बच्चे को डायबिटीज में हेल्दी खाना खिलाएं (Healthy Diet)
बच्चे को डायबिटीज में खाने में कई तरह के परहेज करने होते हैं। इसलिए पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चे के लिए जो भी खाना बनाएं वो हेल्दी बनाएं। जिससे उसका शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा। इसके अलावा कोशिश करें कि आप भी बच्चे के साथ वही खाना खाएं। ताकि बच्चा कुछ ऐसा खाने की जिद ना करे, जो उसके लिए नुकसानदेह है। अगर बच्चे का जन्मदिन है तो कोशिश करें कि उसके लिए शुगर फ्री केक और मिठाइयां लेकर आएं।
बच्चे को एक्सरसाइज कराएं
बच्चे को डायबिटीज हो तो उसके लिए मोटापा घातक साबित हो सकता है। इसलिए बच्चे को एक्सरसाइज कराते रहें। इससे बच्चे का शुगर लेवल निय़ंत्रित रहने में मदद मिलती है। उसे किसी ना किसी स्पोर्ट्स में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।
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स्कूल में बच्चे के डायबियिक होने की जानकारी दें
बच्चे के डॉक्टर से एक मेडिकल मैनेजमेंट प्लान बनवा लें और उसकी एक कॉपी बच्चे के स्कूल में दे दें। ये प्लान स्कूल में बच्चे की मदद कर सकता है। इसके अलावा क्लासरूम में टीचर्स बच्चे की देखभाल करेंगे।
बच्चे को डायबिटीज के साथ स्वतंत्रता से सामान्य जीवन जीने दें
आपका बच्चा अगर टीनएजर है तो उसे आप एक सामान्य जीवन जीने दें। उस पर भरोसा करें वो अपना ध्यान रख सकता है। अगर वह ऐसा नहीं कर पा रहा है तो आप उसे भरोसा दिलाएं कि वह कर सकता है। आप उसके साथ हमेशा हैं।
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बच्चे को डायबिटीज में कौन से फल खिलाएं? (Fruits in diabetes)
- सेब स्वाद में मीठा होता है शुगर फ्री भी होता है। बच्चे को डायबिटीज है तो सेब खाना फल खाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (ADA) के अनुसार, सेब में शुगर, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होती है, हालांकि, सेब टाइप-1 डायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज (मधुमेह) के जोखिमों को कम करने में विशेष रूप से फायदेमंद होता है।
- नाशपाती को भी आप बच्चे को डायबिटीज में फल के तौर पर दे सकते हैं। यह पौष्टिक गुणों से भरा एक फल है। इसका वानस्पातिक नाम पाइरस कम्यूनिस है। नाशपाती रोसेशिए (Rosaceae) परिवार का सदस्य है। इसका प्रयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। मिनेसोटा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. जोनने स्लाविन के नेतृत्व में हुए एक अध्ययन में पाया कि नाशपाती फाइबर का अच्छा स्रोत है। नाशपाती डायबिटीज के जोखिमों को कम करने, आंतों को तंदुरुस्त रखने, वजन कम करने, कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने, दिल को स्वस्थ्य रखने, हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ कैंसर से भी शरीर का बचाव करता है।
- स्ट्रॉबेरी स्वाद में हल्का खट्टा-मीठा फल होता है। यह फ्रागर्या (Fragaria) जाति का एक पौधा होता है। इसके फल और पत्तियों का इस्तेमाल दवा बनाने के लिए किया जाता है। स्ट्रॉबेरी मिनिरल्स से भरपूर होता है, साथ ही इसमें प्रोटीन, नियासिन और खनिजों का एक अच्छा प्राकृतिक स्त्रोत भी पाया जाता है। इसे बच्चे को डायबिटीज में फल के तौर पर दे सकते हैं।
- केले में 93 फिसदी कैलोरी कार्ब्स से आती है। ये कार्ब्स, शुगर, स्टार्च, एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर के रूप में होते हैं। एक मध्यम आकार के केले में 14 ग्राम शुगर और 6 ग्राम स्टार्च की मात्रा होती है। अगर बच्चे को डायबिटीज में फल का चुनाव कर रहें हैं, तो केला सबसे बेहतर विकल्प होता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, केला टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।
इन टिप्स से बच्चे को डायबिटीज होते हुए भी वह सामान्य जीवन जी सकता है। इसके अलावा आप उसे ऐसा महसूस कराएं कि कुछ हुआ ही नहीं है। सब ठीक है, बस जरा सा अपना ध्यान रखना है। बच्चे को डायबिटीज होने पर घबराने की जरूरत नहीं है, इसे नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि अगर बच्चे की जीवनशैली पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो भविष्य में उसे इससे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और जीवन जीने में काफी कठिनाई हो सकती है। मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव, डायट और एक्सरसाइज का तालमेल बैठा कर चलना पड़ता है, जो थोड़ा मुश्किल जरूर हो सकता है लेकिन नामुमकिन नहीं।
स्वस्थ रहने के लिए बच्चे, बड़े या किसी भी उम्र के लोगों को नियमित योगासन करना चाहिए।