आयुर्वेदा के पास अलग-अलग बीमारियों का इलाज है। बचपन से दादी मां के पास हर बीमारी का इलाज होता था और किसी भी तरह की परेशानी में वो कुछ ना कुछ इलाज बताती थीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नाभि में तेल (Navel Oiling) लागाना कितना फायदेमंद हो सकता है।
क्या आप श्योर हैं कि आप लॉग आउट करना चाहते हैं?
आयुर्वेदा के पास अलग-अलग बीमारियों का इलाज है। बचपन से दादी मां के पास हर बीमारी का इलाज होता था और किसी भी तरह की परेशानी में वो कुछ ना कुछ इलाज बताती थीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नाभि में तेल (Navel Oiling) लागाना कितना फायदेमंद हो सकता है।
जवाब: जी हां, नाभि में तेल लगाना बहुत फायदेमंद होता है। नाभि हमारे शरीर का जरूरी अंग है। आर्युवेद में नाभि को काफी महत्व दिया गया है। नाभि यूनिवर्स से प्राण शक्ति को आकर्षित करती है। शक्ति, संतोष और शांति नाभि से निकलती है। नाभि हिम्मत और शक्ति देने का काम भी करती है।
नाभि को स्वस्थ रखने के लिए आप घर पर आसानी से गुनगुने तेल की 5-6 बूंद नाभी में डाल सकते हैं। इसे 10 से 15 मिनट रखने के बाद नाभि के आसपास हाथ से मसाज करें।
नाभि में नारियल तेल (Coconut oil) लगाने से बालों को पोषण मिलता है, बादाम तेल लगाना दिमाग और आंखों (Eye) के लिए अच्छा होता है। सरसों का तेल नाभि में लगाने से एड़ियां और होंठ मुलायम होते हैं। नीम का तेल लगाने से कील मुहांसे ठीक होते हैं। वहीं नाभि में देसी घी लगाने से त्वचा को नमी मिलती है।
नाभि में तेल (Navel Oiling) लगाने के बहुत से फायदे हैं। अगर आपको इनके बारे में कम जानकारी है तो आप इसके बारे में और पढ़ सकते हैं।
और पढ़ेंः गर्भावस्था के दौरान नाभि बाहर क्यों आ जाती है?
क्या हम हमेशा नाभि को साफ करने पर ध्यान देते हैं। नहीं ना? जब आप बेली बटन को साफ करते हैं तो यह चारों ओर इकट्ठा होने वाले कीटाणुओं और गंदगी से छुटकारा दिलाता है। नाभि को साफ रखना पेट और नाभि क्षेत्र को किसी भी संभावित समस्या से मुक्त रखता है।
अगर आप नाभि को साफ नहीं करते हैं तो इसकी वजह से आपको अंदर और बाहर के संक्रमण का खतरा हो सकता है। प्राकृतिक रूप से संक्रमण का इलाज करने और कीटाणुओं को मारने के लिए तेल एक अच्छा विकल्प हो सकता है। सरसों या टी ट्री जैसे तेलों का उपयोग न केवल बैक्टीरिया को मारता है बल्कि उन्हें वापस आने से भी रोकता है।
नाभि आपके पेट पर एक छोटा बिंदु नहीं है बल्कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसके पास बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान होता है। बेली बटन शरीर में कई नसों से जुड़ा होता है और जब इसे तेल का उपयोग करके पोषित किया जाता है तो यह आपको कुछ स्वास्थ्य परेशानियों से छुटकारा पाने में मदद करता है। आप जो भी तेल चुनते हैं चाहे वह नारियल, सरसों या रोजमेरी हो यह आपके लिए उपयोगी होगा।
और पढ़ें : यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTIs) दोबारा हो जाए तो क्या करें?
अगर आप पेट की परेशानी, सूजन या मतली से परेशान हैं तो अपने नाभि में सरसों के तेल और अदरक का मिश्रण लगाने की कोशिश करें। यह पेट में होने वाली बेचैनी और पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने का एक बहुत अच्छा तरीका है। नाभि में तेल लगाना आपके लिए हर सूरत में मददगार साबित हो सकता है। इससे आपको पेट से संबंधित रोगों से भी छुटकारा मिल सकता है।
पीरियड्स में होने वाले क्रैंप (Cramp) से छुटकारा पाने का कोई तरीका नहीं है, लेकिन अगर आप अपनी नाभि पर थोड़ा सा तेल लेकर मालिश करते हैं तो आप कुछ देर बिना दर्द के निकल सकते हैं और आपका दर्द कम हो सकता है। ऐसा करने से न केवल आपके गर्भाशय के आस-पास की नसों को आराम मिलता है बल्कि शरीर को भी दर्द से आराम मिलता है। नाभि में तेल (Navel Oiling) लगाना आपको पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दे सकता है। यह एक ऐसा घरेलू उपाय है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
और पढ़ें : पेट की चर्बी को कम करने के लिए टॉप 10 एक्सरसाइजेज
कहा जाता है कि बेली बटन मां और बच्चे के बीच का संबंध है। नाभि में तेल लगाना और मालिश करना पुरुषों और महिलाओं दोनों में फर्टिलिटी क्षमता में सुधार कर सकता है। नाभि में तेल लागाना पीरियड्स की समस्याओं में भी मदद करता है और शुक्राणुओं की संख्या में सुधार करता है।
योग और आयुर्वेद दोनों नाभि पर खास ध्यान देते हैं जिसे ऊर्जा के केंद्र में से एक माना जाता है। इसलिए बेली बटन की विशेष देखभाल चक्रों को संतुलित करती है और आपके शरीर को ऊर्जावान बनाती है। आयुर्वेदा में नाभि की देखभाल के लिए अलग-अलग तरीके बताएं गए हैं। नाभि में अलग-अलग तेल लगाने के अलग-अलग फायदे हैं। नाभि में तेल लगाना हर तरह से महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए बेहतर है।’
और पढ़ें : अपनी डायट में शामिल करें ये 7 चीजें, वायरल इंफेक्शन से रहेंगे कोसों दूर
जहां नाभि में तेल लगाने से पेट से लेकर शरीर को अलग-अलग फायदे हैं। वहीं आपकी आंखों की नसें भी नाभि से जुड़ी हुई हैं। बेली बटन शरीर के अलग-अलग नसों से भी जुड़ा होता है जो आपकी आंख तक जाता है। अगर आपकी आंखों की रोशनी कम या खराब है तो बेली बटन पर सरसों के तेल का पतला घोल लगाने से आपकी आंखों की सेहत में सुधार हो सकता है। अगर आप बहुत देर तक कंप्यूटर के सामने बैठते हैं और इसकी वजह से आपकी पफी आंखें है यानि की आंखों के नीचे हल्की सूजन है। नाभि में तेल (Navel Oiling) लगाने से पफी आंखें और काले घेरे से बचा जा सकता है। यह आपके आंखों की रोशनी के साथ-साथ आपके काले घेरे के लिए भी बेहतर इलाज है।
और पढ़ें : इस एक्सरसाइज से आसानी से मजबूत होती हैं मसल्स, जानें आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज के फायदे
आधुनिक लाइफस्टाइल और खानपान के चलते जोड़ों का दर्द (Joints pain) और शरीर में दर्द (Body pain) होना आम हो गया है। अरंडी के तेल और रोजमेरी के तेल के साथ नियमित रूप से नाभि की मालिश करने से लक्षणों से राहत मिल सकती है और आपके दर्द को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है।
अपने शरीर (और बालों) को तेल लगाना या मालिश करना एक पारंपरिक उपाय माना जाता है जिसे हमने अपने माता-पिता और दादा-दादी को करते हुए देखते रहे हैं, लेकिन नाभि में तेल लगाना एक ऐसा उपाय है जिसके बहुत से फायदे हैं जिसके बारे में लोग बहुत कम जानते हैं। अपने दिनचर्या में इस अच्छी आदत को लाएं और बहुत सी बीमारियों से राहत पाएं।
अधिक जानकारी के लिए किसी आर्युवेदिक एक्सपर्ट से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता।
नोट : नए संशोधन की डॉ. प्रणाली पाटिल द्वारा समीक्षा
अपनी ऊंचाई, वजन, आयु और गतिविधि स्तर के आधार पर अपनी दैनिक कैलोरी आवश्यकताओं को निर्धारित करने के लिए हमारे कैलोरी-सेवन कैलक्युलेटर का उपयोग करें।
पुरुष
महिला
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
Alternative eczema treatments from natural oils to elimination diets/https://nationaleczema.org/alternative-treatments-dr-shi/Accessed on 23/08/2021
Some facts you want to belly up to/https://www.artofliving.org/in-en/lifestyle/well-being/some-facts-you-want-to-belly-up-to/Accessed on 23/08/2021
Oil Your Feet for Better Sleep/https://kripalu.org/resources/oil-your-feet-better-sleep/Accessed on 23/08/2021
Why Do I Have a Belly Button?/https://kidshealth.org/en/kids/navel.html/Accessed on 23/08/2021
The role of dietary coconut for the prevention and treatment of Alzheimer’s disease: potential mechanisms of action/https://www.cambridge.org/core/journals/british-journal-of-nutrition/article/role-of-dietary-coconut-for-the-prevention-and-treatment-of-alzheimers-disease-potential-mechanisms-of-action/1C610ECEA7E7D7CD3E7323A0477E6731/Accessed on 23/08/2021