ऑलिव ऑयल
ऑलिव ऑयल यानी जैतून का तेल गाढा होता है और सेक्स ड्राइव बढ़ाने के अन्य तरीकों से ज्यादा लंबे समय तक चलता है। वॉटर बेस ल्यूब्रिकेंट लंबे समय तक नहीं चलते हैं और जल्दी सूख जाते हैं। अगर आप लैटेक्स से बनी कंडोम यूज कर रहे हैं तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल न करें।
वैसलीन
आप योनि या पेनिस को चिकना करने के लिए वैसलीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये भी ल्यूब्रिकेशन का अच्छा तरीका है वैसलीन लंबे समय तक टिके रहती है और जल्दी सूखती भी नहीं है जिससे आप आराम से सेक्स का मजा ले सकते हैं। हालांकि, इसे साफ करना मुश्किल होता है इसलिए इसके इस्तेमाल बरतना जरूरी है। वैसे इन तरीकों में सबसे बेहतर नारियल तेल ही है और आप ल्यूब्रिकेशन के लिए किसी और ऑयल या तरीके की बजाय नारियल तेल का ही प्रयोग करें।
नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के रूप में इस्तेमाल करने से क्या नुकसान हो सकता है?
कोकोनट ऑयल को सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने के अपने कुछ नुकसान भी हैं, जो निम्न हैं :
वजायनल इंफेक्शन का खतरा
कोकोनट ऑयल में पीएच लेवल (pH level) ज्यादा होता है, जो नारियल के तेल की प्रकृति को एल्कालाइन बनाता है। जबकि वजायना की प्रकृति सामान्य पीएच लेवल के साथ एसिडिक होती है। ऐसे में कोकनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने से वजायना का पीएच बैलेंस बिगड़ सकता है। जिससे यीस्ट इंफेक्शन या किसी अन्य तरह का वजायनल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। अगर आपको वजायना में पहले से यीस्ट इंफेक्शन है तो आपको कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
कॉन्डम के लैटेक्स का क्षरण करता है
नारियल के तेल को सेक्स ऑयल के रूप में इस्तेमाल करने से कॉन्डम फटने का खतरा बढ़ जाता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जब नारियल के तेल में 60 सेकेंड के लिए लैटेक्स के बने कॉन्डम को रखा जाता है तो कोकोनट ऑयल कॉन्डम के प्रभाव को 90 फीसदी कम कर देता है और लैटेक्स का क्षरण करता है। ऐसे में अगर आप सेक्स लूब्रिकेंट के साथ कॉन्डम का प्रयोग कर रहे है तो सेक्स ऑयल से अच्छा है कि आप सिलिकॉन बेस्ड या वॉटर बेस्ड सेक्स लूब्रिकेंट का इस्तेमाल करें। इससे कॉन्डम के फटने का खतरा 90 फीसदी तक कम हो जाता है।
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कोकोनट ऑयल से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है
कोकोनट ऑयल सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में इस्तेमाल करने से कुछ लोगों में एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है। कोकोनट ऑयल से एलर्जी होने पर निम्न लक्षण सामने आ सकते हैं :
इसके अलावा रैशेज, लालपन, वजायना या पेनिस पर खुजली जैसी समस्या भी एलर्जिक रिएक्शन के कारण देखने को मिल सकते हैं। अगर आपकी त्वचा सेंस्टिव है तो बिना डॉक्टर से पूछे कोकोनट ऑयल को सेक्स लूब्रिकेंट के रूप में ना इस्तेमाल करें।
बिस्तर पर तेल का दाग बन सकता है
जब सेक्स के दौरान आप बिस्तर पर कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करते हैं तो वह बिस्तर पर भी लग सकता है। ऐसे में बिस्तर पर तेल के दाग पड़ जाते हैं। वहीं, इस दाग पर धूल मिट्टी जमने के कारण भी इंफेक्शन फैलने का डर रहता है। ऐसे में कोकोनट ऑयल के दाग को बिस्तर से साफ करने के लिए दाग वाले स्थान पर बेकिंग सोडा छिड़क कर उसे लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर डिटर्जेंट पाउडर की मदद से रगड़ कर साफ कर लें।
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