के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
वजायनल यीस्ट इंफेक्शन महिलाओं में होने वाली सामान्य समस्या है जो कैंडिडिआसिस (candidiasis) के नाम से भी जानी जाती है। हेल्दी वजायना में बैक्टीरिया और कुछ यीस्ट सेल्स होते हैं। जब बैक्टीरिया और यीस्ट के बीच का संतुलन बिगड़ता है तो यीस्ट सेल्स अत्यधिक बढ़ जाते हैं, जिससे खुजली, सूजन और इरिटेशन होने लगती है।
वजायनल यीस्ट इंफेक्शन का इलाज करवाकर इसके लक्षण से कुछ दिन में राहत पाई जा सकती है। अत्यधिक गंभीर मामलों में ये दो हफ्ते तक का समय ले सकता है। एक शोध के अनुसार, 75% महिलाओं को जिंदगी में एक बार यीस्ट इंफेक्शन जरूर होता है।
वजायनल यीस्ट इंफेक्शन सेक्शुअली ट्रांसमिटिड डिजीज नहीं है, लेकिन पहली बार सेक्स करते समय इसके होने की संभावना अधिक होती है।
और पढ़ें : Corneal ulcer : कॉर्नियल अल्सर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार
वजायनल यीस्ट इंफेक्शन के निम्नलिखित लक्षण हैं:
यदि आपको लगता है कि आपको यीस्ट इंफेक्शन हुआ है तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें। यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण दूसरी सीरियस बीमारियां जैसे बैक्टीरियल वजायनोसिस के लक्षण से मिलते जुलते होते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप वक्त पर अपने डॉक्टर को दिखाकर ट्रीटमेंट लें।
और पढ़ें : क्या पेशाब से जुड़ी बीमारियां जानते हैं आप? खेलें क्विज और जानें यूरिन इंफेक्शन के बारे में
यीस्ट इंफेक्शन एक फंगल इंफेक्शन है जो फफूंद के कारण होता है। वजायना में बैक्टीरिया भी होते हैं जो इसके उत्पादन पर नजर रखते हैं। यदि आपके सिस्टम में किसी तरह का असंतुलन होता है, तो ये बैक्टीरिया प्रभावी रूप से काम नहीं करते हैं। इससे फंगस की ओवरग्रोथ होती है, जो वजायनल यीस्ट इंफेक्शन के लक्षणों का कारण बनता है।
वजायनल यीस्ट इंफेक्शन (Vaginal yeast infection) होने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
एंटीबायोटिक्स (Antibiotics)– लगातार कई दिनों तक एंटीबायोटिक्स लेने से महिलाओं में यीस्ट इंफेक्शन हो जाता है। दरअसल एंटीबायोटिक्स शरीर में मौजूद कुछ अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट कर देते हैं जिसमें यीस्ट की अतिवृद्धि को रोकने वाले बैक्टीरिया भी शामिल होते हैं।
हॉर्मोन में बदलाव (Hormonal imbalance)- गर्भावस्था, स्तनपान और मेनोपॉज के दौरान हॉर्मोन में होने वाले बदलाव की वजह से वजायना में असंतुलन हो सकता है। कई बार बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने से भी ऐसा होता है।
डायबिटीज (Diabetes)- यदि आपको डायबिटीज है और वो कंट्रोल में नहीं आ पा रही है तो म्यूकस में बढ़ती शुगर की मात्रा से वजायना में यीस्ट की ग्रोथ बढ़ जाती है।
कमजोर इम्यून सिस्टम (Weak Immune System)- यदि आपको एचआईवी पॉजिटिव या फिर कोई इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर है तो भी यीस्ट का अनियंत्रित विकास हो सकता है।
सेक्स (Sex)- यीस्ट इंफेक्शन सेक्शुअली ट्रांसमिटिज डिजीज (STD) नहीं है, लेकिन ये संबंध बनाते समय एक से दूसरे को हो सकती है।
और पढ़ें : यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) महिलाओं को ही क्यों होता है? क्विज खेलें और जानें
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
यीस्ट इंफेक्शन आसानी से डायग्नोस किया जा सकता है। आपका डॉक्टर आपसे आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछेगा। इसके अलावा आपको पहले कभी यीस्ट इंफेक्शन हुआ है या नहीं। इसके बाद डॉक्टर आपको पेल्विक परीक्षण के लिए कह सकते हैं। संक्रमण के बाहरी लक्षणों को देखने के लिए डॉक्टर वजायना वॉल्स और सर्विक्स की जांच करेगा।
इसके बाद डॉक्टर वजायना से कुछ सेल्स लेगा। इन सेल्स को भी परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। आमतौर पर यह टेस्ट उन महिलाओं का किया जाता है जिन्हें जल्दी जल्दी यीस्ट इंफेक्शन होता रहता है या लंबे समय तक ठीक नहीं होता है।
यीस्ट इंफेक्शन कई तरह से होता है। इस वजह से डॉक्टर आपकी स्थिति के हिसाब से आपका ट्रीटमेंट करेंगे।
सिंपल इंफेक्शन (Simple Infection)
सिंपल यीस्ट इंफेक्शन के लिए डॉक्टर एक से तीन दिन के लिए एंटीफंगल क्रीम, सपोजिटरी ओइंटमेंट और टैबलेट रिकमेंड करते हैं।
कॉम्पलिकेटेड इंफेक्शन (Complicated Infection)
इसमें डॉक्टर 14 दिन के लिए एंटीफंगल क्रीम, ओइंटमेंट और टैबलेट रिकमेंड करते हैं। यदि आपको बार- बार इंफेक्शन हो रहा है तो आप अपने पार्टनर का भी चेकअप कराएं कि कहीं उन्हें तो यीस्ट इंफेक्शन नहीं।
और पढ़ें : सामान्य प्रेग्नेंसी से क्यों अलग है मल्टिपल प्रेग्नेंसी?
वजायनल यीस्ट इंफेक्शन के इलाज के लिए आप घरेलू नुस्खों का भी सहारा ले सकते हैं, लेकिन ये दवाओं जितने प्रभावी और विश्वसनीय नहीं होते हैं।
अगर आप किसी तरह का कॉस्मेटिक गुप्तांगों पर इस्तेमाल कर रही हैं तो आप उसे बदल लें, हो सकता है आपको उसके केमिकल से एलर्जी हो। कुछ स्टडीज में ऐसा कहा गया है प्रोबायोटिक योगर्ट या लैक्टोबेसिलस एसिडोफिसल सप्लिमेंट्स लेने से वजायना में यीस्ट की ग्रोथ स्लो हो सकती है और इंफेक्शन का रिस्क कम होता है।
वजायना में किसी भी क्रीम या ऑयल को लगाने से पहले अपने हाथों को साफ करना न भूलें। आप घरेलू नुस्खों को अपनाने से पहले एक बार अपने चिकित्सक से बात कर सकते हैं। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि आपके लक्षण देखकर डॉक्टर यह पता लगा सकता है कि आपको सिंपल यीस्ट इंफेक्शन है या नहीं। इसके साथ ही घरेलू नुस्खे को अपनाना आपके लिए कितना सही होगा।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।