कान का मैल निकालना चाहते हैं तो नमक वाला पानी घर पर प्रयोग होने वाला सबसे अच्छा तरीका है। एक चम्मच नमक को आधा कप गर्म पानी में अच्छे से घोल लें। अब इस घोल में रुई डुबोएं और अपने कान को ऊपर की तरफ कर लें। इसमें यह घोल डाल लें। इसी स्थिति में कुछ देर रहें उसके बाद सिर नीचे की तरफ कर लें। इससे तरल कानों से बाहर आ जाएगा। अब साफ कपड़े से इसे साफ कर लें।
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कान का मैल निकालना चाहते हैं तो बादाम के तेल का इस्तेमाल करें। बादाम के तेल का प्रयोग कान के मैल को सॉफ्ट बनाने और इसे बाहर निकालने के लिए किया जाता है। एक ड्रॉपर में बादाम का तेल डालें और इसके बाद अपने कानों में इसकी कुछ बूंदे डाल दें। ऐसे ही आप अपने कानों को नारियल का तेल को भी डाल सकते हैं।
ऑलिव ऑयल
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि कान के वैक्स यानि गंदगी को बाहर निकालने में भी सहायक है। इस तेल को हल्का गर्म करें और ड्रॉपर या रूई की मदद से अपने कानों में डालें। कुछ देर के बाद अपने कानों को साफ कर लें। आप बेबी ऑयल का प्रयोग भी इस के लिए कर सकते हैं।
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो इसमें आपकी मदद लहसुन भी कर सकती है। एक पैन में ऑलिव ऑयल या कोकोनट ऑयल की कुछ बूंदे और मसली हुई तीन या चार लहसुन की कलियां डाल दें। इस तेल को तब तक गर्म करें जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जाएं। अब इस तेल को ठंडा होने दें। अब इस तेल से लहसुन को निकाल लें और इस तेल में कान में डालने के लिए रूई को डुबा लें। अब इन कुछ बूंदों को अपने कान में डाल ले। इसके बाद कान की मैल को साफ कर लें। अच्छे परिणाम के लिए रात को सोने से पहले इस प्रक्रिया को करें।
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बड़ों के साथ-साथ बच्चों के भी कान में मैल जमा हो जाता है। वैसे कान के मैल को निकालने की जरूरत तो नहीं पड़ती है क्योंकि कान में जमा गन्दगी खुद ही बाहर आ जाती है। लेकिन शिशु के कान में किसी भी चीज के चिपके रहने से उसे इंफेक्शन (संक्रमण) या ईयर कैनाल को क्षति पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है। कॉटन स्वैब कई प्रकार की ग्रूमिंग में काम आती है लेकिन, इसका इस्तेमाल कान की सफाई में नहीं करना चाहिए। ज्यादातर मामलों में नियमित रूप से नहाने से और कान को साफ करने से कान का मैल जमता नहीं होता है। बच्चों के कान का मैल निकालना चाहिए लेकिन, हमेशा एक्सपर्ट की सलाह लें। ऐसा करने से आपका शिशु इंफेक्शन और अन्य परेशानियों से बच सकता है।
यह भी ध्यान रखें की कुछ बच्चों के कान में ज्यादा मैल होने की परिस्थिति में इसकी सफाई की जरूरी पड़ सकती है। कान का मैल ईयर कैनाल को ब्लॉक कर सकता है। ऐसा विशेषकर उस स्थिति में होता है जब इसे कॉटन स्वैब, उंगली या किसी अन्य चीज से पुश किया जाता है। इस स्थिति को ‘इंपेक्शन’ कहते हैं। यदि इससे सुनने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है या इससे दर्द और असहजता होती है तो डॉक्टर से निकलवाना चाहिए।
कानों में जमी गंदगी परेशान कर सकती है और इससेइन्फेक्शन भी हो सकता है। इसलिए, अगर आप कान का मैल निकालना चाहते हैं, तो ऊपर बताये तरीकों को नियमित रूप से प्रयोग करेंगे तो आपको लाभ होगा लेकिन, अगर आपको कान में अधिक दर्द या समस्या हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।