगुने पानी में धोना चाहिए। इसके अलावा बच्चों के कपड़े धोने के लिए माइल्ड डिटर्जेंट का प्रयोग करें। बच्चों के कपड़े धोने के लिए कभी भी हार्श केमिकल्स का इस्तेमाल भी न करें। केमिकल्स से बच्चों को एलर्जी होने का खतरा बना रहता है और साथ ही उनकी स्किन पर रैशेज भी हो सकते हैं। इसके अलावा बच्चों के कपड़े धोते समय एंटीसेप्टिक सोल्यूशन्स का भी इस्तेमाल करें। साथ ही बच्चों के कपड़ों को बाकी सभी परिवार के लोगों के कपड़ों के साथ वॉशिंग मशीन में धोने के बजाए अलग से हाथ से धोने चाहिए। वॉशिंग मशीन में बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो कपड़ों के जरिए बच्चों के संपर्क में आ सकते हैं और बीमारी का कारण बन सकते हैं। बच्चों के कपड़े कई बार मशीन में साफ भी नहीं हो पाते हैं, तो ऐसे में उन्हें हाथ से रब करके धोने की जरूरत हो सकती है।
एक से दो साल के शिशु के कपड़े चुनते समय मौसम, स्वास्थ्य आदि को ध्यान में रखें। बच्चे का शरीर बहुत तेजी से विकसित होता है। ऐसे में जब भी बच्चे के कपड़े लेने जाएं, तो साइज को भी ध्यान में रखें।
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