स्पीच थेरेपी के दौरान क्या होता है?
भाषण चिकित्सा यानि स्पीच थेरेपी आमतौर पर एक एसएलपी द्वारा निदान के साथ शुरू होती है जो संचार विकार के प्रकार और इसके इलाज में मदद करता है।
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बच्चों के लिए भाषण चिकित्सा
बच्चों के लिए स्पीच थेरेपी (Speech therapy for babies) का उपयोग करने से पहले यह जानना आवश्यक होता है, की आपके बच्चे को बोलने में समस्या किस कारण से ही रही है। बच्चों के भाषण विकार के आधार पर, स्पीच थेरेपी तय कि जाती है। स्पीच थेरेपी और बाकी गतिविधियां आपके बच्चे के विकार, उम्र और जरूरतों के आधार पर भिन्न होती हैं। बच्चों के लिए भाषण चिकित्सा के दौरान, एसएलपी हो सकता है।
- बच्चों की स्पीच थेरेपी में बातचीत और खेल के माध्यम से उन्हें बोलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- बच्चों की स्पीच थेरेपी में बच्चों से बात करने के लिए उन्हें आसानी से अपनी बात समझाने के लिए चित्रों का उपयोग भी किया जाता है।
- बच्चों में स्पीच थेरेपी के दौरान उनकी पसंद के खेल द्वारा भी थेरेपी की जाती है। उनके साथ ऐसे खेल खेलने से वो आपके साथ इनवॉल्व होने लगते हैं।
- स्पीच की प्रैक्टिस कराई जाती है।
- बच्चों के साथ उनके हिसाब से फन करते हुए भी उनकी थेरेपी सेशन ली जाती है।
- शब्दों का सही उच्चारण कराया जाता है।
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घर पर बच्चे की स्पीच थेरेपी कैसे करें
ऐसे कई तरीके हैं, जिनकी मदद से आप घर पर ही अपने बच्चे की स्पीच थेरेपी करवा सकते हैं। आइए जानते हैं,घर पर बच्चे की स्पीच थेरेपी कैसे कि जा सकती है।
- सबसे पहले तो अपने बच्चे के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं।
- उससे उसके जैसे छोटे बनकर ही बात करें,जैसे की वो आपके दोस्त हैं।
- कोई मजेदार गेम खेलें।
- यदि आप उसे कुछ समझाना चाहते हैं, तो उसे गेम के माध्यम से समझाने की कोशिश करें।
- ऐसे बच्चों पर चिल्लाएं नहीं।
- उनके साथ उनकी पसंद का खेल खेलकर उन्हें बोलने की प्रैक्टिस करवा सकते हैं।
- हर छोटे बड़े काम के लिए उन्हें बुलाएं और उनसे बात करें।
- बच्चों को अकेला न छोड़ें।
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- घर पर बच्चों के लिए स्पीच थेरेपी (Speech therapy for babies) करते समय उन्हें बाकी बच्चों से मिलाने ले जाएं। जिससे वो आपस में बात करने की आदत डालें।
- उनके साथ उनकी तरह डांस करें।
- गाना गाएं।
- जिससे वो आपकी बात सुनकर आपसे खुलकर आपसे बात कर सकें।
- जब वो अपने स्पेशल क्लास से आएं तो जानबूझ कर उनसे दिन भर की बाते पूछें। जहां वो बोलने में समस्या महसूस कर रहे हो, वहां उनकी मदद करें।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
वयस्कों के लिए भाषण चिकित्सा
वयस्कों के लिए भाषण चिकित्सा भी आपकी आवश्यकताओं और सर्वोत्तम उपचार को निर्धारित करने के लिए मूल्यांकन के साथ शुरू होती है। वयस्कों के लिए स्पीच थेरेपी में स्पीच प्रैक्टिस, भाषा,शब्दों के प्रवाह और कई चीजों में आपकी सहायता कर सकता है।यदि आपको चोट या चिकित्सीय स्थिति, जैसे पार्किंसंस रोग या मुंह के कैंसर के कारण बोलने में कठिनाई होती है, तो स्पीच थेरेपी से यह ठीक किया जा सकता है।
व्यायाम से स्पीच थेरेपी
बच्चों के लिए स्पीच थेरेपी (Speech therapy for babies) में व्यायाम भी शामिल हो सकते हैं। जो इस प्रकार हो सकते हैं।
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स्पीच थेरेपी के फायदे
- जिन लोगों को बोलने में समस्या होती है, स्पीच थेरेपी उनको बोलने में मदद करता है। केवल बोलने में नहीं बल्कि साफ और शुद्ध रूप से बोलने में मदद करती है।
- जो लोग नहीं बोल पाते हैं, यह थेरेपी उनको भी पढ़ने के काबिल बनाता है। यह आपको आम लोगों की तरह ही बोलने और अपनी बात रखने के काबिल बनाता है।
- स्पीच थेरेपी से सुनने और समझने की क्षमता बढ़ती है जिससे अक्षरों और सामने वाले की बात को समझना, उनको बोलने में फर्क करना आसान हो पाता है।
- यदि शुरूआती दौर में ही बच्चों को स्पीच थेरेपी दी जाए तो यह उनकी भाषा पर बेहतर कमांड बनी रह सकती है।
स्पीच थेरेपी सेवाएं कहां प्रदान की जाती हैं?
बच्चों के लिए स्पीच थेरेपी (Speech therapy for babies) के लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्पीच थेरेपी कई जगह पर हो सकती है,जैसे
- निजी क्लिनिक में किया जा सकता है।
- स्कूल में, एक व्यक्तिगत शिक्षा कार्यक्रम (IEP) के माध्यम से हो सकता है।
- घर पर, 3 से कम उम्र के बच्चों के लिए एक शुरूआती इंटरनेशन कार्यक्रम के रूप में किया जा सकता है।
- इसी प्रकार के लोगों के किसी एक समुदाय में किया जा सकता है।
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स्पीच थेरेपी कितनी सफल है?
इसके बारे में पूर्ण जानकारी नहीं है, लेकिन छोटे बच्चों के लिए स्पीच थेरेपी (Speech therapy for babies) ज्यादा सफल है। जबकि वयस्कों में जल्दी सुधार नहीं देखा जा सकता है। कई बार स्पीच थेरेपी के साथ-साथ माता-पिता की सही देखभाल भी बहुत जरूरी होती है। केवल स्पीच थेरेपी के भरोसे बच्चों में बदलाव की चाहत रखना सही नहीं है। थेरेपी के साथ-साथ परिवार का माहौल और बर्ताव भी मायने रखता है। दोनों जब एक साथ बच्चों पर काम करते हैं,तो परिणाम जल्दी और बेहतर मिलता है।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।