नकारात्मकता की भावना वह है जो हम भारतीयों में हम तब पाते हैं जब हम सेक्स के बारे में बात करते हैं या चर्चा करते हैं। वहीं बहुत से लोगों को प्राकृतिक और अप्राकृतिक सेक्स को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं। यह कहा जाता है कि हम भारतीय ‘लज्जा’ में विश्वास करते हैं, इसलिए इस पर चर्चा करना एक निषेध माना जाता है। आज के समय में भी सेक्स बारे में बात करना लोगों असहज कर देता है, लेकिन प्राकृतिक और अप्राकृतिक सेक्स को समझना बेहद जरूरी है।
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