- ब्लड प्रेशर: प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला की बॉडी में हार्मोन अलग ढंग से कार्य करते हैं। ऐसे में ब्लड प्रेशर को नियमित करना एक समस्या होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर बढ़ने से प्रीक्लेम्पसिया जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। आलू बुखारा फाइबर से भरपूर होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियमित करने में काफी अहम होता है।
- एनर्जी: आलू बुखारा में विटामिन सी होता है, जो कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाकर अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करता है।
- वजन को नियंत्रित करना: आलू बुखारा में कैलोरी काफी कम मात्रा में होती हैं। यदि आप प्रेग्नेंसी के दौरान इसका सेवन करती हैं तो आपकी डायट में अधिक कैलोरी नहीं जाएंगी, जिससे आपका वजन बढ़ने की संभावना कम होगी।
- हार्ट की बीमारी: आलू बुखारा में फैट की मात्रा काफी कम होती है। इसमें सैचुरेटेड फैट शून्य मात्रा में होता है। इससे हार्ट की बीमारियों का पैदा होने का खतरा कम होता है।
- प्रेग्नेंसी में कब्ज को रोकना: आलू बुखारा में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है, जिससे पाचन तंत्र में कब्ज से जुड़ी समस्याएं पैदा होने का खतरा कम होता है। चूंकि आलू बुखारा की प्रकृति एक लेक्सेटिव है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कब्ज की समस्या होना एक सामान्य बात है।
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वेट लॉस में आलू बुखारा के फायदे
वजन घटाने में आलू बुखारा काफी फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है। इससे पेट से भोजन के पाचन तंत्र में पहुंचने की रफ्तार धीमी हो जाती है। इससे खाना खाने के बाद बॉडी में ग्लूकोज के सोखने की गति (ब्लड में ग्लूकोज (वसा) के पहुंचने की रफ्तार) धीमी हो जाती है।
यह इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ा देता है, जिसकी टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में एक अहम भूमिका होती है। आलू बुखारा में मौजूद फाइबर आपको पेट भरे होने का अहसास दिलाता है। इससे आप जल्दी-जल्दी भोजन नहीं करते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से इससे आपका कैलोरी उपभोग कम हो जाता है, जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिलती है।
त्वचा के लिए आलू बुखारा के फायदे
आलू बुखारा में विटामिन अधिक मात्रा में विटामिन-सी होता है। त्वचा के विटामिन सी काफी फायदेमंद होता है। अक्सर हमारी त्वचा पर झुर्रिया पड़ जाती हैं, विटामिन सी इन झुर्रियों को कम करने में एक अहम भूमिका निभाता है। विटामिन सी रूखी त्वचा और एजिंग को कम करता है। घाव भरने में विटामिन सी काफी अहम होता है। यह स्कार ऊत्तकों का निर्माण करके घाव को भरता है। विटामिन सी फ्री रेडिकल्स को भी कम करता है।
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हड्डियों के लिए आलू बुखारा के फायदे
कुछ अध्ययनों में पता चला है कि आलू बुखारा ऑस्टियोअर्थराइटिस और ओस्टियोपेनिया (Osteopenia) के खतरे को कम करता है। यह बीमारियों हड्डियों को कमजोर करती हैं। यह हड्डियों को पहुंचने वाली क्षति को रोकता है। इसके अलावा, इन बीमारियों की वजह से हड्डियों को दोबारा होने वाले नुकसान को भी कम करता है। हालांकि इस संबंध में अभी भी पर्याप्त शोध की आवश्यकता है। आलू बुखारा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और इनफ्लमेशन को कम करने की क्षमता इस संबंध में एक अहम भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त, अध्ययनों में सुझाव दिया गया है कि आलू बुखारा खाने से कुछ हार्मोन्स का स्तर बढ़ जाता है, जो हड्डियों को बनाने का कार्य करते हैं।
आलू बुखारा से होता है बेहतर आयरन का बेहतर अवशोषण
बॉडी में आयरन के अवशोषण के संबंध में आलू बुखारी की क्षमता पर अनेकों अध्ययन प्रकाशित किए जा चुके हैं। इन अध्ययनों में पाया गया है कि आलू बुखारा बॉडी में आयरन के अवशोषण को बेहतर करता है। इसी विशेषता के कारण आलू बुखारा में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
ब्लड शुगर लेवल को करता है नॉर्मल
आलू बुखारा में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को सामान्य करते हैं। यह फाइबर पेट से भोजन के पाचन के लिए निकलने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। घुलनशील फाइबर इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ा देता है और जो टाइप 2 डायबिटीज के इलाज और इसकी रोकथाम में एक अहम भूमिका निभाता है।
आलू बुखारा में विटामिन-के, फॉफोरस, मैग्नीशियम और पोटैशियम होता है। हालांकि इन सभी अध्ययनों में इस संबंध में सकारात्मक साक्ष्य मिले हैं। जानवरों पर किए गए इन अध्ययनों में काफी उत्साहजनक नतीजे मिले हैं। अन्य फलों के मुकाबले आलू बुखारा हड्डियों को पहुंचने वाले नुकसान को रोकता है।
निष्कर्ष
अंत में हम यही कहेंगे कि आलू बुखारा आपकी हेल्थ के लिए विभिन्न प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। यदि आपको पहले ही कोई स्वास्थ्य समस्या है तो इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। यदि आप प्रेग्नेंसी में आलू बुखारा का सेवन करने की योजना बना रही हैं तो बिना चिकित्सा सलाह के इसका सेवन बिलकुल भी न करें। संभवतः आपको अन्य प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनकी जानकारी के आभाव में इसका सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।