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ऑटिज्म और सेक्स: समाज में सेक्स से जुड़े कुछ आम नियमों के बारें में जरूर समझाएं
आपका बच्चा कोई भी सामाजिक बात अपने आप समझने में असक्षम है इसलिए जैसे आप उसे ट्रैफिक सिग्नल, अपराध आदि संबंधित नियम समझाएंगे ठीक उसी तरह उसे सामाजिक सेक्शुअल व्यवहार के विषय में भी जरूर बताएं। आपका बच्चा सबसे आसानी से जिस माध्यम से समझता हो उसे इस्तेमाल करके उसे सारी बाते समझाएं। जैसे कि :
इन सभी सवालों के जवाब अगर आप अपने ऑटिस्टिक बच्चे को समझा पाते हैं तो उसकी सेक्सुअल लाइफ (Sexual life) में परेशानी नहीं आएगी। साथ ही वह समय आने पर संबंध स्थापित करने में भी सक्षम होगा।
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ऑटिस्टिक बच्चों में हस्तमैथुन (Masturbation) से जुड़ी समस्याएं
ये बच्चे जिद्दी और मगरूर होते हैं, इनसे इनकी इच्छा के के बिना कुछ भी करवा पाना लगभग नामुमकिन है। बढ़ती सेक्शुअल डिजायर को शांत रखने के लिए हस्तमैथुन (Masturbation) जरूरी है। इसलिए अपने बच्चे से इस बारे में खुलकर बात करें। क्योंकि आपका बच्चा सामान्य नहीं है और सामाजिक प्रतिबंधों को नहीं समझता इसलिए वह आपकी बताई हर बात को किसी नियम की तरह ही मानेगा। कोशिश करें की उसे प्यार से समझाएं और उन्हें ऑटिज्म और सेक्स (Autism and sex) दोनों की जानकारी दें। आप इसके लिए डॉक्टर की भी मदद ले सकते हैं।
ये नियम इन बातों को ध्यान में रखकर बताएं :
- हस्तमैथुन दिन भर में कितनी बार करना सही है जिससे स्वास्थ्य में हानि न हो।
- आप कहां पर अपनी सेक्शुएलिटी जाहिर कर सकते हैं इसके बारे में साफ तौर से बताएं। अगर आप उसे बाथरूम बताते हैं तो संभव है की बच्चा उसे हर जगह का बाथरूम समझे। इसलिए उसे सही से बताए कि सिर्फ अपने घर का बाथरूम हो।
- इसके अलावा बच्चे को समझाएं कि हस्तमैथुन में कोई भी परेशानी आने पर वह किसी बाहर वाले से बात न करे सीधे आकर आपको ही बताए।
इसके साथ ही सेक्स के लिए दो लोगों के बीच आपसी समझ के बारे में भी उसे समझाएं जिससे आगे जाकर उससे कोई गलती न हो।
रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार ऑटिज्म की सिर्फ पहचान होने से तकलीफों का हल नहीं मिलता है। हालांकि जानकारी मिलने से कुछ मामलों में इस डिसॉर्डर की समस्या से पीड़ित लोगों को समझना और उन्हें समझाना आसान हो सकता है, लेकिन तभी जब आपको कुछ मदद मिले या फिर आपको अच्छे ढंग से समझा जाए। बेहतर होगा इससे भागे नहीं और इस स्थिति को स्वीकार करें। बदलते वक्त में इससे लोगों के स्वभाव में भी बदलाव आया है और बीमारी या डिसऑर्डर्स से जुड़ी अवेयरनेस भी बढ़ी है, जो सबसे ज्यादा सहायक मानी जाती है, जिससे ऑटिज्म और सेक्स (Autism and sex) लाइफ को भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए ऑटिस्टिक सोसाइटी या फिर डॉक्टर की सलाह लें।