जैतून का तेल अन्य तेलों के मुकाबले इसलिए भी बेहतर है क्योंकि यह ब्रेस्ट कैंसर को रोकने की क्षमता रखता है। स्पेन के वैज्ञानिको ने अपने अध्ययन में पाया कि ऑलिव ऑइल ब्रेस्ट ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है साथ ही उन्हें खत्म भी कर सकता है।
10. लिवर के लिए हेल्दी
एक अध्ययन के मुताबिक एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल लीवर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचता है जो कि फ्री रेडिकल्स (मुक्त कणों ) और अन्य अणुओं के बीच रासायनिक प्रक्रिया के कारण होता है। इसलिए ऑलिव ऑइल से बना खाना खाने से लीवर भी हैल्दी रहता है।
11. स्किन के लिए ऑलिव ऑयल
जैतून के तेल का सेवन करना या स्किन पर लगाना सुरक्षित है। हमारे शरीर में एक दिन की कैलोरी के लिए हम जैतून का तेल 14 प्रतिशत सुरक्षित रूप से इस्तेमाल कर सकते हैं। यह प्रतिदिन के हिसाब से लगभग दो बड़े चम्मच (28 ग्राम) के बराबर हैं। कॉन्टिनेंटल फूड खाने वालों के हिसाब से बात करें, तो जैतून का तेल लगभग 6 वर्षों तक एक लीटर / प्रति सप्ताह तक सुरक्षित रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है।
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क्या जैतून के तेल से कोई नुकसान भी होते हैं?
बहुत ही कम मामलों में ऑलिव ऑयल सेवन करने पर जी मिचलाना जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऑलिव का पेड़ पोलेन का उत्पादन करता है, जो कि कुछ लोगों में सीजनल रेस्पेरेटरी एलर्जी का कारण बन सकता है। जैतून के तेल से आपको एलर्जी या त्वचा के संपर्क में आने से रिएक्शन जैसे सूजन या किसी चर्म रोग की समस्या हो सकती है।
इन बातों का रखें खास ध्यान
जैतून का तेल ब्लड के शुगर लेवल को कम कर सकता है। डायबिटीज से जूझ रहे लोगों को जैतून के तेल के इस्तेमाल से पहले अपने ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए।
वहीं जैतून का तेल ब्लड शुगर लेवल पर असर डाल सकता है। सर्जरी के दौरान और उसके बाद ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से ब्लड शुगर के कंट्रोल पर असर पड़ सकता है। सर्जरी से दो हफ्ते पहले ही जैतून का तेल लेना बंद कर दें।
यहां बताए गए प्रयोगों से आप समझ ही गए होंगे कि जैतून का तेल कितना लाभदायक है। यूनिवर्सिटी ऑफ नवरा और लास पालमास डी ग्रैन कैनरिया के स्पेनिश रिसर्चर के अनुसार, जैतून के तेल से भरपूर आहार मानसिक बीमारी से भी बचा सकता है। इन सब फायदों को देखते हुए आप अपने डेली रूटीन में जैतून के तेल को शामिल कर सकते हैं।