सनबर्न: एक बच्चे या वयस्क को अगर सनबर्न हो गया है तो वह कैंसर में बदल सकता है। वयस्कों को सनबर्न होना ज्यादा जोखिम भरा है।
बहुत ज्यादा सूरज के संपर्क में आना: जो कोई भी सूरज की रोशनी में काफी समय बिताता है, वह त्वचा कैंसर का शिकार हो सकती है। खासकर अगर सनस्क्रीन नहीं लगाई हो या कपड़ों से शरीर को ना ढकें तो इसका खतरा बढ़ जाता है। सूरज के संपर्क में आने से होने वाली टैनिंग भी आपको जोखिम में डालती है।
गर्म जलवायु : जो लोग गर्म जलवायु में रहते हैं, वे अधिक धूप के संपर्क में आते हैं। ऐसे लोगों को कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है।
शरीर पर तिल: जिन लोगों के शरीर पर ज्यादा तिल होते हैं उन्हें डाइस्प्लास्टिक नेवी कहा जाता है, उनमें त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ये तिल असमान्य होते हैं और आम तिल से बड़े होते हैं। ऐसे लोगों को दूसरों की तुलना में कैंसर होने की अधिक संभावना होती है।
लें एक्सपर्ट की सलाह
स्किन पर यदि आपको भी इस प्रकार का उभार महसूस हो या फिर शरीर में कहीं भी असामान्य चीज विकसित हो रही हो तो ऐसे में जरूरी है कि आपको एक्सपर्ट की राय लेनी चाहिए। एक्सपर्ट की राय लेकर आप समस्या से निजात पा सकते हैं। त्वचा का कैंसर (Skin cancer) की बीमारी ऐसी है यदि आप शुरुआती स्टेज में इलाज कराने पहुंच जाते हैं तो आपकी समस्या हल हो सकती है लेकिन यदि आपने इलाज में लापरवाही बरती तो इससे आपको नुकसान पहुंच सकता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो शरीर में इस प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।
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