बॉस्टन यूनिवर्सिटी में हुए एक रिसर्च के अनुसार प्रेग्नेंसी में बुखार (Fever during pregnancy) खासकर गर्भावस्था के शुरुआती स्टेज में बुखार आने की समस्या के कारण जन्म लेने वाले बच्चों में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट की समस्या देखी गई है। हालांकि, जो गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के शुरुआत से ही 400mcg फॉलिक एसिड का रोजाना सेवन करती हैं उन महिलाओं के बच्चों को न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट की समस्या नहीं हो सकती है। ‘न्यूरल ट्यूब दोष’ मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी से जुड़ा जन्म दोष है, जो गर्भावस्था के पहले महीने में हो सकता है।
अपनाएं बुखार के घरेलू उपचार (Home remedies)
वैसे तो सामान्य तौर पर या फिर प्रेग्नेंसी में बुखार (Fever during pregnancy) आने पर बिना डॉक्टर की सलाह और जांच के दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन आप बुखार में कुछ घरेलू उपाय का ट्रीटमेंट जरूर कर सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप गरम पानी बेसिल लीव्स डालकर सेवन करें। तेज बुखार होने पर ठंडे पानी की पट्टियां जरूर इस्तेमाल करें। आप सिर के साथ ही हाथ और पैरों को भी ठंडी पट्टियों से पोंछ सकते हैं। ऐसा करने से शरीर का तापमान कम होगा।
अगर आपके पास विनेगर हो तो आप उसे पानी में डालकर पट्टियां कर सकते हैं। सिरके का इस्तेमाल करने से शरीर का बढ़ा तापमान कम हो जाता है। एक बात का ध्यान रखें कि डॉक्टर से जांच कराने के बाद ही आप ये घरेलू उपाय अपनाएं। बिना डॉक्टर के उपाय के सिर्फ घरेलू उपचार करने से समस्या बढ़ भी सकती है। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर के संपर्क में रहे। अगर आपको डॉक्टर ने पेरासिटामोल (Paracetamol) का सेवन करने की सलाह दी है तो समय पर दवाओं का सेवन जरूर करें। अगर आप डॉक्टर की बताई गई जरूरी बातों का ध्यान रखेंगे तो आपको बुखार की समस्या से राहत मिल जाएगी।