बच्चों की मासूमियत के सभी कायल होते हैं। छोटे बच्चों की शरारत को देख हम अपने बचपन को याद करने को मजबूर हो जाते हैं। इसी प्रकार, बच्चों के खिलौने खरीदते हुए माता-पिता के अंदर का बच्चा बाहर आ जाता है। वो भी बच्चे के साथ बच्चा बन जाते हैं। छोटे बच्चों के लिए अच्छे खिलौने उनके विकास और उभरती क्षमताओं के चरणों से मेल खाते हैं।