
परिचय
मीठा बादाम क्या है?
मीठा बादाम (Prunus Dulcis, var. Amygdalus) पेड़ पर लगने वाले नट्स को कहते हैं। ये रोसासिए (Rosaceae) परिवार का हिस्सा है। न्यूट्रिएंट्स से भरपूर मीठे बादाम का तेल भी निकाला जाता है। इस तेल का कई दवाओं में इस्तेमाल भी किया जाता है। इसलिए मीठा बादाम औषधियों की श्रेणी में भी आता है।
उपयोग
मीठा बादाम का उपयोग किस लिए किया जाता है?
मीठे बादाम का उपयोग निन्मलिखित कारणों से किया जाता है। जैसे-
मीठा बादाम एंटी-ऑक्सिडेंट्स से है भरपूर:
मीठे बादाम में अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेंट होते हैं जो ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से सुरक्षा प्रदान करते है। यह शरीर के उन तत्वों को नष्ट करने का काम करता है, जो कैंसर सेल्स को बढ़ने में मदद करते हैं। बादाम की ऊपरी ब्राउन कलर की स्किन में ये एंटी-ऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। इसी वजह से बादाम को बिना छिलका उतारे खाने की सलाह दी जाती है।
मीठा बादाम विटामिन-ई का अच्छा स्त्रोत
मीठा बादाम विटामिन-ई का सबसे अच्छा स्त्रोत है। कई शोध में पाया गया कि विटामिन-ई को लेने से दिल संबंधित बीमारियां, कैंसर और अल्जाइमर होने का खतरा कम होता है। 2014 में किए गए एक शोध में, वैज्ञानिकों ने पाया कि ब्लड में विटामिन-ई अधिक उम्र में आंखों और दिल को होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।
मीठा बादाम वजन को करे कंट्रोल
इसमें मौजूद फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट ओवर ईटिंग से रोकता है। इसके सेवन से लंबे समय तक भूख नहीं लगती।
मीठा बादाम हड्डियों को बनाए मजबूत
बादाम में मौजूद मैग्निशियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा ये मांसपेशियों को स्ट्रांग बनाता है।
मीठा बादाम एंटी-इंफ्लमेटरी प्रॉपर्टीज से है भरपूर
स्वीट आल्मंड ऑयल में हीलिंग और एंटी-इंफ्लमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। इसका इस्तेमाल डर्मेटाइटिस, स्किन पर दरारे, जलन और सनबर्न के लिए किया जाता है।
कैसे काम करता है मीठा बादाम?
स्वीट आल्मंड विटामिन-ई से भरपूर होता है जो एंटी-ऑक्सिडेंट की तरह काम करता है। ये हेल्दी फैट, फाइबर, प्रोटीन और मैग्नीशियम का अच्छा स्त्रोत होता है। न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होने की वजह से इसे न्यूट्रिशनल पावरहाउस भी कहते हैं। इसमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं।
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सावधानियां और चेतावनी
कितना सुरक्षित है मीठा बादाम?
अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श लें, यदि:
- आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप गर्भवती होती हैं या बच्चे को स्तनपान करा रही होती हैं तो इस दौरान आपको डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाओं का सेवन करना चाहिए। इसलिए इसके मीठे बादाम के सेवन से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।
- आप कोई अन्य दवा ले रहे हों। इसमें आपके द्वारा ली जा रही कोई भी दवा शामिल हो सकती है, जो आप डॉक्टर से पूछे बिना ही ले रहे हों। ऐसी स्थिति में भी डॉक्टर से अवश्य राय लें।
- आपको अन्य दवाओं या जड़ी-बूटियों के किसी भी पदार्थ से एलर्जी है, तो मीठा बादाम भी हानिकारक हो सकता है।
- आपको कोई अन्य बीमारी, विकार या स्वास्थ्य समस्याएं हैं।
- आपको पहले से ही कुछ चीजों से एलर्जी हो, जैसे कि खाद्य पदार्थ, डाई, प्रिजर्वेटिव या जानवर आदि से।
- डायबिटीज के पेशेंट्स इसका सेवन सावधानी के साथ करें। इसका सेवन करने से बल्ड शुगर लेवल कम हो सकता है। डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो इसका सेवन बिल्कुल न करें। क्योंकि दोनो का साथ में सेवन करने से साइड इफेक्टस हो सकते हैं।
- अगर आपकी कोई सर्जरी होने वाली है तो दो हफ्ते पहले बादाम का सेवन करना बंद कर दें। सर्जरी के दो हफ्ते बाद तक भी बादाम का सेवन करने से बचें।
हर्बल सप्लिमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लिमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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साइड इफेक्ट्स
मीठे बादाम से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
वैसे मीठा बादाम सीमित मात्रा में सेवन किया जाये तो ये शरीर के लिए सुरक्षित होता है। ज्यादा मात्रा में इसे लेने से कुछ दिक्कत हो सकती हैं। इन परेशानियों में शामिल है-
- हाई फाइबर कंटेंट होने की वजह से पेट फूलना, कब्ज होना और पेट खराब होने की शिकायत हो सकती है।
- ज्यादा मात्रा में विटामिन-ई के होने की वजह से डायरिया, कमजोरी, सिरदर्द और साफ दिखाई न देना जैसे दिक्कते हो सकती हैं।
- वजन बढ़ना
- सांस लेने में दिक्कत होना
- नर्वस ब्रेकडाउन
- स्किन एलर्जी होना
- पथरी (स्टोन की समस्या)
- शरीर में टॉक्सिन का बढ़ना
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं, तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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डोसेज
मीठे बादाम (मीठा बादाम) को लेने की सही खुराक क्या है?
दवा के तौर पर मीठे बादाम की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, 40 ग्राम से ज्यादा मीठे बादाम का सेवन रोजाना नहीं करना चाहिए।
कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि मीठा बादाम शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है। इसलिए तीन से चार बादाम को रात के वक्त पानी में भिगो कर रख दें और सुबह उठकर फ्रेश होने के बाद बादाम को छील कर खा सकते हैं। छोटे बच्चों को इसका पाउडर दूध में मिलाकर पिलाया जा सकता है।
हर्बल सप्लिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है मीठे बादाम?
यह हर्बल सप्लीमेंट निम्न रुपों में उपलब्ध है :
- स्वीट आल्मंड सीड्स
- स्वीट आल्मंड ऑयल
- एनकैप्सूलेटेड स्वीट आल्मंड ऑयल
अगर आप मीठा बादाम खाते हैं और इससे जुड़े किसी तरह के कोई सवाल जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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